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24.2 एमएम बारिश से 4 डिग्री लुढ़का अधिकतम तापमान, दो अगस्त तक हल्की-मध्यम, तीन अगस्त से अच्छी बारिश के संकेत

मानसूनी टर्फ रेखा के हिमाचल की तलहटी से मैदानी इलाकों की तरफ शिफ्ट होने के कारण मानसून का दूसरा सत्र शुरू हो गया है। गुरुवार काे शहर में 24.2 एमएम बारिश दर्ज की गई। इससे अधिकतम तापमान में चार डिग्री की गिरावट आ गई। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले तीन-चार दिन के दौरान हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। गुरुवार सुबह से ही बादलों का छाना शुरू हो गया था। सुबह के आठ बजे बूंदाबांदी से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला दोपहर साढ़े 12 बजे तक रूक-रूककर चलता रहा। इस दौरान कभी हल्की तो कभी मध्यम बारिश होती रही।

इस बार मानसून आने से पहले प्री मानसून की बारिश भी टुकड़ों में होती रही। इससे जिलेभर में ग्वार, बाजरा, आदि खरीफ फसलों की बिजाई हो गई थी। बीच में एक-दो बार हल्की और मध्यम बारिश हुई, लेकिन उसके बाद से अभी तक अच्छी बारिश नहीं हुई है। मानसूनी हवाएं कमजोर होने से बारिश ज्यादा नहीं हो पाई, पर अब फिर से मानसून सक्रिय हो रहा है। शहर सहित चांग, बवानीखेड़ा, मुंढाल आदि क्षेत्रों में भी बारिश हुई। इससे जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली वहीं बारिश को फसलों के लिए बहुत ही लाभदायक बताया जा रहा है।

गुरुवार सुबह 10 बजे अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और शाम चार बजे 34 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 27.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि बुधवार काे अधिकतम पारा 38 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 29.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज दिन में हवा की गति 11 किलोमीटर प्रतिघंटा जबकि नमी की मात्रा 70 प्रतिशत रही। इन दिनों सामान्यत: अधिकतम पारा 33 व न्यूनतम पारा 26 डिग्री सेल्सियस रहता है। वहीं गत वर्ष 30 जुलाई को अधिकतम पारा 34.0 व न्यूनतम पारा 28.0 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था।

हिमालय से मैदानी क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा मानसून
चौ. चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग अध्यक्ष डॉ. एमएल खिचड़ के अनुसार अनुकूल परिस्थितियों के चलते मानसून हिमालय से मैदानी क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा है। बारिश का यह दौर दाे अगस्त तक जारी रहने की संभावना है। इस दौरान एकाध जगह तेज बारिश भी हो सकती है।



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सरकुलर रोड पर बारिश के दौरान सुबह 9 बजे अंधेरा होने पर वाहन चालकों को लाइट जलाकर चलना पड़ा।


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