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दिन में तेज धूप, शाम को छाए बादल, आज-कल फिर बारिश की संभावना

पिछले दिनों हुई बारिश के बाद रात का तापमान घट गया, लेकिन दिन में तेज धूप से फिर से तापमान बढ़ गया है। मौसस विभाग के अनुसार 30 अप्रैल और 3 मई को फिर से बादल, बूंदाबांदी व कहीं-कहीं बारिश की संभावना है। अगर बारिश आती है तो मई के शुरुआत में तीखी गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है। गेहूं की फसल की कटाई चल रही है। इसलिए इन दिनों में बारिश की बिलकुल भी जरूरत नहीं है, क्योंकि सोमवार को हुई बारिश से हाथ से काटे गए गेहूं अभी तक थ्रेसिंग के लिए तैयार नहीं हो पाए हैं। गेहूं के बनाए गए बंडल अभी तक गीले पड़े हैं। किसान उनको सुखाने के लिए उलट-पलट रहे हैं। किसानों को फिर से बारिश होने का भय सता रहा है। आए दिन बीच-बीच में आसमान में बादल आने लगते हैं। बादलों की छाया से ही किसान चिंतित हो जाते हैं।
इस बार धान की रोपाई के लिए जल्द तैयार हो सकेंगे खेत
इस बार बारिश ने जमीन को गीला कर दिया है। इसलिए जिन किसानों को भूसा नहीं बनाना है वे अपने खेत को जुताई फसल का उठान होते ही कर सकते हैं। उन्हें खेत में ट्यूबवेल से सिंचाई करके पलेवा करने की जरूरत नहीं है। इस तरह से किसान शीघ्रता से खेतों को आने वाले धान के सीजन के लिए तैयार कर सकते हैं।

तेज हवाएं चलने की संभावना
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विभाग में एचओडी डॉ. मदनलाल खीचड़ के अनुसार तीन मई तक बीच-बीच में तेज हवाएं चलने की संभावना है, जिससे हवा में नमी रहेगी। इस दौरान तेज हवा चल सकती है। किसानों को चाहिए कि वे हाथ से कटे लाण के बंडल बांधे। 3 मई के बाद भी मौसम बादल व बूंदाबांदी वाला हो सकता है।

अभी 40% अनाज मंडी से बाहर
बारिश से गेहूं कटाई का कार्य बीच-बीच में बाधित हो रहा है। इस कारण से अभी 60% अनाज मंडी में पहुंचना बाकी है। मंडी बोर्ड सचिव के अनुसार अभी तक साढ़े पांच लाख क्विंटल गेहूं मंडी में पहुंच चुका है। पिछले साल अपने जिले से लगभग साढ़े 10 लाख क्विंटल गेहूं आया था। इस तरह से अभी तक 40% अनाज मंडी में पहुंचना शेष है।
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विभाग में एचओडी डॉ. मदनलाल खीचड़ के अनुसार तीन मई तक बीच-बीच में तेज हवाएं चलने की संभावना है, जिससे हवा में नमी रहेगी। इस दौरान तेज हवा चल सकती है। किसानों को चाहिए कि वे हाथ से कटे लाण के बंडल बांधे। 3 मई के बाद भी मौसम बादल व बूंदाबांदी वाला हो सकता है।



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करनाल| बदला मौसम का मिजाज, बदले मौसम के बाद आसमान में छाए बादल।


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