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कोरोना का साइलेंट अटैक चल रहा, कुल 12 केस में से 5 में काेई लक्षण नहीं थे

14 लाख की आबादी वाले जिले में अब तक 609 के सैंपल लिए गए हैं। लगातार तीन दिनों से कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट आ रही थी। रविवार को थोड़ी राहत मिली जब 33 की रिपोर्ट निगेटिव आई। अभी भी 99 सैंपल की रिपाेर्ट पेंडिंग है। जिले में अब तक 12 केस काेराेना पाॅजिटिव मिले हैं। इनमें 5 केस ऐसे हैं जिनमें महामारी के लक्षण तक नहीं थे।7 केसाें में फीवर, खांसी व एक में सांस की बीमारी थी। करनाल जिले के रसूलपुर गांव का एक व्यक्ति और दिल्ली पुलिस के सिपाही केे परिवार के जाे 4 सदस्य पाॅजिटिव मिले हैं, इनमें भी काेई लक्षण नहीं थे। मेडिकल लाइन में इसे ए-सिमटाेमेटि कहते हैं और सरल भाषा ये वाे केस हाेते है इसमें काेराेना पाॅजिटिव काे पता नहीं हाेता कि वाे कहां से याकिसके संपर्क में आकर काेराेना वायरस से संक्रमित हुआहै।

खतरा इसलिए बड़ा है, क्याेंकि आबादी के हिसाब से एक प्रतिशत(0.043%) लाेगाेंकी भी जांच नहीं हुई है। हालांकि इस माह में सैंपलिंग की रफ्तार बढ़ी है। मार्च तक जहां सिर्फ 57 सैंपल लिए थे। इस माह 500 से ज्यादा सैंपल लिए जा चुके हैं। जिले की आबादी करीब 14 लाख है। तीन माह में करीब 600 लाेगाें के सैंपल हुए हैं।

12 मामलों में से सिर्फ दो लोग विदेश से आए थे, 26 जनवरी काे पहला सैंपल हुआथा

काेविड-19 यानी काेराेना वायरस दिसंबर 2019 में ही चीन सहित कई देशाें में फैल गया था, लेकिन जिले में आते समय इसे करीब दाे माह लगे। जिले में पहला सैंपल 26 जनवरी काे हुआथा, जिसकी दाे दिन बाद निगेटिव रिपाेर्ट आई थी। वाे युवक चाइना से पानीपत लाैटा था। अब 26 अप्रैल काे यानी इन तीन महीनाें में सैंपलिंग का आंकड़ा 600 के करीब पहुंच गया है। अब तक 12 केस पाॅजिटिव मिले हैं। इनमें सिर्फ दाे केस ही विदेश से आने वाले है जिन्हें काेराेना के लक्षण मिले और वाे पाॅजिटिव मिले। दाेनाें केस माॅडल टाउन से हैं।

ऐसे समझिए,देश में दो तरह के टेस्ट हो रहे हैं, आरटी और पीसीआर

  • आरटी-पीसीआर टेस्ट, बताता है परिणाम

कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है या निगेटिव, यह आरटी-पीसीआर जांच से पता चलता है। इसमें सैंपल लेने की स्ट्रिप के अलावा कई तरह के रीएजेंट्स का इस्तेमाल होता है। पूरी प्रक्रिया में करीब 5 घंटे लगते हैं।

  • रैपिड एंटी बॉडी टेस्टसर्विलांस के लिए

यह स्ट्रिप की मदद से किया जाता है। इसका परिणाम केवल 15 मिनट में आ जाता है। आईसीएमआर के वैज्ञानिक का कहना है कि यह टेस्ट सिर्फ किसी इलाके में सर्विलांस करने के लिए है।

ऐसे लेते हैं सैंपल

  • वीटीएम से नमूने लेते हैं

पहले एक ट्यूब की मदद से गले या नाक के पिछले हिस्से से टेस्टिंग के लिए स्वैब लिया जाता है। यहां इस ट्यूब को 20 सेकंड तक रखा जाता है। स्वैब वाली स्ट्रिप और नमूनों को रखने वाले बक्से को वीटीएम यानी वायरस ट्रांसमिशन मीडिया कहते हैं।

  • फिर आरएनए निकालते हैं

आरएनए यानी (राइबोन्यूक्लिक एसिड) एक्स्ट्रैक्शन मशीन से सैंपल में से आरएनए निकालते हैं। इस मशीन की कीमत 40 लाख से एक करोड़ रुपए तक है। कई लैब्स में अभी ये महंगी मशीन नहीं है। ऐसे में उन्हें मैनुअल आरएनए निकालना पड़ता है।

  • आरटी-पीसीआर मशीन से परिणाम

अब आरटी-पीसीआर मशीन में आरएनए डालते हैं। इसके साथ में कुछ रीएजेंट्स भी डाले जाते हैं। मशीन को करीब डेढ़ घंटे चलाते हैं। इसके बाद पता चलता है कि मरीज पॉजिटिव है या नहीं जबकि रैपिड टेस्ट किट के आधार पर मरीज को पॉजिटिव नहीं गिन सकते हैं।

  • धीरे-धीरे सैंपलिंग बढ़ा रहे

सीएमओडाॅ. संतलाल वर्मा ने बताया कि जिले में धीरे-धीरे सैंपलिंग बढ़ रही है। मार्च माह के अंत सिर्फ 57 सैंपल लिए थे, लेकिन अप्रैल माह के 25 दिनाें में हमने 500 से ज्यादा लाेगाें के सैंपल लिए हैं। अब जाे केस भी हमारे पास आरहा है, हम उसका सैंपल ले रहे हैं।

संक्रमित एएसआई डॉक्टर से ली थी मोहर

एएसआई लड़ाई झगड़े के मामले में समालखा अस्पताल में भी कागजी कार्रवाई के लिए गई थी। यहां उसने डॉ. आशीष से अस्पताल की मोहर ली और वापस की थी। अब डॉ. आशीष को होम क्वारेंटाइन कर दिया है। दूसरी ओर वो आरोपी को मेडिकल के लिए सिविल अस्पताल में लेकर आई थी। यहां मेडिकल डॉ. नेहा ने किया। इसलिए डॉ. नेहा के सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए हैं। कोरोना संक्रमित महिला एएसआई के संपर्क में आए लोगों को स्वास्थ्य विभाग ट्रेस कर रहा है।

महिला डॉक्टर के सैंपल भेजे गए हैं

एएसआई झगड़े के मामले के एक आरोपी को सिविल अस्पताल व समालखा अस्पताल में लेकर गई थी। वहां वो दो डॉक्टरों के संपर्क में भी आई। इसलिए सिविल अस्पताल की महिला डॉक्टर के सैंपल जांच के‌ लिए भेजे गए हैं। वहीं समालखा अस्पताल के डॉक्टर को 14 दिन के लिए होम क्वारेंटाइन कर दिया है। जिस आरोपी को एएसआई ने कोर्ट में पेश किया था। उसके भी सैंपल भेजे गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को 33 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे हैं। अब उनकी रिपोर्ट आने का इंतजार है।



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Corona has silent attack, 5 out of 12 cases did not have any symptoms


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