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शिक्षा विभाग ने टीचरों को दिए थे नशेड़ी ढूंढने के निर्देश, वापस लिए

समाज कल्याण विभाग की ओर से आयोजित नशा मुक्त भारत अभियान को लेकर शुक्रवार को लघु सचिवालय बैठक हुई थी, जहां विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। नशा मुक्त भारत अभियान में करनाल जिला भी शामिल है। ये अभियान मार्च तक चलेगा। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी के प्रतिनिधि व महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला परियोजना अधिकारी को निर्देश दिए।

वे नशा करने वाले बच्चों और उनके क्षेत्र से संबंधित लोगों की सूचना जिला टास्क फोर्स कमेटी को दें, ताकि उन्हें खोजकर नशे से बचाया जा सके। इसके लिए जिला शिक्षा विभाग के कार्यालय से शुक्रवार को पत्र जारी कर सभी स्कूलों के अध्यापकों की ड्यूटी लगाई कि एक सप्ताह के अंदर 40 नशा करने वाले व्यक्तियों की पहचान कर सूची बनाकर जानकारी दें।

इसके लिए प्रॉफोर्मा भी भेजा गया था। यह लेटर जारी होने के बाद सोशल मीडिया पर अध्यापकों के कार्य का खूब मजाक बनाया गया। शिक्षा विभाग ने मामले को संज्ञान में लिया, जिसके बाद जिला शिक्षा विभाग के कार्यालय से शनिवार को अध्यापकों की ड्यूटी गांवों में नशा करने वाले व्यक्तियों की पहचान करने से पत्र के आदेश को वापस ले लिया गया है।



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फाइल फोटो।


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