गांव सारसा में बने नाथों के मंदिर में खुद को नाथ पंथ का बाबा बताकर यहां पूजा-पाठ करवाने के बाद लोगों में अच्छी पैंठ बना रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर तीन लोगों को 5 लाख रुपए की चपत लगाने वाले आरोपी 34 वर्षीय बाबा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
20 जुलाई 2019 को गांव सारसा पिहोवा वासी धर्म सिंह, भीम सिंह और हरिकेश ने पिहोवा थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी, गांव में अलग से नाथों का मंदिर प्राचीन काल से बना है। 2017 में ज्ञाननाथ नामक बाबा आया। जिसने खुद को नाथपंथ से बताया था। यह भी कहा था कि वह कुछ समय के लिए इस मंदिर में पूजा करना चाहता है। बाबा समझकर विश्वास करते हुए पूजा पाठ करने के लिए कह दिया। ज्ञाननाथ ने कुछ माह बाद कहा कि रेलवे में उच्च अधिकारियों में अच्छी पैंठ है। धर्म सिंह ने अपने बेटे व भीम सिंह ने अपने दामाद को रेलवे में नौकरी लगवाने के 3 लाख रुपए का इंतजाम किया और भीमसिंह ने 2 लाख ब्याज पर लेकर दोनों ने 5 लाख बाबा को दे दिए।
पैसे लेकर परीक्षा भी दिलाई : शिकायतकर्ताओं ने बताया ज्ञाननाथ ने आश्वासन दिया था कि जल्द ही बच्चे रेलवे में नौकरी लग जाएंगे। उसने दोनों के प्रमाण पत्र भी ले लिए। साथ ही भीम सिंह के दामाद आनंद का पेपर चंडीगढ़ और धर्म सिंह के बेटे का पेपर लुधियाना में दिलवाया। इसी दौरान हरिकेश जो मंदिर में आता-जाता था। वह भी बाबा ज्ञाननाथ के प्रवचनों से प्रभावित हो गया था। हरिकेश ने भी बाबा पर भरोसा करते हुए मई 2019 में 2 लाख रुपए दे दिए थे। लेकिन बाबा ने उसे भी पैसे नहीं लौटाए तो उसने केस दर्ज करवाया था।
लॉकडाउन के समय से सेक्टर-5 में रह रहा था बाबा
पिहोवा थाने से जांच अधिकारी एएसआई शमशेर ने बताया उक्त आरोपी लॉकडाउन के समय से ही सेक्टर-5 स्थित एक मकान में छुपकर रह रहा था। वहां रेड कर आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। नोच गांव में भी नाथ पंथ का एक डेरा है, आरोपी का आधार कार्ड व अन्य दस्तावेजों पर वहीं का पता है।
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