Skip to main content

यूजी स्टूडेंट्स को 1:45 घंटे में हल करने होंगे बहु विकल्पीय प्रश्न, पीजी को देने होंगे 3 प्रश्नों के विस्तृत उत्तर

केयू और दूसरी विवि के बाद एमडीयू ने भी फाइनल की परीक्षा कराने का प्लान तैयार किया है। एमडीयू प्रदेश के 1.36 लाख छात्रों की ऑनलाइन व ऑफलाइन परीक्षा लेगा। यह परीक्षाएं 11 सितंबर से 30 तक होंगी। डेटशीट बनाई जाना बाकी है। दोनों मोड में परीक्षा करवाने के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) बनाई है। ऑफलाइन के लिए विवि के विभागों व कॉलेज में केंद्र बनाए जाएंगे। परीक्षार्थियों को सोशल डिस्टेंसिंग के लिए एक बेंच छोड़कर बैठाया जाएगा। बेंचों के बीच में 2 गज की दूरी बनाई जाएगी। जो स्टूडेंट्स ऑनलाइन चुनेगा, उसे ऑनलाइन तरीके से ही परीक्षा दिलवाई जाएगी और ऑफलाइन वालों के लिए परीक्षा केंद्र में व्यवस्था की जाएगी। वहीं, जिन्होंने कोई भी विकल्प नहीं चुना या सर्वे में भाग नहीं लिया है तो उन्हें ऑफलाइन में ही गिना जाएगा।

यूजी के इन काेर्स में होंगे बहुविकल्पीय प्रश्न

यूजी कोर्स के छठे सेमेस्टर, दूरस्थ शिक्षा एनुअल स्कीम के बीए, बीकाम के थर्ड ईयर, बीएड सेकेंड ईयर की परीक्षा मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन यानी बहु विकल्पीय प्रश्नों के आधार पर होगी। परीक्षा दो शिफ्ट में होगी। ऑफलाइन मोड में सुबह 10 बजे से 11:45 बजे तक समय रहेगा। शाम को 2 बजे से 3:45 बजे तक होगा। ऑनलाइन परीक्षा के लिए शिफ्ट के समय में 15 मिनट अतिरिक्त मिलेंगे, ताकि पीडीएफ अपलोड कर सकें। इस बार एक ही विषय के दो या तीन अलग-अलग पेपर नहीं होंगे। एक ही विषय का एक ही पेपर होगा। एक पेपर में 50 प्रश्न होंगे।

पीजी में 3 विवरणात्मक प्रश्नाें का देना हाेगा उत्तर

पीजी फाइनल सेमेस्टर व वर्ष की 11 सितंबर से सभी कोर्स की परीक्षा होगी। इसमें पीजी कोर्स, बीबीए, बीसीए, ऑनर्स कोर्स, एमबीए की परीक्षा करवाई जाएगी। इसके लिए विवरणात्मक प्रश्नों काे हल करना हाेगा। कुल 8 या 9 प्रश्नों में से 3 प्रश्न अनिवार्य होंगे। ऑफलाइन परीक्षा के लिए 1:45 घंटे का समय होगा। ऑफलाइन में केंद्र पर उत्तरपुस्तिका मिलेगी। एक सितंबर से 10 सितंबर तक प्रैक्टिकल एग्जाम होंगे। 7 से पीएचडी व एमफिल कोर्स वर्क के पेपर होंगे।

ऑफलाइन के लिए यह होगी एसओपी

  • स्टूडेंट्स को मास्क लगाकर परीक्षा देनी होगी।
  • खुद की सैनिटाइजर बोतल साथ लानी होगी।
  • पीने के पानी की बोतल भी अपनी ही लेकर जाएंगे।
  • अन्य स्टेशनरी सामान भी अपना ही लाना होगा, किसी से कुछ लेने की छूट नहीं होगी।

ऑनलाइन में यह लागू हाेगी गाइडलाइन

  • स्टूडेंट्स को सुनिश्चित करना होगा कि उनके लैपटॉप, कंप्यूटर, एंड्राइड मोबाइल फोन पर सुचारु रूप से काम कर रहा कैमरा उपलब्ध हो।
  • कैमरे पर अपना सरकारी पहचान प्रमाण-पत्र दिखाना होगा।
  • सभी स्टूडेंट परीक्षा के दौरान कैमरे की निगरानी में रहेंगे।
  • कैमरा के जरिए निगरानी में यदि कोई स्टूडेंट्स किसी अनुचित कार्रवाई में लिप्त मिला तो उसकी परीक्षा रद्द कर दी जाएगी।
  • एक समय पर स्क्रीन पर एक ही बहुविकल्पीय प्रश्न उपलब्ध होगा। हालांकि, किसी प्रश्न से आगे बढ़ना और पिछले प्रश्न पर वापस आने की सुविधा स्टूडेंट्स को होगी।

रायशुमारी जानकर लिया गया है फैसला

एमडीयू फाइनल ईयर व सेमेस्टर की दोनों मोड में परीक्षाएं करवाएगा। परीक्षा का मोड जानने के लिए पहली बार एमडीयू ने ही स्टूडेंट्स से रायशुमारी की। छात्र को विकल्प खुद चुनना होगा। -डॉ. बीएस सिंधु, परीक्षा नियंत्रक, एमडीयू।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
एमडीयू यूनिवर्सिटी (फाइल फोटो)


