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कोर्ट ने जेल अधीक्षक को मेडिकल कराने के आदेश दिए, युवती की मां ने कोर्ट में दायर की याचिका

गोहाना के बुटाना चौकी क्षेत्र में पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में गिरफ्तार दो युवतियों के परिजनों ने हिरासत के दौरान उनके साथ गैंगरेप किए जाने का आरोप लगाया है। एक युवती की मां ने इसको लेकर कोर्ट में याचिका दायर की है। कोर्ट ने पुलिस से जवाब मांगा है। साथ ही जेल अधीक्षक को युवतियों का मेडिकल कराने के आदेश दिए हैं। 29 जून को गांव बुटाना के पास गश्त पर गए सिपाही रविंद्र व एसपीओ कप्तान सिंह की बदमाशों ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने उसी दिन शाम को जींद में मुठभेड़ में एक आरोपी को मार गिराया और एक को गिरफ्तार कर लिया था। उससे पूछताछ में दो युवतियों के बदमाशों के साथ मौजूद होने और हत्या में शामिल होने की बात सामने आई थी। पुलिस ने बाकी बदमाशों के साथ 3 जुलाई को युवतियों को भी गिरफ्तार किया था। दोनों को दो दिन के रिमांड पर लिया और बरौदा थाने में रखा गया। इसके बाद करनाल जेल भेज दिया। कुछ दिन पहले एक युवती की मां ने कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया कि हिरासत के दौरान रात में दोनों युवतियों से गैंगरेप किया गया। युवतियां उन आरोपियों को नहीं पहचानती है। इसपर कोर्ट ने पुलिस अधिका

कोरोना मरीजों का इलाज करते-करते 1395 हेल्थ वर्कर हो गए पाॅजिटिव, 2915 स्टूडेंट भी हो चुके वायरस का शिकार

(मनोज कुमार) राज्य में न केवल आम और खास, बल्कि जनता को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने में जुटे स्वास्थ्य विभाग के साथ पुलिस और अन्य महकमों के कर्मचारी भी इससे बच नहीं पा रहे हैं। अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान सीधे संपर्क में आने वाले स्वास्थ्य विभाग के 1395 कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं। यह कुल केसों का यह 4.45 प्रतिशत है। स्वास्थ्य विभाग ने 31,332 केसों की कैटेगिरी वाइज स्टडी की है। सड़कों पर या कार्यालयों में जनता के काम करने वाले पुलिस और अन्य महकमों कर्मचारी भी संक्रमण से अछूते नहीं रहे हैं। राज्य में 1635 पुलिसकर्मी और सेना के जवान व अन्य कर्मचारी अब तक संक्रमित हो चुके हैं, जोकि स्टडी किए केसों का 5.21 प्रतिशत है। सरकार ने भले ही कोरोना संक्रमण के शुरुआती दौर में ही स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया था। इसके बावजूद प्रदेश में 2915 स्टूडेंट कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। घरों में कोरोना पहुंचा कोरोना न केवल घरों से बाहर जाने वालों को संक्रमित कर रहा है, बल्कि गृहणियां भी संक्रमित हो रही हैं। परिवार के किसी एक आदमी के संक्रमित होने के बाद उसके घर में आने पर परि

69 मिडल स्कूल हेड और टीजीटी को पदोन्नति का आखिरी मौका

मिडल स्कूल हेड और टीजीटी के पदोन्नति के मामले में शिक्षा निदेशालय ने आखिरी मौका दिया है। 4 अगस्त तक आवेदन न करने वालों को एक साल तक पदोन्नति नहीं मिलेगी। उनकी जगह उनसे जूनियर को पदोन्नति दी जाएगी। निदेशालय से आठ पत्र लिखने के बावजूद जिलों से 69 ऐसे मिडल स्कूल हेड और टीजीटी हैं, जिनका सेवा रिकॉर्ड और पदोन्नति की फाइल नहीं पहुंची है। इसमें 21 जुलाई को शिक्षा विभाग के एसीएस महावीर सिंह की ओर से निदेशकों की बैठक ली। अब इन मिडल स्कूल हेड और टीजीटी को आखिरी मौका दिया है। विभाग से 1 अप्रैल, 2016 की वरिष्ठता सूची जारी की थी। इसमें 69 उन मिडल स्कूल हेड और टीजीटी के नाम हैं, जो पदोन्नति के दावेदार हैं। परंतु आवेदन नहीं पहुंचा। निदेशालय ने सभी रेवाड़ी, सोनीपत, कैथल और सिरसा को छोड़कर सभी डीईओ से रिपोर्ट मांगी है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2BHn8Ad

भतीजा निकला मास्टरमाइंड; बेटी की लव मैरिज में भतीजे को उलाहना दिया तो दोस्तों के साथ हत्या कर शव गड्‌ढे में दबाया

महम के चार दिन से लापता घी व्यापारी 52 वर्षीय रामपाल सैनी की हत्या हो गई है। बुधवार को पुलिस ने रामपाल सैनी का शव भैणी भैराे रोड पर एक जोहड़ी के गड्ढों से बरामद किया। शव को गड्‌ढे को मिट्‌टी से भरकर दफनाया गया था। हत्या का आरोप रामपाल सैनी के ही बीए में पढ़ने वाले भतीजे अमन पर है। आरोप है कि 26 जुलाई को अमन अपने चाचा रामपाल को बहाना बना बाइक पर भैणी भैरो रोड पर ले गया था। वहां पर उसने अपने दोस्त महम के ही राहुल और पंकज के साथ मिल रामपाल की सिर में लोहे की रॉड मारकर हत्या कर दी। फिर शव को जोहड़ी के पास बने गड्ढों में दफना दिया। महम के वार्ड 5 के रहे वाले रामपाल सैनी के 26 जुलाई से लापता होने के बाद से परिवार उसकी तलाश कर रहा था। 27 जुलाई को महम थाना पुलिस ने घी व्यापारी की गुमशुदगी का केस दर्ज किया था। केस की जांच में दौरान परिजनों से पूछताछ में सामने आया कि रामपाल सैनी की बेटी ने कुछ दिनों पहले ही लव मैरिज की है। परिवार इसके खिलाफ था। जिस युवक से विवाह किया वो रामपाल सैनी के सगे भतीजे का साला था। इसी को लेकर रामपाल ने अमन को उलाहना दिया था। इसी उलाहने की रंजिश में अमन ने पिछले कुछ दिनो

