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सीएम अनाउसमेंट के तहत अब पहले शुरू करना होगा काम, फिर बिल भेजने पर आएगी पेमेंट

सीएम अनाउसमेंट के तहत होने वाले विकास कार्यों के लिए अब पहले ग्रांट जारी नहीं की जाएगी। अब नए विकास कार्यों का कुछ काम पूरा करना होगा और उसका बिल फिर मुख्यालय भेजा जाएगा। मुख्यालय से बिल पास किया जाएगा। इससे पूर्व सीएम अनाउसमेंट के तहत ग्रांट पहले ही जारी कर दी जाती थी, लेकिन विकास कार्य निश्चित अवधि में पूरा होना तो दूर शुरू भी नहीं हो पाते थे।

अब सीएम अनाउसमेंट के तहत होने वाले विकास कार्यों का कुछ काम पहले पूरा करना होगा और फिर उसकी पेमेंट होगी। इस तरह से ठेकेदार विकास कार्यों को अलग-अलग समयावधि में पूरी कर उसका बिल मुख्यालय भेज सकेंगे। उसी के आधार पर बिल पास होंगे। जींद जिले में 2014 से 2019 तक 517 सीएम घोषणा की गई हैं, जिसमें से 289 ही पूरी हुई हैं। इसमें से 139 पर काम चल रहा है जबकि 75 घोषणाएं पेंडिंग हैं। इसके अलावा 14 घोषणाएं नॉट फिजिबल मिली थी।

सीएम अनाउसमेंट के तहत जिले में चल रहे हैं यह कार्य

स्वर्ण जयंती पार्क: 2016 में प्रदेश के मुख्यमंत्री ने घोषणा की। 2018 में पैसा भी रिलीज हो गया। 2019 में जाकर काम शुरू हुआ। अब तक 30 प्रतिशत काम पूरा हुआ है। इस पर 1 करोड़ रुपए से अधिक खर्च होने हैं।

अटल पार्क: 2014 में सीएम ने जींद में अटल पार्क बनाने की घोषणा की। 2018 में पशुपालन विभाग से जमीन ट्रांसफर हुई। 2019 में 5 करोड़ रुपए निर्माण के लिए अलॉट हुए। फिलहाल 30 प्रतिशत काम हुआ है। बिल भुगतान न होने के कारण पिछले दो माह से काम रुका पड़ा है।

मेडिकल कॉलेज: 26 दिसंबर 2014 को सीएम ने जींद में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की थी। 2015 में हैबतपुर पंचायत ने 24 एकड़ जमीन प्रशासन को हैंडओवर की। 2016 में सीएम ने मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया। 2018 में बाउंड्री वॉल का निर्माण हुआ। इस पर 650 करोड़ का बजट का प्रावधान किया गया है। आज तक केवल बाउंड्री वॉल ही बनकर तैयार हुई है।

नहरी पानी योजना: 2018 में मुख्यमंत्री नहरी पानी परियोजना की घोषणा की थी। इसके लिए 400 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। अब तक इसके लिए जमीन की तलाश नहीं हो सकी है।

पॉलीटेक्निकल कॉलेज: 2014 में ही सीएम ने जींद में पोलीटेक्निकल कॉलेज खोलने की घोषणा की थी। 2018 में जाकर सीआरएसयू के नजदीक जमीन की तलाश पूरी हुई, लेकिन आज तक निर्माण नहीं हो सका।

ट्रांसपोर्ट नगर: 2014 में ही सीएम ने जींद में ट्रांसपोर्ट नगर की घोषणा की थी। आज तक प्रशासन इसके लिए जमीन की तलाश नहीं कर सका। पहले रोहतक रोड पर जमीन देखी जा रही थी, लेकिन रेट ज्यादा होने के कारण अब दूसरी जगह जमीन की तलाश की जा रही है।

बिल के अनुसार की जाएगी पेमेंट जारी

सीएम अनाउसमेंट के तहत होने वाले नए विकास कार्यों के लिए राशि अब मुख्यालय स्तर पर ही बिल दिए जाने पर जारी की जाएगी। पहले विकास कार्यों के ग्रांट की राशि आती थी, लेकिन अब काम के बिल मुख्यालय भेजे जाएंगे। उसी बिल के अनुसार पेमेंट जारी होगी।-डॉ. सुशील कुमार, जिला नगर आयुक्त, जींद



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जींद. स्वर्ण जंयती पार्क में चल रहा विकास कार्य। फोटो भास्कर


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