Skip to main content

सीसीआई ने किसानों से एमएसपी पर खरीदा 4 लाख 65 हजार क्विंटल नरमा, 1 लाख 11 हजार क्विंटल पर सिमटी प्राइवेट खरीद

जिले में नरमा उत्पादक किसानों से गुरुवार तक सीसीआई ने 4 लाख 65 हजार 403 क्विंटल नरमा खरीद लिया है, जबकि प्राइवेट खरीद का आंकड़ा 1 लाख 11 हजार पर सिमट गया है। सीसीआई के कालांवाली सेंटर में सबसे ज्यादा नरमा खरीदा गया है। जहां 2 लाख 24 हजार 495 क्विंटल नरमा किसानों ने एमएसपी पर बेचा है। वहीं सिरसा सेंटर 1 लाख 50 हजार क्विंटल खरीद हो चुकी है।

जिला में सीसीआई की ओर से चार कॉटन खरीद केंद्र स्थापित हैं, जिसमें सिरसा, ऐलनाबाद, डबवाली व कालांवाली शामिल हैं। जहां किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 5725 रुपये प्रति क्विंटल नरमा खरीद की जाती है। औसत गुणवत्ता ग्रेड वाली कॉटन लेकर पहुंचे किसानों से सीधी खरीद होती है। जबकि नमी की मात्रा के आधार पर एमएसपी दिया जाता है।

वहीं जमीन फर्द लेकर आने की अनिवार्यता को हटाने से किसानों को राहत मिली है। जिसके बाद खरीद केंद्रों में लगातार एमएसपी पर नरमा बेचने वाले किसानों की संख्या में इजाफा हो गया। औसत गुणवत्ता ग्रेड वाली कॉटन लेकर पहुंचे 450 से ज्यादा किसानों से नॉर्मल नमी जांच के बाद नरमा खरीदा जाता है। ऐसे में ज्यादा किसान सरकार की ओर से निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ ले पाते हैं। लेकिन नरमा के मार्केट भाव डाउन होने से प्राइवेट खरीद का ग्राफ तेजी से गिरता गया।

कपास मंडी सिरसा में कॉटन की सरकारी खरीद जारी है। जिलाभर में 465403 क्विंटल नरमा एमएसपी पर खरीदा गया है। जिसमें कालांवाली सेंटर सबसे आगे है। औसत गुणवत्ता ग्रेड वाली कॉटन किसानों से सीधे खरीदी जाती है। जिसमें नमी की मात्रा 8 प्रतिशत से ज्यादा पाई जाती है, तो उसका निर्धारित मापदंडों के अनुसार दाम लगता है। इसलिए किसान कपास को सूखाकर लाएं।- सुशील कुमार, कॉमर्शियल ऑफिसर, भारतीय कपास लिमिटेड शाखा|



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
शहर में सीसीआई सेंटर में एमएसपी पर नरमा बेचने आये किसानों की नरमा से लदी ट्रॉली।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3jHmJhh

Popular posts from this blog

फेसबुक पर दोस्ती कर विधवा से किया गैंगरेप, जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया

किला थाना क्षेत्र में शुक्रवार को फेसबुक पर दोस्ती कर गैंगरेप का मामला सामने आया। पीड़िता के साथ 6 महीने पहले दोस्ती कर आरोपी ने जाल में फंसा लिया। फिर दोस्त कि डेयरी में ले जाकर दोस्त के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। 26 वर्षीय महिला ने बताया कि उसकी 10 साल पहले शादी हुई थी। शादी के दो साल बाद ही पति की मौत हो गई। मौत के बाद वह मायके में आकर रहने लगी। 6 महीने उसकी पहलवान चौक कुटानी रोड के सोनू के साथ फेसबुक पर बातचीत शुरू हुई थी। उसने बातों में फंसा लिया। 25 अगस्त की रात 9 बजे सोनू ने उसे जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया। वह घर से बाहर आई तो वह अपनी एक्टिवा पर बैठाकर पहलवान चौक के पास बनी महालक्ष्मी डेयरी में ले गया। जिसका संचालक विकास है। सोनू उसे अंदर ले गया और को‌ल्ड ड्रिंक पिला दी। इस बीच विकास भी वहां आ गया। वह बेेहोश हो गई। वहीं रात करीब साढ़े 11 बजे होश आया तो उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। महिला का आरोप है कि फेसबुक मित्र सोनू व सोनू ने दोस्त विकास के साथ मिलकर दुष्कर्म किया है। किला पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश जारी है। Download D...

