Skip to main content

बेटी का जन्मदिन मना कर निकले पिता का डॉटर्स डे पर खेत में मिला शव, 14 साल बाद हुई थी पुत्री, डेढ़ माह पहले नेपाल से काम की तलाश में आया था छबीलाल

जठेड़ी गांव के खेतों में एक नग्न हालत में मिली डेडबॉडी की पहचान कपड़ों के आधार पर नेपाल के छबीलाल उर्फ दीपक के रूप में हुई है। मृतक 6 दिन पहले बेटी का पहला जन्मदिन मनाने के बाद से लापता था। पत्नी ने एक दिन पहले ही अकबरपुर बारोटा चौकी में लापता का मामला दर्ज कराया था। अब शव मिलने से पुलिस ने मौत की वजह व अन्य कारणों की जांच शुरू कर दी है।

जठेड़ी में धान के खेत में एक डेडबॉडी नग्न हालत में पड़ी थी वहीं शव के पास बीकानेर रेस्टोरेंट के नाम की एक टीशर्ट व पायजामा पड़ा था। शव मिलने के बाद पहले राई थाना पुलिस पहुंची थी। राई थाना पुलिस ने जैसे ही डेडबॉडी की सूचना वाट्सग्रुप पर भेजी तो बारोटा पुलिस चौकी से संदीप दहिया मौके पर पहुंच गए। बारोटा पुलिस में एक दिन पहले ही नेपाल हाल बारोटा निवासी छबीलाल उर्फ दीपक के लापता का मामला दर्ज था। संदीप ने कपड़ों के आधार पर शव की पहचान कर उसके परिजनों को सूचना दी। शव गल-सड़ चुका था। इसी वजह से केवल कपड़ों से ही उसकी पहचान की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

नग्न हालत में पहले भी मिल चुकी दो डेडबॉडी

कुंडली व राई थाना क्षेत्र में पहले भी दो ऐसी ही हालत में डेडबॉडी मिली थी। जिसमें एक पुलिस कर्मी था। उसका शव भी नग्न हालत में खेत में मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह जहर का सेवन आया था। कुछ दिन पहले की दिल्ली आम आदमी पार्टी के वार्ड प्रधान का शव भी अर्धनग्न हालत में मिला था। उसने भी जहर खाकर जान दी थी। एक्सपर्ट डॉ. परमजीत दहिया का कहना है कि जब व्यक्ति जहर का सेवन करता है तो उसके शरीर में आग लगने जैसी परिस्थिति पैदा होती है। ऐसे में व्यक्ति कपड़ों को निकाल देता है। कई मामलों में ऐसा पहले भी देखा गया है।

पायजामा की जेब में मिले छह सौ रुपए

डेडबॉडी के पास कपड़े रखे हुए थे। जब पुलिस ने जांच की तो पायजामा की जेब में छह सौ रुपए मिले। इसके अलावा कपड़ों में किसी प्रकार का पहचान पत्र या अन्य कागजात नहीं मिले। चेहरा व अन्य शरीर में कीड़े पड़ चुके थे। परिजन कपड़ों के आधार पर ही छबीलाल मान रहे हैं। छबीलाल एक माह से बीकानेर रेस्टोरेंट में काम कर रहा था।

शादी के 14 साल बाद पैदा हुई थी बेटी, जन्मदिन के अगले दिन हुआ गायब

पुलिस जांच अधिकारी संदीप सिंह दहिया ने बताया कि मृतक छबीलाल की पत्नी माया ने बताया कि उन्हें शादी के 14 साल बाद बेटी पैदा हुई थी। बेटी के जन्म के बाद उसका पति नशा करने लगा था। उनकी बेटी का 21 सितंबर को जन्मदिन था। वह 22 सितंबर को पहले अपनी साली को सोनीपत छोड़कर आया था। उसके बाद घर से अचानक लापता हो गया। परिजनों ने पहले अपने स्तर पर जांच की, लेकिन जब सुराग नही लगा तो 26 सिंतबर को बारोटा पुलिस चौकी मुकदमा दर्ज करा दिया।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
राई. डेडबॉडी मिलने के बाद जांच करती पुलिस।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2G4pWts

Popular posts from this blog

फेसबुक पर दोस्ती कर विधवा से किया गैंगरेप, जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया

किला थाना क्षेत्र में शुक्रवार को फेसबुक पर दोस्ती कर गैंगरेप का मामला सामने आया। पीड़िता के साथ 6 महीने पहले दोस्ती कर आरोपी ने जाल में फंसा लिया। फिर दोस्त कि डेयरी में ले जाकर दोस्त के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। 26 वर्षीय महिला ने बताया कि उसकी 10 साल पहले शादी हुई थी। शादी के दो साल बाद ही पति की मौत हो गई। मौत के बाद वह मायके में आकर रहने लगी। 6 महीने उसकी पहलवान चौक कुटानी रोड के सोनू के साथ फेसबुक पर बातचीत शुरू हुई थी। उसने बातों में फंसा लिया। 25 अगस्त की रात 9 बजे सोनू ने उसे जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया। वह घर से बाहर आई तो वह अपनी एक्टिवा पर बैठाकर पहलवान चौक के पास बनी महालक्ष्मी डेयरी में ले गया। जिसका संचालक विकास है। सोनू उसे अंदर ले गया और को‌ल्ड ड्रिंक पिला दी। इस बीच विकास भी वहां आ गया। वह बेेहोश हो गई। वहीं रात करीब साढ़े 11 बजे होश आया तो उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। महिला का आरोप है कि फेसबुक मित्र सोनू व सोनू ने दोस्त विकास के साथ मिलकर दुष्कर्म किया है। किला पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश जारी है। Download D...

बच्चे पैंगोंग झील के पास बेखौफ घूम रहे, पर्यटकों के लिए भी खुल गया फिंगर-4 के नजदीक का यह गांव, लोग बोले- अब सब नॉर्मल

(मोरुप स्टैनजिन) चीन के साथ जारी तनाव के बीच लद्दाख के आखिरी रहवासी गांव मान-मेराक में अब जिंदगी पहले जैसी हो गई है। सभी प्रकार की पाबंदियां हटा ली गई हैं। संचार व्यवस्था बहाल हो गई है और पर्यटकों के लिए भी अब कोई रोक-टोक नहीं है। 2 महीने पहले यहां दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने थीं। तनाव के गवाह रहे फिंगर-4 इलाके के पास स्थित पैंगोंग झील अब फिर से बच्चों और स्थानीय लोगों से गुलजार है। यहां आसपास के लोगों से बात करो तो कहते हैं- इंडियन आर्मी ने चीनियों को पीछे खदेड़ दिया है। अब डरने जैसी कोई बात नहीं है। 'सर्दियों में लोग पहले की तरह अपने मवेशी फिंगर फोर तक ले जा सकेंगे' एरिया काउंसलर (स्थानीय जनप्रतिनिधि) स्टैनजिन कॉनचॉक के मुताबिक, 15-16 जून गलवान घाटी की घटना के 2 महीने बाद तक यहां के लोगों ने सेना की सख्त पहरेदारी में जिंदगी गुजारी है। लेकिन, अब जीवन सामान्य हो रहा है। सेना और स्थानीय लोग मिलकर सड़क और भवनों के निर्माण में युद्धस्तर पर लगे हुए हैं क्योंकि सर्दियां शुरू होते ही काम करने में दिक्कत आएगी। स्टैनजिन ने बताया, हमने नोटिस किया है कि चीनी पीछे हट रहे हैं। इं...

कच्चे क्वार्टर बाजार के बीच से गुजर रहे हैं बिजली के तार, हादसा आगजनी में 1999 में 48 लोगों की हुई थी मौत

शहर का सबसे व्यस्त व भीड़ वाले बाजार कच्चे क्वार्टर के बीच से बिजली के तार गुजर रहे हैं। केबल न होने से हवा चलने पर यह तार आपस में टकरा जाते हैं। जिससे चिंगारी निकलती है। ऐसे में यहां आगजनी होने का खतरा बना रहता है। व्यापारियों व दुकानदारों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि यहां एक बार बड़ी अनहोनी हो चुकी है। 1999 में आगजनी होने पर 48 लाेगों की हुई थी मौत कच्चे क्वार्टर में नवंबर, 1999 में बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। आगजनी घटना शार्ट-सर्किट के कारण हुई थी। आग में 48 लोगों की जान गई थी। वहीं सौ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक ही दुकान के अंदर दर्जनों लोगों की जान गंवाई थी। कच्चे क्वार्टर बाजार में 1999 के बाद भीड़ करीब 10 गुणों बढ़ गई है। हर दिन यहां हजारों लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां दुकानों के स्टाल पर लटकते तारों से हादसा होने का अंदेशा है। यहां दिन के समय भी पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा इस क्षेत्र में अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जबकि नगर निगम पर इस पर कंट्रोल नहीं है। यहां दिन में पैदल...