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पड़ोसी राज्यों से पहले वीआईपी ट्रीटमेंट फिर शुरू; विधायकों की गाड़ियों पर लगेगी झंडी

लाल बत्ती हटने के बाद वीआईपी कल्चर से बाहर हुए विधायकों की गाड़ी की अब दूर से पहचान हो सकेगी। जल्द मंत्रियों की तरह अब इन गाड़ियों पर भी झंडी लगेगी। अभी गाड़ी में कौन बैठा है, इसकी जानकारी विधायक की ओर से न दिए जाने तक न तो किसी कर्मचारी-अधिकारी को होती है और न ही आम आदमी को। इसलिए अब एमएलए लिखी झंडी गाड़ी पर लगेगी तो माननीयों को कुछ वीआईपी ट्रीटमेंट शुरुआत में ही मिलने लग जाएगा।

इन झंडियों का डिजाइन तैयार हो चुका है। इसे स्पीकर ने मंजूरी दी है। बताया जा रहा है कि मॉनसून सत्र से पहले विधायकों की गाड़ियों पर ये झंडियां लग जाएंगी। विधायकों को हालांकि अभी विधानसभा से एमएलए लिखा स्टीकर जारी किया है, जो गाड़ियों के शीशे पर लगा है। पुलिस कर्मचारी हो या अन्य कोई, इस पर जल्दी नजर नहीं जाती। इसलिए कई उन्हें पार्किंग से लेकर रास्ते तक में रोक लिया जाता है। इससे कई बार विधायकों व पुलिस की बहस होने की खबरें भी आती रहती हैं।

विधायकों ने पहचान के लिए झंडी की मांग थी। इसके अलावा गाड़ी की मांग भी की जाती रही है, जिसके लिए सरकार इनकार कर चुकी है। पुलिस अधिकारियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ियों आगे पद नाम की झंडी लगी होती है। इधर, विधानसभा भवन परिसर में अब विधायक लॉबी के बाहर श्रीकृष्ण का अर्जुन को गीता का उपदेश देते की तस्वीर बनाई जाएगी। यह तस्वीर पीतल से उकेरी जाएगी। मानसून सत्र में इसका अनावरण कराया जाएगा। इसके साथ गीता की तस्वीर भी बनाई जाएगी।

पंजाब, राजस्थान व हिमाचल में स्टीकर ही लगता है
पड़ोसी राज्यों में ऐसा नहीं है। पंजाब में गाड़ियों पर एमएलए का स्टीकर लगा होता है, जबकि राजस्थान में भी इसी प्रकार स्टीकर लगाया जाता है, जबकि हिमाचल प्रदेश में जहां गाड़ी के सामने शीशे पर स्टीकर होता है, वहीं पीछे भी एमएलए लिखा स्टीकर चस्पा होता है। हरियाणा में विधायकों की गाड़ी पर लगाई जाने वाली झंडी महरून कलर की होगी। इस पर एमएलए लिखा होगा। इस झंडी पर हरियाणा सरकार का लोगो भी होगा।



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हरियाणा विधानसभा


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