
नशे की संलिप्तता में करनाल का नाम टॉप टेन में है। यहां पंजाब, राजस्थान, यूपी, बिहार से नशे की सप्लाई आ रही है। पंजाब या राजस्थान से नशा लेकर निर्धारित स्थान तक पहुंचाने के 15 हजार रुपए मिलते हैं। दो हजार से तीन हजार रुपए प्रति ग्राम स्मैक, चूरापोस्त, अफीम उपलब्ध है। इसको रोकने के लिए हरियाणा सरकार की तरफ से जिला स्तर पर एक कमेटी गठित की है, जिसके चेयरमैन डीसी और सदस्य एसपी समेत 9 अधिकारी बनाए गए हैं। जिला समाज कल्याण विभाग के अधिकारी को सेक्रेटरी नियुक्त किया है। गठित की गई कमेटी को नशा बेचने वाला और नशा खरीदने वाले की सूचना मिलते ही तुरंत प्रभाव से रेड करवानी होगी। इसमें लेटलतीफी सहन नहीं की जाएगी।
जिले में नशे के प्रति जागरूक करने के लिए सक्षम युवा, आंगनबाडी वर्कर, स्टूडेंट क्लब समेत पुलिस भी स्पेशल अभियान चलाएगी। नशे पर हर महीने मीटिंग में मंथन और समीक्षा रिपोर्ट भी तैयार करनी है। जिले में असंध, निसिंग और करनाल नशे का गढ़ हैं। करनाल में जहां रामनगर, शिव काॅलोनी में नशा बिक रहा है, वहीं असंध-निसिंग में सप्लाई करने के दर्जनभर अड्डे हैं। वॉटसएप कॉल करके नशे की डिलीवरी हो रही है। नशे देते हुए भी ग्राहक को परखने के लिए तीन से चार ठिकाने बदलकर देते हैं, ताकि वह प्रशासन के जाल में न फंसे।
स्कूल, काॅलेज में बनाए जाएंगे क्लब
सरकार के आदेश हैं कि नशे को रोकने के लिए सबसे पहले स्टूडेंट्स को जागरूक करेंगे। स्कूल, काॅलेज में जाकर 10 से 12 स्टूडेंट्स के क्लब बनाए जाएंगे। इनके पेरेंट्स को भी जोड़ा जाएगा। जो नशा करते हुए पकड़ा या जो सप्लाई कर रहा है उनको पकड़कर उनकी नागरिक अस्पताल में काउंसिलिंग की जाएगी। जो युवा नशे के खिलाफ प्रचार करेगा उनको आई कार्ड समेत वर्दी भी दी जाएगी, ताकि फिल्ड में उनके साथ कोई बदतमीजी न करें।
वारदातें होने का मुख्य कारण नशा
अपराध संख्या
हत्या 24
रेप 36
लूट 17
रोबरी 2
चोरी 444
लड़ाई 137
यह आकड़ा वर्ष 2020 का
75 बड़े नशा सप्लायर को पकड़ चुकी है पुलिस
नशा बरामद
हेरोइन 33 ग्राम
कैप्शूल 1 किलोग्राम
स्मैक 162 ग्राम
चूरापोस्त 481 किलोग्राम
अफीम किलोग्राम
देसी शराब 12 हजार बोतल
अंगेजी शराब 1336 बोतल
नशा बरामद
बियर शराब 192 बोतल
- एक जनवरी से अब तक एनडीपीएस के 65 केस दर्ज किए और 75 लोग गिरफ्तार किए गए।
- शराब अधिनियम के तहत 560 केस दर्ज, 612 लोगों को गिरफ्तार किए।
जानिए कमेटी में किन अधिकारियों को सौंपी गई है जिम्मेदारी
डीसी को चेयरमैन, एसपी, चीफ मेडिकल ऑफिसर, डीईओ, सीडीपीओ, डीपीआरओ, ड्रग्स कंट्रोल ऑफिसर, तीन एनजीओ जो नशे को लेकर पहले की जागरूकता कैंप लगा रही हैं), दो सेवानिवृत्त अधिकारी को कमेटी का सदस्य बनाया है। जबकि जिला समाज कल्याण अधिकारी को सेक्रेटरी की जिम्मेदारी दी है।
कार्रवाई : पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल टीम ने दो नशा सप्लायरों को पकड़ा
पुलिस की एंटी नारकोटिक सेल टीम ने राजस्थान के नशा सप्लाई में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पांच दिन के रिमांड में आरोपियों ने बताया कि उन्हें नशे की सप्लाई करने के 15 हजार रुपए एक चक्कर के मिलते हैं।राजस्थान के बाबू नाम का व्यक्ति सप्लाई के लिए भेजता है। पुलिस इसको पकड़ने के लिए राजस्थान में रेड कर रही है। सेल के इंचार्ज निरीक्षक मोहन लाल ने बताया कि एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर दो युवक राजस्थान से नशीले पदार्थ की सप्लाई करने असंध की तरफ आने की सूचना मिली। टीम ने तुरंत चेकिंग की और आरोपी पंकज मेघवाल वासी गांव पचपहाड़ व आरोपी बालचंद वासी गांव सकनिया जिला झालावास राजस्थान के पास से 325 ग्राम अफीम बरामद की गई। इस संबंध में असंध थाना में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
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