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/32BVVIF

Popular posts from this blog

आपसी संबंधों में आई खटास मिटाने को श्रीमद्भगवद गीता के दिखाए मार्ग पर चलें

गीता जयंती मनाने का अर्थ है मानव को मानव बनाने का अभियान। सही मायनों में इसे तभी सार्थक माना जाएगा, जब आपसी प्रेम, सद्भावना और हर घर में खुशी होगी। ये उद्गार प. रामचंद्र पाण्डेय ने व्यक्त किए। वह आध्यात्मिक गीता-ज्ञान प्रचारिणी सभा के तत्वावधान में रामपुरा माेहल्ला स्थित श्रीगीता भवन में श्रद्धालुओं काे संबाेधित कर रहे थे। रामचंद्र ने कहा कि मानव के हाथों से बनाई गई मूर्ति की हम पूजा करते हैं और भगवान के हाथों से बनाए गए जीव आपस में लड़ते हैं। आपसी सम्बंधों में आई खटास को मिटाने के लिए गीता द्वारा दिखाए मार्ग पर चलें। हर समस्या का समाधान स्वयं हो जाएगा। भगवान के चरणों में शरणागति का उपदेश गीता है। पं. पतंजलि पांडेय ने भी गीता पर चर्चा करते हुए अनेक प्रसंग सुनाए। इससे पूर्व त्रिभुवन बक्शी, प्रेमलता, सुमित मित्तल, जितेश राखा ने भजनों की वर्षा की। प्रधान ऊषा बख्शी ने कहा कि गीता महाेत्सव पूरे साेशल डिस्टेसिंग के तहत मनाया गया। इस अवसर पर दयानंद बंसल, विनोद गोयल, गुलशन महाजन, कुलदीप चोपड़ा, कृष्णलाल मेहता, अत्तर चंद भुटानी, साहिल राजपाल, शांतिस्वरुप तनेजा, हरिप्रकाश सिंगल, यशपाल मुंडेजा

फेसबुक पर दोस्ती कर विधवा से किया गैंगरेप, जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया

किला थाना क्षेत्र में शुक्रवार को फेसबुक पर दोस्ती कर गैंगरेप का मामला सामने आया। पीड़िता के साथ 6 महीने पहले दोस्ती कर आरोपी ने जाल में फंसा लिया। फिर दोस्त कि डेयरी में ले जाकर दोस्त के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। 26 वर्षीय महिला ने बताया कि उसकी 10 साल पहले शादी हुई थी। शादी के दो साल बाद ही पति की मौत हो गई। मौत के बाद वह मायके में आकर रहने लगी। 6 महीने उसकी पहलवान चौक कुटानी रोड के सोनू के साथ फेसबुक पर बातचीत शुरू हुई थी। उसने बातों में फंसा लिया। 25 अगस्त की रात 9 बजे सोनू ने उसे जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया। वह घर से बाहर आई तो वह अपनी एक्टिवा पर बैठाकर पहलवान चौक के पास बनी महालक्ष्मी डेयरी में ले गया। जिसका संचालक विकास है। सोनू उसे अंदर ले गया और को‌ल्ड ड्रिंक पिला दी। इस बीच विकास भी वहां आ गया। वह बेेहोश हो गई। वहीं रात करीब साढ़े 11 बजे होश आया तो उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। महिला का आरोप है कि फेसबुक मित्र सोनू व सोनू ने दोस्त विकास के साथ मिलकर दुष्कर्म किया है। किला पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश जारी है। Download D

बच्चे पैंगोंग झील के पास बेखौफ घूम रहे, पर्यटकों के लिए भी खुल गया फिंगर-4 के नजदीक का यह गांव, लोग बोले- अब सब नॉर्मल

(मोरुप स्टैनजिन) चीन के साथ जारी तनाव के बीच लद्दाख के आखिरी रहवासी गांव मान-मेराक में अब जिंदगी पहले जैसी हो गई है। सभी प्रकार की पाबंदियां हटा ली गई हैं। संचार व्यवस्था बहाल हो गई है और पर्यटकों के लिए भी अब कोई रोक-टोक नहीं है। 2 महीने पहले यहां दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने थीं। तनाव के गवाह रहे फिंगर-4 इलाके के पास स्थित पैंगोंग झील अब फिर से बच्चों और स्थानीय लोगों से गुलजार है। यहां आसपास के लोगों से बात करो तो कहते हैं- इंडियन आर्मी ने चीनियों को पीछे खदेड़ दिया है। अब डरने जैसी कोई बात नहीं है। 'सर्दियों में लोग पहले की तरह अपने मवेशी फिंगर फोर तक ले जा सकेंगे' एरिया काउंसलर (स्थानीय जनप्रतिनिधि) स्टैनजिन कॉनचॉक के मुताबिक, 15-16 जून गलवान घाटी की घटना के 2 महीने बाद तक यहां के लोगों ने सेना की सख्त पहरेदारी में जिंदगी गुजारी है। लेकिन, अब जीवन सामान्य हो रहा है। सेना और स्थानीय लोग मिलकर सड़क और भवनों के निर्माण में युद्धस्तर पर लगे हुए हैं क्योंकि सर्दियां शुरू होते ही काम करने में दिक्कत आएगी। स्टैनजिन ने बताया, हमने नोटिस किया है कि चीनी पीछे हट रहे हैं। इं