Skip to main content

31 मार्च तक खरीदे बीएस- 4 माॅडल के वाहनों का 30 अप्रैल तक ऑनलाइन करवा सकेंगे रजिस्ट्रेशन

बीएस-4 के वाहन जो 31 मार्च तक खरीदे गए हैं उनका रजिस्ट्रेशन 30 अप्रैल तक कराना परिवहन विभाग ने जरूरी कर दिया है। लाॅकडाउन के कारण आरटीओऑफिस बंद चल रहे हैं। लाेग भी घराें से नहीं निकल पा रहे हैं।
ऐसे में वह घर बैठे ही विभाग की वेबसाइट पर वाहन-4 लिंक में जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। 30 अप्रैल के बाद उक्त वाहनाें काे पंजीयन नहीं किया जाएगा। पानीपत जिला मजिस्ट्रेट ने शनिवार काे ऑर्डर जारी कर दिए हैं। आरटीए सचिव शम्मी शर्मा ने बताया कि परिवहन आयुक्त और शासन सचिव, परिवहन विभाग ने बीएस-4 मानक के वाहन जाे 31 मार्च तक विक्रय हो चुके, लेकिन पंजीयन नहीं हो सके हैं। उक्त वाहनों के पंजीयन 30 अप्रैल तक करवाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। 30 अप्रैल के बाद बीएस-4 वाहनों का रजिस्ट्रेशन नहीं किया जाएगा। इसलिए सबके पास 30 अप्रैल तक का समय है।

690 वाहनों की हुई बिक्री

कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए 23 मार्च से लॉकडाउन हो गया था। इस कारण वाहनों की बिक्री 21 मार्च तक ही सकी थी। आरटीओ के आंकड़ों के अनुसार 21 मार्च तक बीएस- 4 मॉडल के 690 वाहनों की बिक्री हुई है। इनमें अधिकतर व्यवसायिक वाहन हैं। लॉकडाउन के कारण वाहन मालिक न ही उक्त वाहनों का रजिस्ट्रेशन करा पा रहे थे और न ही पासिंग।

प्रतिदिन हाेगी पासिंग

आरटीए सचिव शम्मी शर्मा ने बताया कि 31 मार्च तक खरीदे गए वाहनों की पासिंग लॉकडाउन के कारण नहीं पा रही थी। 30 अप्रैल पंजीयन की अंतिम तिथि को देखते हुए प्रतिदिन पासिंग करने का फैसला लिया गया है। उक्त वाहन मालिकों सेक्टर- 25 स्थित पासिंग ग्राउंड तक लाने की छूट रहेगी। पासिंग कराने आने वाले वाहन मालिकों को मास्क पहनना अनिवार्य रहेगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Registration of vehicles purchased by BS-4 model by 31 March will be done online by 30 April


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3bKOuCk

Popular posts from this blog

कच्चे क्वार्टर बाजार के बीच से गुजर रहे हैं बिजली के तार, हादसा आगजनी में 1999 में 48 लोगों की हुई थी मौत

शहर का सबसे व्यस्त व भीड़ वाले बाजार कच्चे क्वार्टर के बीच से बिजली के तार गुजर रहे हैं। केबल न होने से हवा चलने पर यह तार आपस में टकरा जाते हैं। जिससे चिंगारी निकलती है। ऐसे में यहां आगजनी होने का खतरा बना रहता है। व्यापारियों व दुकानदारों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि यहां एक बार बड़ी अनहोनी हो चुकी है। 1999 में आगजनी होने पर 48 लाेगों की हुई थी मौत कच्चे क्वार्टर में नवंबर, 1999 में बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। आगजनी घटना शार्ट-सर्किट के कारण हुई थी। आग में 48 लोगों की जान गई थी। वहीं सौ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक ही दुकान के अंदर दर्जनों लोगों की जान गंवाई थी। कच्चे क्वार्टर बाजार में 1999 के बाद भीड़ करीब 10 गुणों बढ़ गई है। हर दिन यहां हजारों लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां दुकानों के स्टाल पर लटकते तारों से हादसा होने का अंदेशा है। यहां दिन के समय भी पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा इस क्षेत्र में अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जबकि नगर निगम पर इस पर कंट्रोल नहीं है। यहां दिन में पैदल...

2 दिन से एमएसपी पर पीआर धान की नहीं हुई खरीद, सरकारी रिकॉर्ड में 17500 क्विंटल मंडियों में अटका

सरकार और राइस मिलर्स की लड़ाई में किसान पिस रहा है। पीआर धान की सरकारी खरीद कागजों में रविवार से शुरू हो चुकी है लेकिन पूरे जिले में किसी भी मंडी में एक दाने की खरीद अब तक नहीं हुई। मार्केट कमेटी के रिकॉर्ड अनुसार ही 17500 क्विंटल पीआर धान मंडियों में पहुंच चुका है। हालांकि धान इससे कहीं ज्यादा मात्रा में मंडियों में पड़ा है। सोमवार सुबह नई अनाज मंडी में एमएसपी पर धान की खरीद शुरू न होने पर किसानों ने मार्केट कमेटी कार्यालय के बाहर धरना शुरू किया। उसके बाद एसडीएम संजय कुमार किसानों के बीच पहुंचे और उन्हें एमएसपी पर खरीद का आश्वासन दिया। किसानों ने एसडीएम से दो टूक कहा कि वे पहले ही दुखी हैं और अब उन्हें और परेशान नहीं किया जाए। एक दिन का अल्टीमेटम देते हुए किसान बलजीत किच्छाना, गुरनाम सिंह डोहर, फूल सिंह नरड़, संजय ग्योंग, होशियार गिल व राममेहर गिल प्यौदा, तेजिंद्र सिंह अरनौली ने कहा कि अगर सोमवार सायं तक एम एसपी पर खरीद शुरू नहीं हुई तो मंगलवार से किसान कार्यालय के बाहर धरना देंगे और आंदोलन करने को मजबूर होंगे। किसानों को एक-एक क्विंटल धान लाने के मैसेज पर एसडीएम बोले-गलती सुधारी ज...