
काली देवी चौक के पास बने स्थित समायरा अस्पताल में गलत इंजेक्शन की वजह से दो वर्ष के एक बच्चे के पैर की तीन अंगुलियां काटनी पड़ी। वहीं इंजेक्शन के प्रभाव से पैर के अंगूठा मुड़ गया। पिता ने अस्पताल के खिलाफ लापरवाही की सीएम विंडो पर शिकायत की। डॉक्टरों के एक बोर्ड ने मामले में जांच की। जांच के बाद पुलिस ने अस्पताल के स्टॉफ के एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया।
सीएम विंडो की शिकायत में कृष्णा कॉलोनी निवासी मोनू वर्मा ने बताया कि वह मजदूरी करता है। उसके लड़के गणेश को अचानक बुखार हुआ। वह व उनकी पत्नी 3 मार्च को समायरा अस्पताल में इलाज के लिए लेकर आए। डॉक्टर ने 1 दिन की दवाई देकर 625 रुपए लिए। बुखार न उतरने के कारण अगले दिन इसी अस्पताल में अपने लड़के को लेकर गए।
डॉक्टर ने उनके लड़के का खून चेक करवाया और खून टेस्ट के बाद वायरल बताया। उनके अनुसार डॉक्टर ने उन्हें अस्पताल में दाखिल करने को कहा और बच्चे को दाखिल करने के नाम पर 1 हजार रुपए लिए। अस्पताल में रहते हुए उनके बच्चे को इंजेक्शन लगाया गया।
गलत इंजेक्शन की वजह से उनके बच्चे का पैर नीला पड़ गया। जब डॉक्टर को इस बारे में बताया गया तो उन्होंने कहा कि 2-3 दिन में ठीक हो जाएगा। परंतु पैर ठीक नहीं हुआ। वह अपने लड़के को लेकर शहर के दूसरे प्राइवेट अस्पताल में गए। जहां डॉक्टर ने बताया कि पैर खराब हो चुका है। पुलिस ने अब स्टॉफ के गुरुदास के खिलाफ के धारा 337, 338 के तहत मामला दर्ज किया है।
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