Skip to main content

1.25 करोड़ की लूट में उद्यमी का ड्राइवर ही निकला मास्टर माइंड, 19 सितंबर को दिल्ली से पेमेंट लेकर चंडीगढ़ जाते वक्त हुई थी वारदात

जीटी रोड नीलोखेड़ी के पास 19 सितंबर की रात को इनोवा गाड़ी के आगे कार अड़ाकर एक करोड़ 25 लाख रुपए लूट की घटना को अंजाम देने में ड्राइवर सुनील ही मास्टर माइंड निकला। ड्राइवर ने प्लानिंग के तहत आरोपियों को नीलोखेड़ी के पास बुलाया था और आरोपियों की कार नंबर देखकर ही अपने आप ही गाड़ी रोककर बाथरूम जाने का बहाना बनाया। इसी दौरान पीछे से आरोपी कार में घुसे। ड्राइवर और मुंशी से मारपीट कर एक करोड़ 25 लाख की पेमेंट लूटकर ले गए।

19 सितंबर को बुटाना थाना पुलिस ने अज्ञात पर केस दर्ज कर ड्राइवर सुनील और मुंशी दिनेश से पूछताछ की। ड्राइवर से सख्ती से पूछताछ की तो उसने वारदात कबूल कर ली। आरोपियों ने फोन पर बातचीत कर लूटी गई रकम को बांटने के लिए चंडीगढ़ सेक्टर-24 के एक होटल में बुलाया। बुटाना थाना पुलिस ने प्लानिंग के साथ ड्राइवर को ले जाकर होटल से शुक्रवार शाम को एक आरोपी नवीन को भी गिरफ्तार कर लिया। शनिवार को दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है। आरोपियों के पास से 83 लाख 90 हजार रुपए की पेमेंट, लूट की घटना को अंजाम देने वाली कार को भी बरामद कर लिया है। तीन आरोपी फरार चल रहे हैं और शेष राशि उनसे बरामद की जानी है।

ड्राइवर ने ऐसे रची थी लूट की कहानी

पुलिस जांच अधिकारी सुखविंद्र सिंह ने बताया कि पंचकूला सेक्टर-16 के मकान नंबर 384 वासी पवन गोयल ने दिल्ली से एक करोड़ 25 लाख रुपए की पेमेंट लेने के लिए अपने ड्राइवर सुनील और मुंशी को 18 सितंबर को भेजा था। सुनील ने इस पेमेंट को लूटने के लिए आरोपी जसबीर वासी मोहाली से पहले ही बात की हुई थी। आरोपी जसबीर ने उसको अपोलो कार का नंबर नोट करवाया और कहा कि मैं अपने साथियों को भेज रहा हूंं। नीलोखेड़ी के पास मिलेंगे। ड्राइवर ने बताए गए कार नंबर को देखकर अपनी कार को रोक लिया और मुंशी को बोला कि वह बाथरूम जा रहा है। इसी दौरान दूसरी कार से तीन आरोपी नवीन, हैपी और गौरा आए और मारपीट करके पैसे लूटकर ले गए। मुंशी दिनेश ने ही अपने मालिक पवन गोयल को सूचना दी थी कि उनसे मारपीट करके पैसे लूटकर बदमाश ले गए हैं।

सुनसान एरिया में गाड़ी रोकने पर हुआ था शक

ड्राइवर और मुंशी ने पुलिस को जब लूट की कहानी बताई तो पुलिस को शक हो गया। पुलिस ने सवाल किया कि इतनी मोटी पेमेंट लेकर सुनसान एरिया में कौन रुकता है। बाथरूम आया था तो होटल या ढाबों पर भी रुका जा सकता था। सुनसान एरिया में गाड़ी रोकने पर ड्राइवर से सख्ती से पूछताछ की गई। आरोपी की कॉल डिटेल से मामला सुलझ गया।

पेमेंट बांटने होटल में बुलाए तो पकड़े गए

एएसआई सुखबीर सिंह ने बताया कि आरोपियों ने लूटी गई पेमेंट आपस में बांटने के लिए सभी को कॉल किया और चंडीगढ़ के होटल में आने को कहा। नवीन होटल में पहुंच गया और आरोपी हैप्पी, गौरा का इंतजार कर रहा था। अपोलो कार के साथ पुलिस ने आरोपी नवीन को पकड़ लिया। कार से 83 लाख 90 हजार रुपए बरामद किए गए। आरोपी जसबीर, हैप्पी, गौरा फरार हैं।