प्रदेश के कई इलाकों में बारिश से घटा पारा, आज कहीं-कहीं भारी बरसात के आसार

सावन के महीने में उमस का खेल बुधवार को भी जारी रहा। सिरसा में दिन का तापमान 38.9 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि रात का पारा 30.2 तक पहुंच गया। दिन का पारा चार डिग्री अधिक होने से गर्मी बढ़ गई। प्रदेश के कई इलाकों में बरसात से शाम को मौसम खुशनुमा हो गया। पूर्वाई सुहानी चली। इससे लोगों को गर्मी से काफी हद तक राहत मिली। जुलाई में प्रदेश में 144.2 एमएम बरसात हुई, जो सामान्य से एक फीसदी कम रही है। हालांकि मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 30 जुलाई से एक अगस्त तक भी प्रदेश में बरसात के आसार हैं। इससे मानसून में बरसात की कमी धुल सकती है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पानीपत में बारिश के दौरान काली घनघोर घटा छाने से वाहन चालकों को लाइट जलानी पड़ी। from Dainik Bhaskar https://ift.tt/336sn7Z

8.13 करोड़ का चावल श्रीराम एग्रो फूड्स ने एफसीआई को नहीं दिया, गबन का केस दर्ज

एफसीआई को सप्लाई पहुंचाने का हैफेड से करार कर छछरौली के फतेहगढ़ की श्रीराम एग्रो फूड्स मिल द्वारा 8.13 करोड़ के चावल में हेराफेरी करने का मामला सामने आया है। तय समय 15 जुलाई तक मिल से एफसीआई को 28468.38 क्विंटल में सिर्फ 5796.68 क्विंटल चावल की ही आपूर्ति की गई। 22671.70 क्विंटल चावल नहीं दिया। हैफेड के खरीदे चावल की बड़ी मात्रा में गबन के संदेह में कमेटी गठित कर मिल में फिजिकल वेरीफिकेशन की, जिसमें मिल में 30217.81 क्विंटल जीरी कम पाई गई। इस पर हैफेड के डीएम अनिल अहलावत ने बहादुरगढ़, जिला पटियाला निवासी मिल मालिक दिनेश कुमार पर गबन व धोखाधड़ी के आरोप में छछरौली थाने में केस दर्ज कराया है। इस तरह से हैफेड के सामने आया मामला हैफेड के डीएम अनिल अहलावत ने बताया कि 2019-20 के खरीफ सीजन में पहले 30 अप्रैल और फिर अवधि बढ़ने पर 15 जुलाई तक एफसीआई को मिलर से धान की सप्लाई होनी थी। इस दौरान 31 अक्टूबर 2019 को श्रीराम एग्रो फूड्स फतेहगढ़ ने पॉलिसी के तहत हैफेड से करार किया, जिसके तहत हैफेड से ली गई 42490.12 क्विंटल जीरी का चावल तय सीमा में एफसीआई को दिया जाना था, लेकिन 28468.38 क्विंटल में से

लोग जगुआर और मिग जैसी गर्जना सुनने का इंतजार कर रहे थे, रफाल चील की तरह शांत, लेकिन चीते की तरह तेजी से आए

दोपहर 2 बजे के करीब मैं घर की छत पर रफाल की पहली झलक देखने चढ़ गया था। एक घंटे में पसीने से तर-बतर हो गया। मन किया नीचे चला जाता हूं। जहाज आएगा तो उसकी जोरदार आवाज सुनकर फिर आ जाऊंगा। हालांकि मैं नहीं गया। चला जाता तो शायद मैं इस मौके से चूक जाता, क्योंकि रफाल की आवाज उम्मीद से ज्यादा ही कम थी। यह तो चील की तरह शांत, लेकिन चीते की तरह तेजी से जा रहा था। मैंने पांचों रफाल को उड़ते देखा। दो सुकोई विमान एस्कॉर्ट कर रहे थे। यह अनुभव रहा अम्बाला कैंट के साइंस उद्यमी डॉ. अनिल जैन का। डॉ. जैन इलेक्ट्रॉन डिवाइस बनाने वाली फर्म वैशेषिका के संचालक हैं। इस फर्म में बना कैलिब्रेशन स्टैंडर्ड मिराज, जगुआर, लाइट कॉम्बैट एयरक्रॉफ्ट, ब्रह्ममोस व अग्नि मिसाइल जैसे प्रोजेक्ट्स में इस्तेमाल हुआ है। डॉ. जैन की ही तरह अम्बाला के हर आम-ओ-खास की यही तमन्ना थी कि वही सबसे पहले रफाल को उड़ता देखे। पूरे जीटी रोड पर गाड़ियां खड़ी कर लोग एयरबेस की ओर ताक रहे थे। एयरफोर्स की बाउंड्री के पास बलदेवनगर व धूलकोट में जो कॉलोनियां हैं, वहां लोग सुबह से ही घर की छतों पर, पानी की टंकियों पर चढ़े थे। हालांकि वीडियोग्राफी