Skip to main content

डीएसपी ने खिलाड़ियों को लक्ष्य के प्रति सदा एकाग्र रहने के लिए प्रेरित किया

स्वामी विवेकानंद पब्लिक स्कूल सेक्टर-17 में पूर्व अंतरराष्ट्रीय महिला हॉकी खिलाड़ी, अर्जुन अवॉर्डी, डीएसपी सुरेंद्र कौर ने खिलाड़ियों द्वारा आयोजित एक छोटी सी मुलाकात कार्यक्रम में भाग लिया। सुरेंद्र काैर ने 2004 एशिया हॉकी कप दिल्ली में स्वर्ण पदक जीता, 2002 में वूमेंस चैंपियंस चैलेंज में कांस्य पदक व 2006 एशियन गेम्स दोहा में कांस्य पदक जीता। 2009 में भारत सरकार द्वारा इन्हें अर्जुन अवाॅर्ड से सम्मानित किया गया।

स्कूल निदेशक संजय कंबोज, डॉ. अनीता कंबोज, पूर्व जिला खेल अधिकारी देवेंद्र कुमार साहनी, प्रिंसिपल तपोश भट्टाचार्य व कोच विशाल बख्शी, सचिन पंजेटा व विशाल कुमार ने उनका स्वागत किया गया। सुरेंद्र कौर ने खिलाड़ियों से मुलाकात कर उनके साथ अपने जीवन के अनुभवों को साझा किया। उन्होंने बच्चों को अपने लक्ष्य के प्रति सदैव एकाग्र रहने के लिए प्रोत्साहित किया।

खिलाड़ियों को यह भी बताया कि उन्होंने अपने खेल जीवन में कड़ा अभ्यास करके सफलता को प्राप्त किया। कहा कि वह दिन में 7 से 8 घंटे तक मैदान पर प्रैक्टिस किया करती थीं। इसी मेहनत के फलस्वरूप उन्होंने 2004 में हॉकी एशिया कप में स्वर्ण पदक जीता। मेहनत से वह भारतीय हॉकी महिला टीम की कप्तान भी बनी। इस अवसर पर स्कूल के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी मणि कंबोज, जैसन, नेशनल लेवल के खिलाड़ी वैशाली शर्मा, एकांश पंजेटा, पार्थ शर्मा, धीरेन सैनी, अबीर बख्शी, माही छाबड़ा तथा सान्वी अरोरा, कृष्णाव,अनन्य, आरव, यश व कृष्णा विशेष रूप से उपस्थित रहे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
DSP inspires players to stay focused on the goal


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3kHlyzH

Popular posts from this blog

फेसबुक पर दोस्ती कर विधवा से किया गैंगरेप, जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया

किला थाना क्षेत्र में शुक्रवार को फेसबुक पर दोस्ती कर गैंगरेप का मामला सामने आया। पीड़िता के साथ 6 महीने पहले दोस्ती कर आरोपी ने जाल में फंसा लिया। फिर दोस्त कि डेयरी में ले जाकर दोस्त के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। 26 वर्षीय महिला ने बताया कि उसकी 10 साल पहले शादी हुई थी। शादी के दो साल बाद ही पति की मौत हो गई। मौत के बाद वह मायके में आकर रहने लगी। 6 महीने उसकी पहलवान चौक कुटानी रोड के सोनू के साथ फेसबुक पर बातचीत शुरू हुई थी। उसने बातों में फंसा लिया। 25 अगस्त की रात 9 बजे सोनू ने उसे जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया। वह घर से बाहर आई तो वह अपनी एक्टिवा पर बैठाकर पहलवान चौक के पास बनी महालक्ष्मी डेयरी में ले गया। जिसका संचालक विकास है। सोनू उसे अंदर ले गया और को‌ल्ड ड्रिंक पिला दी। इस बीच विकास भी वहां आ गया। वह बेेहोश हो गई। वहीं रात करीब साढ़े 11 बजे होश आया तो उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। महिला का आरोप है कि फेसबुक मित्र सोनू व सोनू ने दोस्त विकास के साथ मिलकर दुष्कर्म किया है। किला पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश जारी है। Download D...

बच्चे पैंगोंग झील के पास बेखौफ घूम रहे, पर्यटकों के लिए भी खुल गया फिंगर-4 के नजदीक का यह गांव, लोग बोले- अब सब नॉर्मल

(मोरुप स्टैनजिन) चीन के साथ जारी तनाव के बीच लद्दाख के आखिरी रहवासी गांव मान-मेराक में अब जिंदगी पहले जैसी हो गई है। सभी प्रकार की पाबंदियां हटा ली गई हैं। संचार व्यवस्था बहाल हो गई है और पर्यटकों के लिए भी अब कोई रोक-टोक नहीं है। 2 महीने पहले यहां दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने थीं। तनाव के गवाह रहे फिंगर-4 इलाके के पास स्थित पैंगोंग झील अब फिर से बच्चों और स्थानीय लोगों से गुलजार है। यहां आसपास के लोगों से बात करो तो कहते हैं- इंडियन आर्मी ने चीनियों को पीछे खदेड़ दिया है। अब डरने जैसी कोई बात नहीं है। 'सर्दियों में लोग पहले की तरह अपने मवेशी फिंगर फोर तक ले जा सकेंगे' एरिया काउंसलर (स्थानीय जनप्रतिनिधि) स्टैनजिन कॉनचॉक के मुताबिक, 15-16 जून गलवान घाटी की घटना के 2 महीने बाद तक यहां के लोगों ने सेना की सख्त पहरेदारी में जिंदगी गुजारी है। लेकिन, अब जीवन सामान्य हो रहा है। सेना और स्थानीय लोग मिलकर सड़क और भवनों के निर्माण में युद्धस्तर पर लगे हुए हैं क्योंकि सर्दियां शुरू होते ही काम करने में दिक्कत आएगी। स्टैनजिन ने बताया, हमने नोटिस किया है कि चीनी पीछे हट रहे हैं। इं...

कच्चे क्वार्टर बाजार के बीच से गुजर रहे हैं बिजली के तार, हादसा आगजनी में 1999 में 48 लोगों की हुई थी मौत

शहर का सबसे व्यस्त व भीड़ वाले बाजार कच्चे क्वार्टर के बीच से बिजली के तार गुजर रहे हैं। केबल न होने से हवा चलने पर यह तार आपस में टकरा जाते हैं। जिससे चिंगारी निकलती है। ऐसे में यहां आगजनी होने का खतरा बना रहता है। व्यापारियों व दुकानदारों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि यहां एक बार बड़ी अनहोनी हो चुकी है। 1999 में आगजनी होने पर 48 लाेगों की हुई थी मौत कच्चे क्वार्टर में नवंबर, 1999 में बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। आगजनी घटना शार्ट-सर्किट के कारण हुई थी। आग में 48 लोगों की जान गई थी। वहीं सौ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक ही दुकान के अंदर दर्जनों लोगों की जान गंवाई थी। कच्चे क्वार्टर बाजार में 1999 के बाद भीड़ करीब 10 गुणों बढ़ गई है। हर दिन यहां हजारों लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां दुकानों के स्टाल पर लटकते तारों से हादसा होने का अंदेशा है। यहां दिन के समय भी पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा इस क्षेत्र में अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जबकि नगर निगम पर इस पर कंट्रोल नहीं है। यहां दिन में पैदल...