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लाॅकडाउन में फैमिली आईडी का काम अटका कर्मचारियों को लोगों का नहीं मिल रहा सहयोग

फैमिली आईडी बनाने के लिए डाटा एकत्र कर रही टीमों को इन दिनों लोगों के विरोध व टिप्पणियों का सामना करना पड़ रहा है। सर्वे करने आए कर्मचारियों को लोग बार-बार डाटा लेने की बात पर टाेकते हैं। कुछ लोग कहते हैं कि कुछ दिन पहले सर्वे करके गए थे, अब राशन साथ क्यों नहीं लाए। इसे लेकर सर्वे में जुटी यूनिट कमेटी से जुड़े कर्मचारी खासे परेशान हो रहे हैं। जिस कारण फैमिली आईडी बनाने का कार्य प्रभावित हो रहा है। नगर परिषद प्रबंधन ने कहा है कि यदि कोई इस कार्य में बाधा पहुंचाएगा तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। फैमिली आईडी बनाने के लिए यूनिट कमेटी से जुड़े कर्मचारियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ लोग तो इस कारण अपना रोष जताते हैं कि बार- बार आधार कार्ड लेकर सर्वे क्यो किया जा रहा है। एक बार में ही सब कुछ तय कर जानकारी क्यों नहीं ली जाती क्योंकि इस तरह बार-बार आने से न केवल कर्मचारियों को बल्कि जिन घरों में वे जाते हैं उनको भी कोरोना संक्रमण का खतरा हो सकता है। इसके अलावा कुछ लोग कहते हैं कि बार-बार आधार कार्ड ले जाते हो लेकिन राशन लेकर नहीं आते। कुछ लोग तैश मे

छोटी-छोटी कामयाबियों की सीढ़ियां चढ़कर ही बड़ा लक्ष्य संभव : आचार्य पवन शर्मा

माता वैष्णवी धाम के आचार्य पवन शर्मा ने प्रवचन के माध्यम से संदेश देते हुए कहा कि हर व्यक्ति के जीवन में एक समय ऐसा आता है, जब उसे लगता है कि सब चीजें उसके विरोध में हैं और वह कितना अच्छा क्यों न कर ले, उसके हाथ असफलता ही लगेगी। ऐसे समय में व्यक्ति के मन में नकारात्मक विचारों का मेला सा उमड़ पड़ता है। ऐसी मनोदशा में व्यक्ति आत्महत्या करने तक कि सोचने लगता है। किंतु आत्महत्या किसी भी समस्या का समाधान नहीं है, बल्कि ऐसे समय में उस व्यक्ति को कहीं से छोटी सी भी प्रेरणा मिल जाए तो संभव है कि वहीं व्यक्ति भविष्य में ऐसा इतिहास रच दे कि लोक उसकी कामयाबी देख दांतों तले अंगुली दबाने लगे। आचार्य ने कहा कि जब हम किसी को प्रेरित करते हैं अथवा प्रोत्साहित करते हैं ताे उसका आत्म-सम्मान बढ़ जाता है और इस वजह से व्यक्ति असंभव लगने वाले कार्य को भी संभव कर देता है। असल में हर व्यक्ति की अपनी सीमाएं और क्षमताएं होती हैं, लेकिन कई बार जीवन में विपरीत स्थिति आने पर व्यक्ति को अपनी क्षमताओं पर ही शंका होने लगती है। क्षमता होने के बावजूद उसे अपनी सफलता संदिग्ध नजर आती है। ऐसी स्थिति में यदि उसे प्रेरणा म

ऑनलाइन ड्राइंग प्रतियोगिता में तरुण प्रथम

कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में भी बच्चे ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और ऑनलाइन ही प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसके चलते एसवी मॉडल स्कूल के तरुण ने ड्राइंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया हैं। गांव करेला के एसवी मॉडल स्कूल में विश्व मलेरिया दिवस पर ड्राइंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें स्कूली बच्चों ने ऑनलाइन ही अपनी कला का प्रदर्शन किया था। बच्चों द्वारा मलेरिया दिवस पर कई प्रकार की पेंटिंग बनाई, जिसका प्राचार्य सलिल मेहता ने ऑनलाइन निरीक्षण किया। इसमें कक्षा चौथी के तरुण ने सबसे अच्छी पेंटिंग बनाकर प्रथम स्थान प्राप्त किया है तो वहीं दीपांशु, हिमानी द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। प्राचार्य सलिल मेहता ने बताया कि शिक्षा को किसी भी माध्यम से अर्जित किया जा सकता है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today जुलाना. ड्राइंग प्रतियोगिता के दौरान बनाई गई ड्राइंग। from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3f1wOEA

लॉकडाउन के पांच सप्ताह बीत जाने के बाद खुली दुकानें

सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा कोरोना से बचाव के लिए किए लॉकडाउन के बाद पिछले पांच सप्ताह के बाद मंगलवार को अलेवा व नगूरां में दुकानें खुलीं। इस दाैरान जरूरी सामान की खरीदने के लिए लाेग पहुंचे। सरकार एवं जिला प्रशासन लॉकडाउन के दौरान करियाना, मेडिकल स्टोर व कृषि से संबंधित दुकानों के खोलने के लिए समय निर्धारित कर कुछ छूट दी हुई थी। इसके अलावा कपड़ा, जूते, बर्तन, चाय की दुकान व होटल बंद करने के आदेश दिए हुए थे। मंगलवार को कुछ छूट मिलने के सभी प्रकार के सामान की दुकानें खेलने से कस्बे में दोबारा रौनक लौटी है। मंगलवार को दिनभर दुकानों पर सामान लेने के लिए ग्रामीणों की आवाजाही देखी गई। पुलिस नाके पर भी बाइक पर तीन लोगों के सवार होकर जाने वाले चालकों को रोककर कागजात आदि चेक किए गए। हेलमेट व किसी महिला के साथ गुजरने वाले किसी भी किसी भी बाइक को नहीं रुकवाया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today अलेवा. खांडा रोड पर खुली दुकान के बाहर खड़े ग्रामीण। from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2VMJRlN