करोड़ों की पेमेंट की जांच होगी

एएसआई सुखबीर सिंह ने बताया कि एक करोड़ 25 लाख रुपए की पेमेंट कैश में लाई जा रही थी। इसकी जांच की जा रही है कि यह कैश में पेमेंट लेकर आने का रिस्क क्यों लिया गया। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन भी हो सकती थी। फैक्ट्री के मालिक से पूछताछ की जा रही है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
करनाल. पुलिस द्वारा पकड़े गए लूट के दो आरोपी।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3cxIVsh

Popular posts from this blog

कच्चे क्वार्टर बाजार के बीच से गुजर रहे हैं बिजली के तार, हादसा आगजनी में 1999 में 48 लोगों की हुई थी मौत

शहर का सबसे व्यस्त व भीड़ वाले बाजार कच्चे क्वार्टर के बीच से बिजली के तार गुजर रहे हैं। केबल न होने से हवा चलने पर यह तार आपस में टकरा जाते हैं। जिससे चिंगारी निकलती है। ऐसे में यहां आगजनी होने का खतरा बना रहता है। व्यापारियों व दुकानदारों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि यहां एक बार बड़ी अनहोनी हो चुकी है। 1999 में आगजनी होने पर 48 लाेगों की हुई थी मौत कच्चे क्वार्टर में नवंबर, 1999 में बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। आगजनी घटना शार्ट-सर्किट के कारण हुई थी। आग में 48 लोगों की जान गई थी। वहीं सौ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक ही दुकान के अंदर दर्जनों लोगों की जान गंवाई थी। कच्चे क्वार्टर बाजार में 1999 के बाद भीड़ करीब 10 गुणों बढ़ गई है। हर दिन यहां हजारों लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां दुकानों के स्टाल पर लटकते तारों से हादसा होने का अंदेशा है। यहां दिन के समय भी पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा इस क्षेत्र में अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जबकि नगर निगम पर इस पर कंट्रोल नहीं है। यहां दिन में पैदल...

2 दिन से एमएसपी पर पीआर धान की नहीं हुई खरीद, सरकारी रिकॉर्ड में 17500 क्विंटल मंडियों में अटका

सरकार और राइस मिलर्स की लड़ाई में किसान पिस रहा है। पीआर धान की सरकारी खरीद कागजों में रविवार से शुरू हो चुकी है लेकिन पूरे जिले में किसी भी मंडी में एक दाने की खरीद अब तक नहीं हुई। मार्केट कमेटी के रिकॉर्ड अनुसार ही 17500 क्विंटल पीआर धान मंडियों में पहुंच चुका है। हालांकि धान इससे कहीं ज्यादा मात्रा में मंडियों में पड़ा है। सोमवार सुबह नई अनाज मंडी में एमएसपी पर धान की खरीद शुरू न होने पर किसानों ने मार्केट कमेटी कार्यालय के बाहर धरना शुरू किया। उसके बाद एसडीएम संजय कुमार किसानों के बीच पहुंचे और उन्हें एमएसपी पर खरीद का आश्वासन दिया। किसानों ने एसडीएम से दो टूक कहा कि वे पहले ही दुखी हैं और अब उन्हें और परेशान नहीं किया जाए। एक दिन का अल्टीमेटम देते हुए किसान बलजीत किच्छाना, गुरनाम सिंह डोहर, फूल सिंह नरड़, संजय ग्योंग, होशियार गिल व राममेहर गिल प्यौदा, तेजिंद्र सिंह अरनौली ने कहा कि अगर सोमवार सायं तक एम एसपी पर खरीद शुरू नहीं हुई तो मंगलवार से किसान कार्यालय के बाहर धरना देंगे और आंदोलन करने को मजबूर होंगे। किसानों को एक-एक क्विंटल धान लाने के मैसेज पर एसडीएम बोले-गलती सुधारी ज...