Skip to main content

शहर में दो स्थानों पर विकसित की जा रही 8 एकड़ की दो कॉलोनियों पर चलाई जेसीबी

जिला नगर योजनाकार विभाग की टीम ने मंगलवार को शहर के गढ़ी बोलनी रोड पर पदैयावास गांव में एवं माजरा गुरदास रोड पर कोनसीवास के समीप 8 एकड़ क्षेत्र में अवैध रूप से विकसित की जा रही कॉलोनी को ध्वस्त कर दिया। विभाग की इस कार्रवाई से अवैध कॉलोनाइजरों में हड़कंप मच गया। विभाग की तरफ से इससे पहले कोसली में भी बड़ी कार्रवाई की गई थी।

शहर के गढ़ी बोलनी रोड पर पदैयावास के समीप लगभग 6 एकड़ से भी अधिक बड़े क्षेत्र में अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही थी। विभाग के पास अवैध रूप से कॉलोनी विकसित करने की जानकारी पहुंची तो कॉलोनाइजरों को नोटिस भी दिए गए लेकिन उनकी तरफ से इस पर न कोई जवाब दिया गया और न ही कॉलोनी विकसित करने पर रोक लगाई।

इसके अलावा माजरा गुरदास रोड पर कोनसीवास के समीप भी 2 एकड़ में अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही थी। विभाग की नोटिस प्रक्रिया को यहां पर भी कोई तवज्जों नहीं दी गई थी। इसके बाद विभागीय अधिकारियों ने मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत कराकर तोड़फोड़ के लिए पुलिस बल की मांग की।

जिसके बाद मंगलवार को डीटीपी देवेंद्रपाल की अगुवाई में पहुंची टीम ने भारी पुलिस बल के साथ यहां पर दोनों अवैध कॉलोनियों में जेसीबी चलाकर डीपीसी के साथ पक्के निर्माण को तोड़ दिया।

डीटीपी विभाग की तरफ से इससे पहले भी 14 अक्टूबर को शहर के रामगढ़ रोड के साथ गोकलगढ़ में अवैध कॉलोनी पर कार्रवाई की गई थी, जिसके बाद इन कॉलोनियों के बारे में भी जानकारी मिली थी।

तत्पश्चात मंगलवार को नायब तहसीलदार राजेंद्र सिंह को बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट साथ लेकर पहुंची विभाग की टीम ने यहां पर कार्रवाई की। इस दौरान जेसीबी की मदद से 32 प्लॉटों की डीपीसी, 3 चारदीवारी एवं एक फैक्ट्री को तोड़ने के साथ उनके द्वारा किए गए अन्य पक्के निर्माण को भी तोड़ दिया गया।

यहां पर कार्रवाई के बाद विभाग की टीम माजरा गुरदास रोड पर गांव कोनसीवास के समीप पहुंची जहां पर दो एकड़ क्षेत्र में अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही थी।
अवैध कॉलोनियों में पैसा न लगाएं लोग
इस कॉलोनी में टीनशेड डालकर व नींव भरकर किए गए निर्माण को भी तोड़ दिया गया। डीटीपी देवेंद्र पाल ने बताया कि कंट्रोल एवं शहरी क्षेत्र में किसी भी तरह के निर्माण से पहले विभाग से एनओसी लेना जरूरी है।

उन्होंने कहा कि लोग अवैध कॉलोनियों में अपना पैसा नहीं लगाए और किसी भी कॉलोनी में खरीददारी से पहले उसके बारे में कार्यालय में जानकारी हासिल कर सकते हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
JCB operates on two 8-acre colonies being developed at two locations in the city


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3jxmeWL

Popular posts from this blog

फेसबुक पर दोस्ती कर विधवा से किया गैंगरेप, जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया

किला थाना क्षेत्र में शुक्रवार को फेसबुक पर दोस्ती कर गैंगरेप का मामला सामने आया। पीड़िता के साथ 6 महीने पहले दोस्ती कर आरोपी ने जाल में फंसा लिया। फिर दोस्त कि डेयरी में ले जाकर दोस्त के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। 26 वर्षीय महिला ने बताया कि उसकी 10 साल पहले शादी हुई थी। शादी के दो साल बाद ही पति की मौत हो गई। मौत के बाद वह मायके में आकर रहने लगी। 6 महीने उसकी पहलवान चौक कुटानी रोड के सोनू के साथ फेसबुक पर बातचीत शुरू हुई थी। उसने बातों में फंसा लिया। 25 अगस्त की रात 9 बजे सोनू ने उसे जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया। वह घर से बाहर आई तो वह अपनी एक्टिवा पर बैठाकर पहलवान चौक के पास बनी महालक्ष्मी डेयरी में ले गया। जिसका संचालक विकास है। सोनू उसे अंदर ले गया और को‌ल्ड ड्रिंक पिला दी। इस बीच विकास भी वहां आ गया। वह बेेहोश हो गई। वहीं रात करीब साढ़े 11 बजे होश आया तो उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। महिला का आरोप है कि फेसबुक मित्र सोनू व सोनू ने दोस्त विकास के साथ मिलकर दुष्कर्म किया है। किला पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश जारी है। Download D...

बच्चे पैंगोंग झील के पास बेखौफ घूम रहे, पर्यटकों के लिए भी खुल गया फिंगर-4 के नजदीक का यह गांव, लोग बोले- अब सब नॉर्मल

(मोरुप स्टैनजिन) चीन के साथ जारी तनाव के बीच लद्दाख के आखिरी रहवासी गांव मान-मेराक में अब जिंदगी पहले जैसी हो गई है। सभी प्रकार की पाबंदियां हटा ली गई हैं। संचार व्यवस्था बहाल हो गई है और पर्यटकों के लिए भी अब कोई रोक-टोक नहीं है। 2 महीने पहले यहां दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने थीं। तनाव के गवाह रहे फिंगर-4 इलाके के पास स्थित पैंगोंग झील अब फिर से बच्चों और स्थानीय लोगों से गुलजार है। यहां आसपास के लोगों से बात करो तो कहते हैं- इंडियन आर्मी ने चीनियों को पीछे खदेड़ दिया है। अब डरने जैसी कोई बात नहीं है। 'सर्दियों में लोग पहले की तरह अपने मवेशी फिंगर फोर तक ले जा सकेंगे' एरिया काउंसलर (स्थानीय जनप्रतिनिधि) स्टैनजिन कॉनचॉक के मुताबिक, 15-16 जून गलवान घाटी की घटना के 2 महीने बाद तक यहां के लोगों ने सेना की सख्त पहरेदारी में जिंदगी गुजारी है। लेकिन, अब जीवन सामान्य हो रहा है। सेना और स्थानीय लोग मिलकर सड़क और भवनों के निर्माण में युद्धस्तर पर लगे हुए हैं क्योंकि सर्दियां शुरू होते ही काम करने में दिक्कत आएगी। स्टैनजिन ने बताया, हमने नोटिस किया है कि चीनी पीछे हट रहे हैं। इं...

कच्चे क्वार्टर बाजार के बीच से गुजर रहे हैं बिजली के तार, हादसा आगजनी में 1999 में 48 लोगों की हुई थी मौत

शहर का सबसे व्यस्त व भीड़ वाले बाजार कच्चे क्वार्टर के बीच से बिजली के तार गुजर रहे हैं। केबल न होने से हवा चलने पर यह तार आपस में टकरा जाते हैं। जिससे चिंगारी निकलती है। ऐसे में यहां आगजनी होने का खतरा बना रहता है। व्यापारियों व दुकानदारों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि यहां एक बार बड़ी अनहोनी हो चुकी है। 1999 में आगजनी होने पर 48 लाेगों की हुई थी मौत कच्चे क्वार्टर में नवंबर, 1999 में बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। आगजनी घटना शार्ट-सर्किट के कारण हुई थी। आग में 48 लोगों की जान गई थी। वहीं सौ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक ही दुकान के अंदर दर्जनों लोगों की जान गंवाई थी। कच्चे क्वार्टर बाजार में 1999 के बाद भीड़ करीब 10 गुणों बढ़ गई है। हर दिन यहां हजारों लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां दुकानों के स्टाल पर लटकते तारों से हादसा होने का अंदेशा है। यहां दिन के समय भी पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा इस क्षेत्र में अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जबकि नगर निगम पर इस पर कंट्रोल नहीं है। यहां दिन में पैदल...