युवा परिषद ने ईगराह गांव के आरबीएम स्कूल में किया सैनिटाइजर का छिड़काव

गांव ईगराह में युवा परिषद के द्वारा आरबीएम स्कूल में सेनिटाइजर का स्प्रे किया गया। युवा परिषद् के प्रधान व जिला युवा पुरस्कार विजेता प्रदीप रेढू ईगाह ने बताया कि गांव में तीन बार सेनिटाइजर का स्प्रे किया गया है। और सभी गांवों के युवाओं से अपील की है कि सभी युवा अपने अपने घरों में रहे और 2 मीटर की दूरी बनाए रखें और जो जरूरी कार्य हो तभी बाहर जाए और बाहर जाते समय सभी मास्क का प्रयोग करें। सरकार के आदेशों का पालन करें। तभी हम इस महामारी कोरोना से बच सकेंगे। इस मौके पर कुलबीर, मास्टर सुधीर रेढू, कर्मजीत, बिट्टू, आशीष, विशाल मौजूद रहे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Youth council sprayed sanitizer at RBM school in Igarah village from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2YbUDDH

मच्छरों से होने वाली बीमारियों को लेकर विभाग अलर्ट

कोरोना के बीच मच्छर जनित बीमारियां फैलने का खतरा है। गर्मी के सीजन में मलेरिया और बारिश के बाद डेंगू बीमारी के पैर पसारने की संभावना है। मलेरिया-डेंगू न फैले इसलिए घर-घर मास फीवर सर्वे शुरू हो चुका है। एंटी लार्वा एक्टिविटी भी शुरू कर दी गई है। घरों में जाकर ब्लड स्लाइड्स भी बनाई जा रही है। गांव-गांव जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम एंटी लार्वा एक्टिविटी, बुखार के संदिग्ध मरीजों की पहचान करके उनके ब्लड सैंपल एकत्र कर रही है। खरकभूरा, पालवां, अलीपुरा, करसिंधु गांव में टीमों द्वारा जांच की जा रही है। इन गांवों में 78 लोगों के रक्त नमूने लेकर जांच के लिए नागरिक अस्पताल भेजे गए हैं। सुपरवाइजर भीम सिंह ने कहा कि सिविल सर्जन जींद के आदेशानुसार सीएचसी उचाना के सभी गांवों में हेल्थ टीमें घर-घर जाकर एंटी लार्वा एक्टिविटी और बुखार के संदिग्धों की पहचान के लिए ब्लड सैंपल ले रही है। ग्रामीणों को टीम घर-घर जाकर लोगों को पानी एकत्र न होने देने, कूलरों, पानी की टंकी की सफाई सप्ताह में एक बार जरूर करें, रुके हुए पानी पर मिट्टी डालने के साथ-साथ मच्छरों से बचाव के तरीके बता रही है। इस तरह की सावधानी करके ग

रतनगढ़ एरिया नो एंट्री जोन बना, मेन रोड और कॉलोनी की गलियां सील, सड़कें सुनसान

लॉकडाउन के दौरान भी जिस सड़क पर लोग आते जाते दिखाई देते रहे वह एरिया सुनसान है। चारों तरफ पुलिस के नाके लगे हैं। किसी बाहरी की यहां नो एंट्री है। पुलिस थोड़ी थोड़ी देर बात गश्त कर रही है। डॉक्टरों की टीमें और नगर निगम की टीमें यहां घूम रही हैं। लोग बालकनी में खड़े टीमों के क्रियाकलापों पर निगाह जमाए हैं। यह नजारा है रतनगढ़ एरिया का हैं। जिसे प्रशासन ने मंगलवार को कंटोनमेंट जोन घोषित किया है। मानव चौक तक एरिया को सील किया गया है। लॉकडाउन के दौरान मानव चौक पर सुमन करियाना तथा सचदेवा नंबर 1 करियाना की दुकानों पर अच्छे खासे ग्राहक सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर सामान खरीदने के लिए लाइनों में खड़े रहते थे। यहां पर जाम की स्थिति भी बनी रहती थी, लेकिन मंगलवार को यह मार्केट एरिया को सील करने के कारण पूरी तरह से सुनसान नजर आई। सामने वाली लाइन में बनी दुकानें बंद थी, लेकिन केमिस्ट की दुकान खुली थी। जहां पर लोग दवाइयां लेते नजर आए। जलबेहड़ा रोड पर भी करियाना की दुकानें रतनगढ़ तक का एरिया पड़ने के कारण बंद रही। यहां पुलिस खड़ी अंदर जाने की एंट्री नहीं मानव चौक से रतनगढ़ रोड पर नाका लगा हुआ है। यहां पर सील क