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बैंकों में अपनी ड्यूटी निभा रहीं ये फीमेल बैंकिंग वारियर्स घर की जिम्मेदारियों काे भी बखूबी निभा रहीं

मेरी ब्रांच डेरा बस्सी में, वहां काफी कोरोना केस परिवार वाले बहुत फिक्र करते हैं : अर्चना साेढी

घर लाैटते ही अर्चना साेढ़ी के हाथ सेनिटाइज करती बेटी।

मैं कैंट के गोबिंद नगर में रहती हूं। मेरी ब्रांच डेराबस्सी में है। वहां पर कोरोनो पॉजिटिव के काफी केस हैं। राेजाना मैं एक्टिवा या कार से ब्रांच में जाती हूं। एेसे में परिवार वाले बहुत फिक्र करते हैं। मुझे भी डर ताे लगता है लेकिन जब मैं डाॅक्टर्स व पुलिस कर्मियों काे ड्यूटी करते देखती हूं ताे अपनी ड्यूटी के प्रति मेरी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। जब भी घर लाैटती हूं ताे पति अाैर बेटी सेनिटाइजर लेकर मेरा वेलकम करते हैं। हसबैंड एक्टिवा काे सेनिटाइज करते हैं अाैर बेटी मेरे हाथ सेनिटाइज करवाती है। मास्क अाैर ग्लब्स काे डिस्ट्रॉय करके फिर घर के अंदर जाती हूं। पीने व नहाने के लिए गर्म पानी पहले से तैयार करके रखते हैं। उसके बाद फ्रैश हाेकर ही अपने घर के काम काे शुरू करती हूं। - अर्चना साेढी, मैनेजर, यूकाे बैंक

सारा दिन लाेगाें से डील करना हाेता है, मालूम नहीं मेरे साथ घर क्या जा रहा हाे : मीनू रानी

मीनू रानी

ऐसे पद पर हूं जब मेरी ड्यूटी के प्रति जिम्मेदारी बढ़ जाती है। ऐसे प्रोफेशन में जहां सारा दिन लाेगाें से डील करना हाेता है। डर सिर्फ इस बात का लगता है कि मालूम नहीं मेरे साथ घर क्या जा रहा हाे। इसलिए घर जाते ही सबसे पहले किसी काे नहीं मिलती। मम्मी-पापा 60 के करीब हैं ताे उनकी हेल्थ व भाई-बहन के बारे में साेचते हुए सबसे पहले घर पहुंचकर फ्रेश हाेने के लिए जाती हूं। उसके बाद उनसे मिलती हूं। ऑफिस में भी सेनिटाइजर हमेशा साथ रखती हूं। ब्रांच में डायरेक्ट किसी से नहीं मिलते हैं। ब्रांच के बाहर भी सेनिटाइजर रखा हुअा है ताकि काेई भी कस्टमर अंदर अाने से पहले हाथ सेनिटाइज करके अाए।
-मीनू रानी, मैनेजर, यूकाे बैंक, महेश नगर।

बिजनेसमैन फैमिली है, हर संडे को रूम काे करती हूूं सेनिटाइज : पायल भारद्वाज

पायल भारद्वाज

जाॅइंट फैमिली में रहती हूं। बिजनेसमैन फैमिली है। ऐसे में मैं ही हूं जाे बाहर निकलकर जाॅब कर रही हूं। रिस्क मुझे सबसे ज्यादा रहता है लेकिन ड्यूटी के प्रति भी मेरी जिम्मेदारी है। यही साेच के साथ राेज ड्यूटी कर रही हूं। जब भी घर लाैटती हूं ताे सबसे पहले फ्रेश हाेकर व कपड़े धाेकर ही अंदर जाती हूं। ऑफिस में मास्क अाैर ग्लब्स पहनकर रखती हूं। हर संडे अपने कमरे काे पूरी तरह से सेनिटाइज करती हूं ताकि किसी भी तरह का इंफेक्शन न हाे। इसके अलावा घर से बाहर के काम जैसे मार्केट से सामान लाना आदि वाे भी मैं ही करती हूं क्याेंकि मुझे ताे बाहर अाना ही हाेता है। एेसे में अन्य सदस्याें काे परेशानी न हाे, इसलिए वाे जिम्मेदारी भी मैं खुद निभाती हूं। -पायल भारद्वाज, वेलकम डेस्क, एचडीएफसी बैंक।



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