21 जून को कंकण सूर्यग्रहण लगने जा रहा है। कोविड महामारी के चलते इस बार सूर्यग्रहण मेला रद हो चुका है। लेकिन दशकों बाद ऐसा सूर्यग्रहण है, जिसका पाथ कुरुक्षेत्र से ही है। ऐसे में धार्मिक परंपरा सीमित तौर पर निभाने के लिए कुछ धार्मिक अनुष्ठान साधु-संत चाह रहे हैं। संतों व तीर्थ पुरोहितों से अनुष्ठान को मंथन कर मंजूरी के लिए सरकार के पास प्रस्ताव भेजा था। बुधवार को सरकार ने भी मंजूरी दे दी। 200 लोग तक सरोवरों पर जाने की अनुमति होगी, लेकिन 50 से ज्यादा लोग एक जगह एकत्रित नहीं हो सकते।
लिहाजा सरोवरों पर अलग-अलग जगह छोटे स्तर पर अनुष्ठान व पूजा पाठ की प्लानिंग प्रशासन बना रहा है। उन्हीं लोगों को अनुमति मिलेगी, जो कोरोना निगेटिव होंगे। मीटिंग में तय हुआ था कि इसके लिए पहले शामिल होने वालों की सूची तैयार की जाएगी। इनका कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। केडीबी व प्रशासन ही अनुष्ठान में शामिल होने वालों की कोविड जांच कराएगी, लेकिन अभी तक केडीबी के पास करीब 34 तीर्थ पुरोहितों व ब्राह्मणों ने ही आवेदन किए। जबकि तीन दिन बचे हैं। ऐसे में प्रशासन के समक्ष भी चुनौती खड़ी है। साधू-संतों समेत किस-किस को शामिल होने की मंजूरी दी जाए, इस पर आयोजन से पहले फैसला लेना होगा।
ब्रह्मसरोवर किनारे धार्मिक अनुष्ठान व सन्निहित पर पूजा पाठ होंगे
साधू संतों के सान्निध्य में सूर्यग्रहण पर कुछ अनुष्ठान कराने की योजना है। इसके लिए 200 लोगों के लिए प्रशासन को मंजूरी मिली है, लेकिन कोविड नियमों के तहत उक्त सभी एक जगह एकत्रित नहीं होंगे। तीर्थ पुरोहित सन्निहित पर पूजा पाठ करेंगे। जबकि ब्रह्मसरोवर किनारे स्वामी ज्ञानानंद महाराज की अगुवाई में धार्मिक अनुष्ठान होंगे। डीसी धीरेंद्र खड़गटा ने माना कि सरकार से अनुष्ठान की मंजूरी मिली है। कोविड नियमों के तहत ही अनुष्ठान कराया जाएगा।
पहले सूची तैयार होगी, उसके बाद जारी होगा पास
सोमवार की मीटिंग में तय हुआ था कि कोरोना निगेटिव ही इसमें शामिल होंगे। अलग-अलग जगह अनुष्ठान व पूजा पाठ होगी। इसके लिए बाकायदा सूची तैयार की जाएगी। इसके बाद इन्हें पास जारी किए जाएंगे, लेकिन अभी तक केडीबी के पास 34 तीर्थ पुरोहितों व ब्राह्मणों ने आवेदन किए। ऐसे में तीन दिन के भीतर टेस्ट भी कराना होगा। अभी आमतौर पर दो से तीन दिनों में रिपोर्ट मिल रही है। केडीबी अधिकारियों का कहना है कि टेस्ट रिपोर्ट आयोजन से पहले मिल जाएगी। शामिल होने वाले सभी साधू संत भी एक दिन पहले ही पहुंच जाएंगे।
20 से 21 जून तक श्रद्धालुओं के आवागमन पर रहेगी रोक : एसपी
डीसी ने कहा कि 21 जून को सूर्यग्रहण मेला नहीं होगा। ब्रह्मसरोवर, सन्निहित सरोवर के एक किमी में धारा 144 रहेगी। 21 जून तक ब्रह्मसरोवर, सन्निहित सरोवर के आसपास लोग जमा नहीं होंगे। एसपी आस्था मोदी को निर्देश दिए कि 19 जून को सुबह नौ से शाम पांच, 20 से 21 जून तक श्रद्धालुओं के आवागमन पर रोक रहेगी।
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