
(सुरेंद्र भारद्वाज) अपने 5 बच्चों की हत्या का आरोपी जुम्मादीन गुरुवार को साइकेट्रिक (मनोचिकित्सक) के सामने खुलकर बोला। उसने बताया कि पत्नी व उसके पेट में पल रहे बच्चे की दो साल में हत्या करने की योजना बनाई थी। ताकि वह अपनी मर्जी से जिंदगी जी सके। बड़ी बेटी मुस्कान को तो पहले ही मार देता, लेकिन मौका नहीं मिला। उसे सबसे ज्यादा उम्र में मार पाया।
गुरुवार दोपहर मेंटल हेल्थ कार्यक्रम के डिप्टी सिविल सर्जन एंव साइकेट्रिक डॉ. संकल्प के नेतृत्व में क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट दिनेश व मेंटल हेल्थ कार्यक्रम के मॉनीटरिंग ऑफिसर रवि की टीम ने सफीदों थाने में जुम्मादीन से 1 घंटे तक पूछताछ की। जुम्मादीन बोला कि वह कोई जिम्मेदारी नहीं चाहता था। इसलिए सभी की हत्या कर साली से शादी कर अपने हिसाब से जिंदगी जीना चाहता था।
गुरुवार दोपहर बाद पुलिस ने उसे सफीदों कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है। ड्यूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति न होने से जुम्मादीन को पुलिस डिडवाड़ा में बच्चों की कब्र नहीं ले जा पाई। अब शुक्रवार को वहां ले जाएगी।
डिसऑर्डर के लक्षण दिखे
डॉ.संकल्प, साइकेट्रिक एवं डिप्टी सिविल सर्जन मैंटल हेल्थ कार्यक्रम जींद ने कहा कि जुम्मादीन में पर्सनैलिटी डिसऑर्डर के लक्षण नजर आए। यह डिसऑर्डर कितना है। इसका आकलन तब हो पाएगा, जब उसे एक सप्ताह पीजीआई में रखा जाए और वहां उसकी हर गतिविधि की मॉनीटरिंग हो।
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