Skip to main content

जिले में अब तक 3.29 लाख मीट्रिक टन धान, 1.41 लाख नरमे की हो चुकी खरीद

जिला में अब तक 3 लाख 29 हजार 302 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई है, जिसमें से फूड सप्लाई ने 1 लाख 973 मीट्रिक टन, हैफेड ने 1 लाख 32 हजार 087 मीट्रिक टन, एचडब्ल्यूसी ने 94 हजार 695 मीट्रिक टन तथा एफसीआई ने 1547 मीट्रिक टन की खरीद की है। इसके अलावा जिला की मंडियों व खरीद केंद्रों से अभी तक 2 लाख 60 हजार 561 मीट्रिक टन धान की फसल का उठान किया गया है।

जिसमें फूड सप्लाई ने 79 हजार 838 मीट्रिक टन, हैफेड ने 1लाख 4522 मीट्रिक टन, एचडब्ल्यूसी ने 74 हजार 714 मीट्रिक टन तथा एफसीआई ने 1487 मीट्रिक टन धान की फसल का उठान किया है। वहीं जिले में अब तक 1 लाख 41 हजार 646 क्विंटल कॉटन फसल की खरीद की गई है, जिसमें फतेहाबाद मंडी से 45 हजार 597 क्विंटल, भट्टू कलां मंडी से 16 हजार 468 क्विंटल, भूना मंडी से 75 हजार 807 क्विंटल, रतिया मंडी से 2331 क्विंटल, टोहाना मंडी से 1226 क्विंटल तथा जाखल मंडी से 217 क्विंटल की खरीद हुई है। उपायुक्त ने बताया कि जिला में अब तक 9752 क्विंटल बाजरा फसल की खरीद की गई है।

मार्केटिंग बोर्ड ने पोर्टल को बंद कर दिया है। किसानों ने उक्त पोर्टल को खोलने की मांग की है। रतिया में अभी केवल 30% धान कटी है। 70% धान खेत में खड़ी है। किसान अमरीक सिंह, बलबीर सिंह, जीत सिंह, नत्था सिंह, कमल सिंह ने बताया कि पिछले तीन दिनों से मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल बंद है।

उच्चाधिकारियों को करवाया अवगत : सचिव

पोर्टल मुख्यालय से बंद किया गया है। पोर्टल तीन दिन से बंद है। रतिया क्षेत्र में धान की आवक को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया है। पोर्टल खुलने के बाद ही पंजीकरण हो पाएगा।- यशपाल मेहता, सचिव, मार्केट कमेटी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3oP6Edc

Popular posts from this blog

फेसबुक पर दोस्ती कर विधवा से किया गैंगरेप, जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया

किला थाना क्षेत्र में शुक्रवार को फेसबुक पर दोस्ती कर गैंगरेप का मामला सामने आया। पीड़िता के साथ 6 महीने पहले दोस्ती कर आरोपी ने जाल में फंसा लिया। फिर दोस्त कि डेयरी में ले जाकर दोस्त के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। 26 वर्षीय महिला ने बताया कि उसकी 10 साल पहले शादी हुई थी। शादी के दो साल बाद ही पति की मौत हो गई। मौत के बाद वह मायके में आकर रहने लगी। 6 महीने उसकी पहलवान चौक कुटानी रोड के सोनू के साथ फेसबुक पर बातचीत शुरू हुई थी। उसने बातों में फंसा लिया। 25 अगस्त की रात 9 बजे सोनू ने उसे जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया। वह घर से बाहर आई तो वह अपनी एक्टिवा पर बैठाकर पहलवान चौक के पास बनी महालक्ष्मी डेयरी में ले गया। जिसका संचालक विकास है। सोनू उसे अंदर ले गया और को‌ल्ड ड्रिंक पिला दी। इस बीच विकास भी वहां आ गया। वह बेेहोश हो गई। वहीं रात करीब साढ़े 11 बजे होश आया तो उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। महिला का आरोप है कि फेसबुक मित्र सोनू व सोनू ने दोस्त विकास के साथ मिलकर दुष्कर्म किया है। किला पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश जारी है। Download D...

बच्चे पैंगोंग झील के पास बेखौफ घूम रहे, पर्यटकों के लिए भी खुल गया फिंगर-4 के नजदीक का यह गांव, लोग बोले- अब सब नॉर्मल

(मोरुप स्टैनजिन) चीन के साथ जारी तनाव के बीच लद्दाख के आखिरी रहवासी गांव मान-मेराक में अब जिंदगी पहले जैसी हो गई है। सभी प्रकार की पाबंदियां हटा ली गई हैं। संचार व्यवस्था बहाल हो गई है और पर्यटकों के लिए भी अब कोई रोक-टोक नहीं है। 2 महीने पहले यहां दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने थीं। तनाव के गवाह रहे फिंगर-4 इलाके के पास स्थित पैंगोंग झील अब फिर से बच्चों और स्थानीय लोगों से गुलजार है। यहां आसपास के लोगों से बात करो तो कहते हैं- इंडियन आर्मी ने चीनियों को पीछे खदेड़ दिया है। अब डरने जैसी कोई बात नहीं है। 'सर्दियों में लोग पहले की तरह अपने मवेशी फिंगर फोर तक ले जा सकेंगे' एरिया काउंसलर (स्थानीय जनप्रतिनिधि) स्टैनजिन कॉनचॉक के मुताबिक, 15-16 जून गलवान घाटी की घटना के 2 महीने बाद तक यहां के लोगों ने सेना की सख्त पहरेदारी में जिंदगी गुजारी है। लेकिन, अब जीवन सामान्य हो रहा है। सेना और स्थानीय लोग मिलकर सड़क और भवनों के निर्माण में युद्धस्तर पर लगे हुए हैं क्योंकि सर्दियां शुरू होते ही काम करने में दिक्कत आएगी। स्टैनजिन ने बताया, हमने नोटिस किया है कि चीनी पीछे हट रहे हैं। इं...

कच्चे क्वार्टर बाजार के बीच से गुजर रहे हैं बिजली के तार, हादसा आगजनी में 1999 में 48 लोगों की हुई थी मौत

शहर का सबसे व्यस्त व भीड़ वाले बाजार कच्चे क्वार्टर के बीच से बिजली के तार गुजर रहे हैं। केबल न होने से हवा चलने पर यह तार आपस में टकरा जाते हैं। जिससे चिंगारी निकलती है। ऐसे में यहां आगजनी होने का खतरा बना रहता है। व्यापारियों व दुकानदारों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि यहां एक बार बड़ी अनहोनी हो चुकी है। 1999 में आगजनी होने पर 48 लाेगों की हुई थी मौत कच्चे क्वार्टर में नवंबर, 1999 में बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। आगजनी घटना शार्ट-सर्किट के कारण हुई थी। आग में 48 लोगों की जान गई थी। वहीं सौ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक ही दुकान के अंदर दर्जनों लोगों की जान गंवाई थी। कच्चे क्वार्टर बाजार में 1999 के बाद भीड़ करीब 10 गुणों बढ़ गई है। हर दिन यहां हजारों लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां दुकानों के स्टाल पर लटकते तारों से हादसा होने का अंदेशा है। यहां दिन के समय भी पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा इस क्षेत्र में अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जबकि नगर निगम पर इस पर कंट्रोल नहीं है। यहां दिन में पैदल...