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दूल्हा-दुल्हन फंसे रहे 14 घंटे जाम में, बाराितयों की बिगड़ी तबीयत, कई एनआरआई की छूटी फ्लाइट, एंबुलेंस का भी रूट किया डायवर्ट

दिल्ली कूच के कारण रात को कर्णलेक पर नाका लगाकर प्रशासन ने बंद कर दिया। नाका लगाने से आम लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी हुई। करनाल शहर में करीब 24 घंटे जाम जैसी स्थिति बनी रही। जाम में दूल्हा- दुल्हन, मरीज, एनआरआई घंटों तक फंसे रहे। शाम को जाम खुलने के बाद लोग अपने घरों की ओर रवाना हुए। दिल्ली के लक्की लुधियाना से दुल्हन लेकर वापस दिल्ली जा रहे थे। रात को दो बजे जाम में फंस गए। करीब 14 घंटे जाम में फंसे रहने के कारण दुल्हन, महिला और कई बच्चों की तबीयत भी बिगड़ गई।

दूल्हे के पिता ने बताया कि खुशी से बारात लेकर गए थे, लेकिन बीच में डोली फंसने से बच्चों का रो- रोकर बुरा हाल है। उन्होंने बताया कि घर में बुजुर्ग हैं वे खाना भी नहीं बना सकते। घर जाकर उनका खाना भी बनाना है वे भी घर पर भूखे हैं। प्रशासन को कोई वैकल्पिक व्यवस्था करनी थी, इसके बाद यहां पर नाका लगाना था, ताकि आम जन को परेशानी न हो। आम जन का इसमें क्या कसूर है। कर्णलेक नाके पर रात को एक दूल्हे ने तो पैदल नाका पार किया। आगे दूसरी गाड़ी में कुरुक्षेत्र गया।

एंबुलेंस के लिए भी नहीं थी कोई व्यवस्था

पानीपत के श्याम अपने पिता को लेकर चंडीगढ़ पीजीआई जा रहे थे, लेकिन जीटी रोड से एंबुलेंस के निकलने का भी कोई रास्ता नहीं था। एंबुलेंस को भी वाया इंद्री और लाडवा जाना पड़ा। एंबुलेंस भी पांच घंटे जाम में फंसी रही। इसके अलावा सेना के ट्रकों को भी लिंक रोड से होकर जाना पड़ा।

सब्जी वालों को लाखों रुपए का नुकसान

हिमाचल, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड से दिल्ली सब्जी की सप्लाई होती है। सब्जी के सैकड़ों ट्रक दो दिन से यहां फंस गए। उत्तराखंड से गोभी लेकर आए गुरनाम ने बताया कि जाम में फंसने के कारण गाेभी खराब हो गई है, अब इसे कोई नहीं खरीदेगा। उसका करीब एक लाख रुपए का नुकसान हो गया है। सब्जी की 12 घंटे में पहुंच देनी होती है, लेकिन यहां पर सब्जी खड़े हुए दो दिन हो गए हैं। हिमाचल के महेंद्र ने बताया कि वह पत्ता गोभी और अदरक लेकर दिल्ली की मंडी में जा रहा था, अदरक तो बिक जाएगी, लेकिन पत्ता गोभी नहीं बिकेगी। जाम में सब्जी के करीब 150 ट्रक फंसे हुए थे।

एनआरआई फंसे जाम में

एनआरआई को भी सबसे ज्यादा परेशानी हुई। लुधियाना के सुखविंद्र ने बताया कि उसे दुबई जाना था, सुबह 12 बजे की फ्लाइट थी, लेकिन वह जाम में फंस गया और उसकी फ्लाइट भी छूट गई। अमृतसर में सुखवंत सिंह ने बताया कि उसे कनाडा जाना था, लेकिन जाम में फंसे रहने के कारण उसकी फ्लाइट मिस हो गई। अब दोबारा तत्काल में टिकट करवाना पड़ेगा।

पंजाब के किसानों का दूसरा जत्था भी बेरिकेड्स तोड़कर निकला

शाम को पांच बजे पंजाब का किसानों का दूसरा जत्था भी पहुंचा। पुलिस प्रशासन ने कर्ण लेक पर दोबारा से बेरिकेड्स लगा दिए थे। दूसरा जत्था भी बेरिकेड्स तोड़कर निकल गया। पुलिस प्रशासन ने उनके ऊपर पानी की बौछार की और आशु गैस छोड़ी।



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करनाल. लुधियाना से डोली लेकर आ रहे दिल्ली के लक्की नेशनल हाईवे पर जाम में फंसे।


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