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48 घंटे बाद भी जाखल बठिंडा रेल मार्ग नहीं हुआ बहाल, अवध-आसाम एक्सप्रेस का रूट डायवर्ट

जाखल बठिंडा रेल मार्ग शनिवार को भी बहाल नहीं हो पाया है। किसान संगठनों की ओर से कृषि विधेयकों के विरोध में पंजाब में किए गए रेल ट्रैक जाम के 48 घंटे बाद भी आवागमन शुरू नहीं हो पाया है। इस रेल मार्ग पर चल रही एकमात्र यात्री ट्रेन अवध आसाम एक्सप्रेस अपना रूट डायवर्ट कर चलाई जा रही है। शनिवार को भी जाखल बठिंडा रेल मार्ग पर आवागमन बंद रहने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

बठिंडा थर्मल प्लांट के लिए होने वाली कोयले की आपूर्ति भी नहीं हो पाई । कोयले से भरी तीन माल गाड़ियां पिछले 48 घंटों से जाखल रेलवे स्टेशन पर खड़ी हुई है। जबकि वहीं इस मार्ग पर चल रही एकमात्र यात्री सवारी गाड़ी अवध आसाम एक्सप्रेस ट्रेन के भी रूट बदलकर चलने से यात्रियों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

हालांकि रेलवे स्टेशन प्रशासन का कहना है कि रविवार से यह रूट बहाल हो सकता है, जिसके बाद इस ट्रेन को इस रूट पर चलाए जाने की संभावना है, लेकिन फिलहाल मानसा रेलवे स्टेशन पर किसानों की ओर से दिए जा रहे धरने व प्रदर्शन के कारण रेलवे इस मामले में कोई भी रिस्क नहीं ले रहा है। स्टेशन अधीक्षक सुनील दत्त ने बताया कि फिलहाल इस रूट के बहाल होने संबंधी कोई सूचना नहीं मिली है। जिस कारण ट्रेनों का आवागमन पूर्ण तौर पर बंद है।



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जाखल रेलवे स्टेशन पर कोयले से भरी तीन मालगाड़ी जो पिछले 48 घंटे से यहीं पर खड़ी हैं।


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