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बाबा खेमचंद दास जोहड़िया के नवनिर्मित मंदिर के सातवें स्थापना दिवस पर हवन

गांव मालड़ा में बाबा खेमचंद दास जोहड़िया के नवनिर्मित मंदिर के सातवें स्थापना दिवस पर वीरवार को मंदिर परिसर में हवन कर प्रसाद वितरित किया गया। सामाजिक कार्यकर्ता सुजान मालड़ा ने बताया कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बाबा खेमचंद दास जोहड़िया के मेले पर सभी कार्यक्रम स्थगित करते हुए केवल हवन का आयोजन किया गया। वहीं श्रद्धालुओं ने भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बाबा की प्रतिमा पर प्रसाद चढ़ाकर मन्नतें मांगी। स्वामी पवित्रानंद महाराज की अध्यक्षता में होने वाले हवन को घीसाराम व रुपचंद आर्य ने सफलता पूर्वक संपन्न कराया।
यजमान के रूप में सुजान मालड़ा व मास्टर मंजीत सपत्नी उपस्थित हुए। हवन में सैकड़ों महिला, पुरुष एवं बच्चों ने आहुति डाली। सामाजिक कार्यकर्ता सुजान मालड़ा ने बताया कि वैसे तो दोनों संतों की मूर्तियां गांव के बीच में स्थित बाबा सदाराम मंदिर परिसर में ही स्थापित है। परन्तु पिछले सात सालों से बाबा जोहड़िया की समाधि स्थल पर भी अलग से मेला लगने लग गया। बुजुर्गों संपतराम, धर्मपाल, राम स्वरूप, हरिसिंह,राज मास्टर, श्रीकिशन, धनपत सिंह,पूर्व प्राचार्य अभय सिंह,पूर्व थानेदार बहादुर सिंह के अनुसार जब बाबा खेमचंद दास बाबा की महिमा का गुड़गान किया।



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Havan on the seventh foundation day of the newly constructed temple of Baba Khemchand Das Johadia


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आपसी संबंधों में आई खटास मिटाने को श्रीमद्भगवद गीता के दिखाए मार्ग पर चलें

गीता जयंती मनाने का अर्थ है मानव को मानव बनाने का अभियान। सही मायनों में इसे तभी सार्थक माना जाएगा, जब आपसी प्रेम, सद्भावना और हर घर में खुशी होगी। ये उद्गार प. रामचंद्र पाण्डेय ने व्यक्त किए। वह आध्यात्मिक गीता-ज्ञान प्रचारिणी सभा के तत्वावधान में रामपुरा माेहल्ला स्थित श्रीगीता भवन में श्रद्धालुओं काे संबाेधित कर रहे थे। रामचंद्र ने कहा कि मानव के हाथों से बनाई गई मूर्ति की हम पूजा करते हैं और भगवान के हाथों से बनाए गए जीव आपस में लड़ते हैं। आपसी सम्बंधों में आई खटास को मिटाने के लिए गीता द्वारा दिखाए मार्ग पर चलें। हर समस्या का समाधान स्वयं हो जाएगा। भगवान के चरणों में शरणागति का उपदेश गीता है। पं. पतंजलि पांडेय ने भी गीता पर चर्चा करते हुए अनेक प्रसंग सुनाए। इससे पूर्व त्रिभुवन बक्शी, प्रेमलता, सुमित मित्तल, जितेश राखा ने भजनों की वर्षा की। प्रधान ऊषा बख्शी ने कहा कि गीता महाेत्सव पूरे साेशल डिस्टेसिंग के तहत मनाया गया। इस अवसर पर दयानंद बंसल, विनोद गोयल, गुलशन महाजन, कुलदीप चोपड़ा, कृष्णलाल मेहता, अत्तर चंद भुटानी, साहिल राजपाल, शांतिस्वरुप तनेजा, हरिप्रकाश सिंगल, यशपाल मुंडेजा

फेसबुक पर दोस्ती कर विधवा से किया गैंगरेप, जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया

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