बच्चे पैंगोंग झील के पास बेखौफ घूम रहे, पर्यटकों के लिए भी खुल गया फिंगर-4 के नजदीक का यह गांव, लोग बोले- अब सब नॉर्मल

(मोरुप स्टैनजिन) चीन के साथ जारी तनाव के बीच लद्दाख के आखिरी रहवासी गांव मान-मेराक में अब जिंदगी पहले जैसी हो गई है। सभी प्रकार की पाबंदियां हटा ली गई हैं। संचार व्यवस्था बहाल हो गई है और पर्यटकों के लिए भी अब कोई रोक-टोक नहीं है। 2 महीने पहले यहां दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने थीं। तनाव के गवाह रहे फिंगर-4 इलाके के पास स्थित पैंगोंग झील अब फिर से बच्चों और स्थानीय लोगों से गुलजार है। यहां आसपास के लोगों से बात करो तो कहते हैं- इंडियन आर्मी ने चीनियों को पीछे खदेड़ दिया है। अब डरने जैसी कोई बात नहीं है। 'सर्दियों में लोग पहले की तरह अपने मवेशी फिंगर फोर तक ले जा सकेंगे' एरिया काउंसलर (स्थानीय जनप्रतिनिधि) स्टैनजिन कॉनचॉक के मुताबिक, 15-16 जून गलवान घाटी की घटना के 2 महीने बाद तक यहां के लोगों ने सेना की सख्त पहरेदारी में जिंदगी गुजारी है। लेकिन, अब जीवन सामान्य हो रहा है। सेना और स्थानीय लोग मिलकर सड़क और भवनों के निर्माण में युद्धस्तर पर लगे हुए हैं क्योंकि सर्दियां शुरू होते ही काम करने में दिक्कत आएगी। स्टैनजिन ने बताया, हमने नोटिस किया है कि चीनी पीछे हट रहे हैं। इं...

कच्चे क्वार्टर बाजार के बीच से गुजर रहे हैं बिजली के तार, हादसा आगजनी में 1999 में 48 लोगों की हुई थी मौत

शहर का सबसे व्यस्त व भीड़ वाले बाजार कच्चे क्वार्टर के बीच से बिजली के तार गुजर रहे हैं। केबल न होने से हवा चलने पर यह तार आपस में टकरा जाते हैं। जिससे चिंगारी निकलती है। ऐसे में यहां आगजनी होने का खतरा बना रहता है। व्यापारियों व दुकानदारों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि यहां एक बार बड़ी अनहोनी हो चुकी है। 1999 में आगजनी होने पर 48 लाेगों की हुई थी मौत कच्चे क्वार्टर में नवंबर, 1999 में बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। आगजनी घटना शार्ट-सर्किट के कारण हुई थी। आग में 48 लोगों की जान गई थी। वहीं सौ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक ही दुकान के अंदर दर्जनों लोगों की जान गंवाई थी। कच्चे क्वार्टर बाजार में 1999 के बाद भीड़ करीब 10 गुणों बढ़ गई है। हर दिन यहां हजारों लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां दुकानों के स्टाल पर लटकते तारों से हादसा होने का अंदेशा है। यहां दिन के समय भी पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा इस क्षेत्र में अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जबकि नगर निगम पर इस पर कंट्रोल नहीं है। यहां दिन में पैदल...