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सोमवार-मंगलवार को बाजार बंद करने के विरोध में उतरे प्रधान, बोले- खोलेंगे दुकानें, चालान कटे तो प्रशासन को सौंपेंगे चाबियां

शनिवार और रविवार को बाजार व मॉल खोलकर अब सोमवार-मंगलवार को दुकानें बंद करने के सरकार के फैसले का शहर के बाजार प्रधानों ने घोर विरोध किया है। प्रधानों ने कहा कि सोमवार-मंगलवार को दुकानें बंद नहीं होंगी, चाहे प्रशासन कोई कार्रवाई करे। साथ ही प्रधानों ने यह चेतावनी भी दे दी कि अगर सोमवार को चालान काटा गया तो दुकानों की चाबियां प्रशासन को सौंपकर अनिश्चित काल के लिए दुकानें बंद कर देंगे। दुकानदारों के विरोध पर सांसद संजय भाटिया ने कहा कि बाजार प्रधान अपने सुझाव लिखकर दे दें।

उनकी मांग उचित प्लेटफार्म पर सरकार तक पहुंचाई जाएगी। वहीं, डीसी धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार ने कुछ सोच-समझकर ही फैसला लिया गया होगा। फिर भी दुकानदारों से बात कर समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा। वहीं शहरी विधायक प्रमोद विज ने कहा कि यह नियम पूरे प्रदेश के लिए है। फिर भी अगर हमारे व्यापारी, दुकानदारों को कोई दिक्कत है तो उनकी बात संबंधित मंत्री तक पहुंचाएंगे।

दुकानदारों के 3 तर्क, क्यों सरकार के फैसले को गलत बताया

1. बसें फुल सवारी लेकर चल रहीं, तब कोरोना नहीं फैलता

दुकानदारों ने कहा कि कोरोना को रोकना है तो सख्त कदम उठाने होंगे। सख्ती से लॉकडाउन को लागू करना होगा। ढाबे खुले हैं, लोग होटलों में पिकनिक कर रहे, बसों में सवारियां ठूंस-ठूंस कर भरी जा रही हैं। मॉल में नियंत्रण नहीं है। सिर्फ छोटे दुकानदारों से ही कोरोना फैलता है क्या?

2. फैसले से पहले व्यापारिक संगठनों से क्यों नहीं पूछा

सरकार के भी व्यापारिक संगठन हैं। क्या सरकार इतना बड़ा फैसला लेने से पहले व्यापारियों से नहीं पूछ सकती। कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए इतना बड़ा कदम उठाया गया। यह काला कानून है। सरकार इस फैसले को वापस ले।

3. बाहर से सामान लेने आने वाले कारोबारियों को क्या पता है कि पानीपत में सोमवार-मंगलवार को दुकानें बंद रहेंगी

बाहर के लोग पानीपत में सामान खरीदने आते हैं। 40 सालों से रविवार को बाजार बंद रखने की परंपरा है। अब सोमवार-मंगलवार को भी बंद करने का फरमान दे दिया। बाहर से आने वालों को क्या यह पता है। कर्मचारियों की छुट्‌टी सेट है। सोमवार-मंगलवार को बैंकों के काम होते हैं। सब कुछ कैसे व्यवस्थित होगा।

सभी बाजारों के प्रधानों ने की बैठक : इंसार बाजार चौक लालजी मंदिर में संयुक्त व्यापार मंडल की मीटिंग हुई। इसमें संयुक्त व्यापार मंडल के प्रधान प्रधान सुनील अरोड़ा, रेलवे रोड के प्रधान अनिल मदान, चौड़ा बाजार के प्रधान दर्शनलाल वधवा, सनौली रोड के प्रधान सुनील चावला, गीता मंदिर के योगेश अरोड़ा, सतपाल रेवड़ी, दीपक अरोड़ा, संजय वर्मा, राजीव सोनी, नरेश हांडा, लक्की मेहता, सरदार अमरजीत सिंह, शिवराज अरोड़ा, संजीव अरोड़ा, अशोक अरोड़ा, गौरव लीखा, सुनील मुंजाल, हिमांशू कटारिया आदि उपस्थित रहे।

ये भी विरोध में

संयुक्त व्यापार मंडल समिति भी खफा

संयुक्त व्यापार मंडल समिति के प्रधान राजेश सुरी ने सुभाष बाजार में सदस्यों के साथ बैठक कर सरकार के फैसले का विरोध किया। सुरी ने कहा कि सोमवार-मंगलवार को दुकानें खोलेंगे। अगर प्रशासन ने कार्रवाई की तो सभी एक साथ इसके विरोध में खड़े होंगे। बैठक में सुरेश बवेजा, मुरली, कृष्ण अग्रवाल, विशाल वर्मा, मुलकराज मक्कड़, दर्शन बवेजा, कुलदीप जैन व संजय बतरा शामिल हुए।

हैंडलूम एसो. भी दुकानदारों के साथ

पानीपत हैंडलूम एसोसिएशन ने भी सरकार के फैसले का विरोध किया है। प्रधान जोगिंदर नरूला ने सदस्यों के साथ मीटिंग की और सरकार के फैसले को व्यापारी विरोधी बताया। प्रधान ने कहा कि बड़ी मुश्किल से व्यापार शुरू हो रहा है, इस पर सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए छोटे दुकानदारों को परेशान कर रही है।



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संयुक्त व्यापार मंडल के प्रधान साथ में अन्य बाजारों के प्रधान मीटिंग करते हुए।


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