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ग्रामीण क्षेत्रों में खेलो इंडिया की तैयारी के लिए न तो कोच और न ही मैदान में कोई सुविधाएं

हरियाणा दिवस पर कर्ण स्टेडियम में खेलो इंडिया के तर्ज पर अंडर-17 व अंडर-21 आयु वर्ग के खिलाड़ी आठ खेलों में जिला स्तरीय प्रतियोगिता होने जा रही है। एक दिवसीय जिला खेल विभाग प्रतियोगिता की तैयारियों में जुटा हुआ है, प्रतियोगिता में मुख्यअतिथि मुख्यमंत्री रहेगें। जबकि हालत ये है कि ग्रामीण क्षेत्रों में खिलाड़ियों को खेलो इंडिया की तैयारी करना काफी मुश्किल हो रहा है। क्यांेकि जिले कई सालों से चल रहे राजीव गांधी खेल स्टेडियम की हालत अभी तक नहीं बदल पाई है।

छह से सात एकड़ में बने राजीव गांधी खेल स्टेडियम में न कोच है उपस्थित है और न ही लाइट व पानी की सुविधा। जबकि खेल विभाग कोच को निजी संस्थान की जगह कर्ण स्टेडियम व राजीव गांधी खेल परिसरों में डयूटी देने के लिए निर्देश दे चुका है। कलरी जाहगीर में राजीव गांधी खेल परिसर के बुरे हालत हैं। परिसर के अंदर शीशे टूटे पड़े हुए है, मेनहाेल पर ढक्कन नहीं रख हुए है। शेरगढ़ निवासी अमन, सोनू व मखाना निवासी प्रिंस, श्रवण ने सरकार से अपील की है कि कलरी जाहगीर में किसी प्रशिक्षक की नियुक्ति की जाए।

जिससे खिलाड़ी अपनी तैयारी कर सकें। वहीं दूसरी ओर जयसिंहपुरा में छह माह से कोच राजीव गांधी खेल परिसर में नहीं आ रहा है। राजीव गांधी खेल परिसर में प्रैक्टिस कर रहे खिलाड़ी प्रवेश, टिकूं, सुमित, संदीप, अजय, रोबिन, मनमीत सत्यवान ने बताया कि जयसिंहपुरा खिलाड़ियों के लिए मैदान तो बन गए है, लेकिन कोच और अन्य सुविधा नहीं हैं। खिलाड़ियों ने सरकार से अपील की है कि राजीव गांधी खेल परिसरों के हालत बदले जाए।

जहसिंहपुरा, कलरी जाहगीर, बसताड़ा, घोघड़ीपुर, पूंडरक, गगसीना, निगदू शामिल है। काफी सालोें से बने पंचायती जमीन पर छह से सात एकड़ में जिला खेल विभाग द्वारा बनाए हुए है। जहां मिट्टी का ट्रेक, वाॅलीबॉल, कब्बडी, फुटबाल, एथलेटिक्स आदि खेल हो सकते हैं। राजीव गांधी खेल स्टेडियम में कोचों न जाने का तर्क ये रहता है कि वहां खिलाड़ी नहीं आते हैं। लेकिन इस स्थिति को बदला जा सकता है यदि खेल विभाग राजीव गांधी खेल परिसर में कोचों को मौजूद रहें। खिलाड़ियों के खेल के प्रति प्रेरित कर प्रतियोगिता में हिस्सा दिलाएं।

कोच कहां प्रेक्टिस करते हैं विभाग को नहीं पता

जिला खेल विभाग के करीब 32 कोच हैं, इनमें से करीब 15 से 16 कोच कर्ण स्टेडियम में प्रैक्टिस अलग-अलग खेलों की करवाते हैं। बचे हुए कोच कहां प्रैक्टिस कराते हैं। इसके बार में विभाग को भी पता नहीं है। क्योंकि जिला खेल अधिकारी के पास राजीव गांधी खेल स्टेडियम के निरीक्षण करने के लिए विभाग की ओर से वाहन भी नहीं दिया हुआ है।

पंचायती विभाग को एस्टीमेट बनाने के लिए भेजा है

कोचों की डयूटी कार्यक्रम आयोजित के लिए कर्ण स्टेडियम में लगाई हुई है। राजीव गांधी खेल परिसरों में सुधार के विभाग की ओर से पहले पंचायती विभाग को एस्टीमेट बनाने के लिए भेजा हुआ है। जिसके बाद हेड ऑफिस से इसकी अप्रूवल आएगी। उसके बाद राजीव गांधी स्टेडियम में निर्माण कार्य शुरू हो पाएगा। दिलबाग सिंह, जिला खेल अधिकारी, करनाल।



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