Skip to main content

डेरोली से पलवल वाया अटेली बस सेवा 5 माह बाद दोबारा शुरू हुई

डेरोली से पलवल वाया अटेली के बीच पांच महीनों से बंद हरियाणा रोडवेज बस सेवा दोबारा शुरु हो गई है। इसलिए क्षेत्रवासी इस रोडवेज बस सेवा का भरपूर लाभ लें। बता दें कि देश व प्रदेश में कोरोना महामारी के कारण 24 मार्च से लॉकडाउन लग गया था। लॉकडाउन लगने पर पूरे प्रदेश में रोडवेज बस सेवा के आवागमन पर रोक लगा दी गई थी।

हालांकि दो महीने बाद लॉकडाउन में छूट दे दी गई थी, परंतु प्रदेश में अभी तक रोडवेज बस सेवाओं को पूर्णतया बहाल नहीं किया था। इसके चलते पलवल डिपो की डेरोली से पलवल वाया अटेली चलने वाले रोडवेज बस सेवा अभी तक बंद थी। इससे क्षेत्र के लोगों को अपने निजी वाहनों से आवागमन करना पड़ रहा है। जो बहुत महंगा पड़ रहा था। अब रोडवेज विभाग ने डेरोली से पलवल के बीच बस सेवा फिर से शुरु कर दी है। पलवल डिपो की बस बुधवार सुबह 6 बजे से गांव डेरोली से चल अटेली होते हुए पलवल के लिए रवाना हुई।

बस के परिचालक राकेश यादव ने बताया कि यह बस पलवल डिपो की है तथा सुबह 6 बजे डेरोली से चल कर सीहमा, सागरपुर, तिगरा, खोड़ होते हुए अटेली मंडी पहुंचती है। इसके बाद अटेली से चल कर, कुंड, रेवाड़ी, धारूहेड़ा, मानेसर, गुरूग्राम व सोहना होते हुए 10.30 बजे पलवल पहुंचती है। इसके बाद दोपहर 1.45 पर पलवल से चल कर अटेली से डेरोली में रात्रि ठहराव करेगी। इस रूट पर बस सेवा फिर से चलने पर सागरपुर के चौ. भरपूर सिंह, तिगरा के सरपंच धर्मेद्र, पेंटर राकेश रोहिल्ला, खोड़ के सरपंच राकेश व पूर्व सरपंच सतपाल चौहान आदि ने रोडवेज के महाप्रबंधक व मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/34Ata1J

Popular posts from this blog

कच्चे क्वार्टर बाजार के बीच से गुजर रहे हैं बिजली के तार, हादसा आगजनी में 1999 में 48 लोगों की हुई थी मौत

शहर का सबसे व्यस्त व भीड़ वाले बाजार कच्चे क्वार्टर के बीच से बिजली के तार गुजर रहे हैं। केबल न होने से हवा चलने पर यह तार आपस में टकरा जाते हैं। जिससे चिंगारी निकलती है। ऐसे में यहां आगजनी होने का खतरा बना रहता है। व्यापारियों व दुकानदारों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि यहां एक बार बड़ी अनहोनी हो चुकी है। 1999 में आगजनी होने पर 48 लाेगों की हुई थी मौत कच्चे क्वार्टर में नवंबर, 1999 में बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। आगजनी घटना शार्ट-सर्किट के कारण हुई थी। आग में 48 लोगों की जान गई थी। वहीं सौ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक ही दुकान के अंदर दर्जनों लोगों की जान गंवाई थी। कच्चे क्वार्टर बाजार में 1999 के बाद भीड़ करीब 10 गुणों बढ़ गई है। हर दिन यहां हजारों लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां दुकानों के स्टाल पर लटकते तारों से हादसा होने का अंदेशा है। यहां दिन के समय भी पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा इस क्षेत्र में अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जबकि नगर निगम पर इस पर कंट्रोल नहीं है। यहां दिन में पैदल...

2 दिन से एमएसपी पर पीआर धान की नहीं हुई खरीद, सरकारी रिकॉर्ड में 17500 क्विंटल मंडियों में अटका

सरकार और राइस मिलर्स की लड़ाई में किसान पिस रहा है। पीआर धान की सरकारी खरीद कागजों में रविवार से शुरू हो चुकी है लेकिन पूरे जिले में किसी भी मंडी में एक दाने की खरीद अब तक नहीं हुई। मार्केट कमेटी के रिकॉर्ड अनुसार ही 17500 क्विंटल पीआर धान मंडियों में पहुंच चुका है। हालांकि धान इससे कहीं ज्यादा मात्रा में मंडियों में पड़ा है। सोमवार सुबह नई अनाज मंडी में एमएसपी पर धान की खरीद शुरू न होने पर किसानों ने मार्केट कमेटी कार्यालय के बाहर धरना शुरू किया। उसके बाद एसडीएम संजय कुमार किसानों के बीच पहुंचे और उन्हें एमएसपी पर खरीद का आश्वासन दिया। किसानों ने एसडीएम से दो टूक कहा कि वे पहले ही दुखी हैं और अब उन्हें और परेशान नहीं किया जाए। एक दिन का अल्टीमेटम देते हुए किसान बलजीत किच्छाना, गुरनाम सिंह डोहर, फूल सिंह नरड़, संजय ग्योंग, होशियार गिल व राममेहर गिल प्यौदा, तेजिंद्र सिंह अरनौली ने कहा कि अगर सोमवार सायं तक एम एसपी पर खरीद शुरू नहीं हुई तो मंगलवार से किसान कार्यालय के बाहर धरना देंगे और आंदोलन करने को मजबूर होंगे। किसानों को एक-एक क्विंटल धान लाने के मैसेज पर एसडीएम बोले-गलती सुधारी ज...