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पाॅजिटिव एएसआई ने जिस आराेपी काे जेल में छाेड़ा था, उसे पसर्नल बेल पर छोड़ा

काेराेना पाॅजिटिव महिला एएएसआई ने शुक्रवार काे जिस आराेपी काे जेल में छाेड़ा था, उसे अगले दिन ही पर्सनल बॉन्ड पर बेल देकर जेल से छाेड़ दिया। अब उसे सिविल अस्पताल में क्वारेंटाइन कराया है। जेल अधीक्षक साेमनाथ जगत ने बताया कि जेल में आराेपी के संपर्क में आए एक एसआई समेत 5 पुलिसकर्मियाें काे भी जेल परिसर में बने क्वार्टर में क्वारेंटाइन कर दिया। जेल में तैनात करीब 140 पुलिसकर्मियाें व उनकी फैमिली काे जेल परिसर से बाहर जाने की अनुमति नहीं है।
जगत ने बताया कि एएसआई ने शुक्रवार मारपीट के आराेपी नरेंद्र काे जेल में छाेड़ा था। 2 घंटे बाद डीएसपी ने फाेन कर बताया कि एएसआई का भाई पाॅजिटिव मिला है। एएसआई काे क्वारेंटाइन कर सैंपल लिए हैं। अगले दिन आराेपी काे अस्पताल पहुंचाया। काेई लक्षण न हाेने के कारण चेकअप के बाद उसे वापस जेल में भेज दिया। तब जज से बात की। पर्सनल बॉन्ड पर उसकी बेल करा दी। फिर एएसआई भी पाॅजिटिव मिली। तब आराेपी काे जेल से रिलीज कर अस्पताल में क्वारेंटाइन करा दिया। उसकी काेराेना की जांच कराकर रिपाेर्ट मांगी है।

14 दिन तक क्वारेंटाइन रखते हैं नए बंदी

जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल में 3 सिक्याेरिटी वार्ड में करीब 20 कमरे हैं। जब काेई नया आराेपी आता है ताे उसकाे 14 दिन के लिए इन्हीं कमराें में रखते हैं। राेजाना उनकी स्क्रिनिंग हाेती है। दिक्कत हाेने पर सिविल अस्पताल भेजते हैं। 14 दिन बाद ही आराेपी काे बैरिक में भेजते हैं। हर चार दिन बाद पूरी जेल काे सैनिटाइज किया जाता है। रविवार सुबह तक जेल में 867 बंदी/कैदी थे। इनमें से हाल में आए 25 बंदी/कैदी क्वारेंटाइन में हैं। 3 मई तक परिजनाें से मुलाकात पर भी राेक है। बाहर के गेट काे भी अब बंद कर दिया गया है। किसी भी बाहरी व्यक्ति काे जेल परिसर में नहीं जाने दिया जा रहा है।



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The positive ASI was held in jail by the archetype who was arrested


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