Skip to main content

पूंडरी में स्टाफ नर्स, ग्रामीण बैंक फरल का मैनेजर, एसबीआई कर्मी समेत 29 संक्रमित मिले

सोमवार को जिले में कोरोना के 29 नए केस मिलने के साथ ही मरीजों का आंकड़ा 2385 पहुंच गया है। कई दिनों के बाद सोमवार को कोरोना से कोई मौत नहीं हुई। नए मरीजों में पूंडरी में स्टाफ नर्स, गांव फरल में ग्रामीण बैंक का मैनेजर, एसबीआई बैंक कैथल व जींद डीसी कार्यालय का कर्मचारी पॉजिटिव मिले हैं। वहीं एक ही दिन में 52 नए कोरोना के मरीज स्वस्थ भी हुए हैं और अब तक 1997 मरीज ठीक हो चुके हैं। पिछले कुछ दिनों से पॉजिटिव मरीज कम मिलने और रिकवरी रेट में सुधार के कारण एक्टिव केसों की संख्या लगातार कम हो रही है।

सितंबर के शुरुआत में 500 से ज्यादा एक्टिव केस हो गए थे जो वर्तमान में घटकर 348 हो गए हैं। पॉजिटिव मरीजों में से 29 का जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में, 296 का होम आइसोलेशन में, एक का कोविड केयर सेंटर में और 22 मरीजों का इलाज दूसरे जिलों व राज्यों में चल रहा है।

मरीजाें की संख्या कम हो रही

रविवार को छोड़ दें तो जिले में टेस्टिंग में ज्यादा कमी नहीं आई है, लेकिन उसके बावजूद बहुत कम नए पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं। रिक वरी रेट बेहतर होने से अब एक्टिव केसों की संख्या भी लगातार कम हो रही है।
डाॅ. जयभगवान जाटान, सिविल सर्जन, कैथल।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3idi7yH

Popular posts from this blog

पड़ोसी राज्यों से पहले वीआईपी ट्रीटमेंट फिर शुरू; विधायकों की गाड़ियों पर लगेगी झंडी

लाल बत्ती हटने के बाद वीआईपी कल्चर से बाहर हुए विधायकों की गाड़ी की अब दूर से पहचान हो सकेगी। जल्द मंत्रियों की तरह अब इन गाड़ियों पर भी झंडी लगेगी। अभी गाड़ी में कौन बैठा है, इसकी जानकारी विधायक की ओर से न दिए जाने तक न तो किसी कर्मचारी-अधिकारी को होती है और न ही आम आदमी को। इसलिए अब एमएलए लिखी झंडी गाड़ी पर लगेगी तो माननीयों को कुछ वीआईपी ट्रीटमेंट शुरुआत में ही मिलने लग जाएगा। इन झंडियों का डिजाइन तैयार हो चुका है। इसे स्पीकर ने मंजूरी दी है। बताया जा रहा है कि मॉनसून सत्र से पहले विधायकों की गाड़ियों पर ये झंडियां लग जाएंगी। विधायकों को हालांकि अभी विधानसभा से एमएलए लिखा स्टीकर जारी किया है, जो गाड़ियों के शीशे पर लगा है। पुलिस कर्मचारी हो या अन्य कोई, इस पर जल्दी नजर नहीं जाती। इसलिए कई उन्हें पार्किंग से लेकर रास्ते तक में रोक लिया जाता है। इससे कई बार विधायकों व पुलिस की बहस होने की खबरें भी आती रहती हैं। विधायकों ने पहचान के लिए झंडी की मांग थी। इसके अलावा गाड़ी की मांग भी की जाती रही है, जिसके लिए सरकार इनकार कर चुकी है। पुलिस अधिकारियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ियों आगे...