3 साल पहले अधिकारियों द्वारा एक साल पुरानी छात्र संख्या दिखाकर फरैण खुर्द गांव के प्राइमरी स्कूल को मर्ज करवा दिया था, लेकिन अब ग्रामीणों व स्टाफ ने मिलकर दोबारा से छात्र संख्या बढ़ाकर स्कूल को री-ओपन करवा दिया है। 2018 में स्कूल की छात्र संख्या 18 थी, जबकि स्कूल मर्ज होने के दौरान स्कूल में छात्र संख्या 26 पहुंच गई थी, लेकिन सितंबर 2018 की छात्र संख्या को आधार मानकर स्कूल को मर्ज कर दिया गया था, लेकिन अब स्कूल में छात्र संख्या 37 तक पहुंच गई है। इसके चलते विभाग को स्कूल दोबारा रि-ओपन करना पड़ा।
वर्ष 2019 में मौलिक शिक्षा निदेशालय ने 20 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों की सूची मांगी थी, जिसमें राजकीय प्राइमरी स्कूल फरैण खुर्द का भी नाम शामिल था। उस समय स्कूल में 26 छात्र थे, लेकिन विभाग ने सितंबर 2018 की छात्र संख्या को आधार मानकर फरैण खुर्द के प्राइमरी स्कूल को डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित फरैण कलां गांव के प्राइमरी स्कूल में मर्ज कर दिया गया था।
इसके चलते स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को दूसरे स्कूल में भेज दिया गया था। इस सत्र में स्कूल प्रबंधन कमेटी व स्टाफ सदस्यों ने अपनी मेहनत से स्कूल में छात्रों की संख्या 37 कर दी और स्कूल प्रबंधन कमेटी की तरफ से प्रस्ताव बनाकर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से मुख्यालय को भेजा गया। मुख्यालय की तरफ से इस स्कूल को दोबारा खोलने की अनुमति प्रदान कर दी है।
दो शिक्षक की लगेगी ड्यूटी
जिस समय स्कूल को मर्ज किया गया था, उस समय भी स्कूल में दो शिक्षकों की ड्यूटी थी। अब रि-ओपन होने के बाद भी यहां पर दो शिक्षकों की ड्यूटी होगी। फिलहाल शिक्षकों को स्थानीय अधिकारियों के पत्र मिलने का इंतजार है।
स्कूल को दोबारा ओपन करने के निर्देश जारी किए
जींद जिले का एक स्कूल 2017-18 में मर्ज हुआ था। अब वहां छात्र संख्या 25 से अधिक है, इसलिए विभाग ने स्कूल को दोबारा ओपन करने के निर्देश जारी किए हैं। -सदानंद वत्स, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, जींद
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