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पवित्र सरस्वती, यमुना नदी व कपालमोचन तीर्थ का जल ले संत रवाना; मंदिर निर्माण के लिए पूजा 5 अगस्त को होनी है

यमुनानगर की स्थली इतनी पवित्र है कि धर्मनगरी अयोध्या में बनने वाले श्री राम मंदिर निर्माण की पूजा में पवित्र नदी सरस्वती, तीर्थ स्थल कपालमोचन के सरोवर, यमुना नदी के हथनीकुंड बैराज से लिए जल को शामिल किया जाएगा। दक्षिण एशिया के देश कंबोडिया की कुलेन नदी का पवित्र जल भी यमुनानगर के रास्ते से अयोध्या पहुंचेगा, क्योंकि वहां से लाया गया जल बैराज पर पहुंचे संतों को दिया है।

यमुनानगर से रविवार को संत अयोध्या के लिए रवाना हुए। यह जल आरएसएस की ओर से दिसंबर 2019 में कंबोडिया में 5वें धाम की स्थापना के कार्यक्रम में शामिल होने गए सोमप्रकाश ने दिया, तब वे श्री राम मंदिर निर्माण के लिए यह पवित्र जल लेकर आए थे।

ये संत हुए रवाना: आरएसएस के जिला संघचालक एडवोकेट मुकेश गर्ग ने बताया कि यमुना नदी, सरस्वती नदी, कपालमोचन सरोवर का पवित्र जल लेकर विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी व संत 4 अगस्त को अयोध्या पहुंचेंगे। बता दें कि मंदिर निर्माण के लिए पूजा 5 अगस्त को होनी है।



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खिजराबाद | हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी के पवित्र जल को कलश में भरते संत व कलश लेकर अयोध्या के लिए रवाना होते संत समाज के सदस्य।


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