Skip to main content

कैंट नप में वार्डबंदी का सर्वे पूरा, अक्टूबर में लगेगी मोहर

नगर परिषद सदर द्वारा वार्डबंदी का सर्वे पूरा कर लिया गया है। अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में वार्डबंदी के लिए गठित की गई समिति की बैठक है जिसमें मोहर लगेगी। इसके बाद अधिसूचना जारी कर दावे और आपत्तियां दर्ज किए जाएंगे।वार्डबंदी में कुछ वार्डों का एरिया भी बदलेगा। इसको लेकर सर्वे को पूरा कर लिया गया है। कुल 2.36 लाख जनसंख्या को 31 वार्डों में विभाजित किया जाएगा। वार्डबंदी के लिए सर्वे बीते कुछ माह से चल रहा था जिसे पूरा किया गया है।

हालांकि इसी माह वार्डबंदी पर अंतिम मोहर लगनी थी, मगर नप के ईओ व सचिव की अनुपस्थिति में कुछ विलंब हुआ। मगर, सोमवार से अब ईओ और सचिव ने कार्यालय जॉइन कर लिया है और आगामी दिनों में वार्डबंदी को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। नगर परिषद सदर में इस बार 31 वार्ड होंगे जिनमें 6 वार्ड एससी के लिए आरक्षित, 11 वार्ड महिला आरक्षित जिनमें 2 वार्ड महिला एससी आरक्षित होंगे और 2 वार्ड बीसी के लिए आरक्षित होंगे।

ग्रामीण क्षेत्रों में एक लाख से ज्यादा जनसंख्या

नगर परिषद एरिया में कुल 20 गांव जुड़ेंगे जिनकी जनसंख्या इस समय 1.10 लाख के लगभग है। जनसंख्या के हिसाब से 6700 से 8200 के बीच हर वार्ड में जनसंख्या को तय किया गया है। कुछ वार्डों का एरिया घटाया व बढ़ाया गया है जिस पर अभी अंतिम मोहर लगनी बाकि है। एससी वार्ड भी वहीं तय किए जाएंगे जहां एससी जनसंख्या ज्यादा है। आगामी दिनों में वार्डबंदी के लिए गठित की गई समिति की बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा के बाद इसे फाइनल किया जाएगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3joowIs

Popular posts from this blog

कच्चे क्वार्टर बाजार के बीच से गुजर रहे हैं बिजली के तार, हादसा आगजनी में 1999 में 48 लोगों की हुई थी मौत

शहर का सबसे व्यस्त व भीड़ वाले बाजार कच्चे क्वार्टर के बीच से बिजली के तार गुजर रहे हैं। केबल न होने से हवा चलने पर यह तार आपस में टकरा जाते हैं। जिससे चिंगारी निकलती है। ऐसे में यहां आगजनी होने का खतरा बना रहता है। व्यापारियों व दुकानदारों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि यहां एक बार बड़ी अनहोनी हो चुकी है। 1999 में आगजनी होने पर 48 लाेगों की हुई थी मौत कच्चे क्वार्टर में नवंबर, 1999 में बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। आगजनी घटना शार्ट-सर्किट के कारण हुई थी। आग में 48 लोगों की जान गई थी। वहीं सौ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक ही दुकान के अंदर दर्जनों लोगों की जान गंवाई थी। कच्चे क्वार्टर बाजार में 1999 के बाद भीड़ करीब 10 गुणों बढ़ गई है। हर दिन यहां हजारों लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां दुकानों के स्टाल पर लटकते तारों से हादसा होने का अंदेशा है। यहां दिन के समय भी पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा इस क्षेत्र में अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जबकि नगर निगम पर इस पर कंट्रोल नहीं है। यहां दिन में पैदल...

2 दिन से एमएसपी पर पीआर धान की नहीं हुई खरीद, सरकारी रिकॉर्ड में 17500 क्विंटल मंडियों में अटका

सरकार और राइस मिलर्स की लड़ाई में किसान पिस रहा है। पीआर धान की सरकारी खरीद कागजों में रविवार से शुरू हो चुकी है लेकिन पूरे जिले में किसी भी मंडी में एक दाने की खरीद अब तक नहीं हुई। मार्केट कमेटी के रिकॉर्ड अनुसार ही 17500 क्विंटल पीआर धान मंडियों में पहुंच चुका है। हालांकि धान इससे कहीं ज्यादा मात्रा में मंडियों में पड़ा है। सोमवार सुबह नई अनाज मंडी में एमएसपी पर धान की खरीद शुरू न होने पर किसानों ने मार्केट कमेटी कार्यालय के बाहर धरना शुरू किया। उसके बाद एसडीएम संजय कुमार किसानों के बीच पहुंचे और उन्हें एमएसपी पर खरीद का आश्वासन दिया। किसानों ने एसडीएम से दो टूक कहा कि वे पहले ही दुखी हैं और अब उन्हें और परेशान नहीं किया जाए। एक दिन का अल्टीमेटम देते हुए किसान बलजीत किच्छाना, गुरनाम सिंह डोहर, फूल सिंह नरड़, संजय ग्योंग, होशियार गिल व राममेहर गिल प्यौदा, तेजिंद्र सिंह अरनौली ने कहा कि अगर सोमवार सायं तक एम एसपी पर खरीद शुरू नहीं हुई तो मंगलवार से किसान कार्यालय के बाहर धरना देंगे और आंदोलन करने को मजबूर होंगे। किसानों को एक-एक क्विंटल धान लाने के मैसेज पर एसडीएम बोले-गलती सुधारी ज...