Skip to main content

फौगाट खाप ने किसान आंदोलन का किया समर्थन, बैठक में लिया फैसला

खाप फौगाट की पदाधिकारीगण एवं कार्यकारिणी सदस्यों की बैठक सुबह 11 बजे बाबा स्वामी दयाल धाम पर प्रधान बलवंत सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में मुख्य विषयों पर विचार विमर्श किया गया। जिसमें सभी ने सरकार द्वारा किसानों के प्रति अपनाए जा रहे असंवैधानिक रवैया पर चर्चा की। सरकार द्वारा किसानों पर किए गए क्रूर व अत्याचार पूर्ण जिसमें किसानों पर पानी की बौछारें व आंसू गैस के गोले दागे गए है।

सरकार के आदेश पर प्रशासन द्वारा किसानों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान रास्ते अवरूद्ध किए गए है। प्रधान खाप फौगाट-19 ने बताया कि सरकार व प्रशासन द्वारा किए गए इन असंवैधानिक कार्यों की खाप फौगाट-19 कड़े शब्दों में निंदा करती है। किसानों की संवैधानिक मुख्य मांग जिसमें तीन कृषि कानून जिनको किसान-किसान विरोधी मानते है। उनको सरकार तुरंत प्रभाव से वापस ले या एमएसपी के लिए एक अन्य कानून बनाकर किसानों को आश्वस्त करें कि उनका उत्पाद कहीं भी एमएसपी से कम रेट पर नहीं खरीदा जाएगा।

ऐसा करने वालों के खिलाफ कानूनी रूप से सजा का प्रावधान किया जाए। किसान आंदोलन के दौरान किसान नेताओं को गिरफ्तार किया गया है, उनको तुरंत प्रभाव से रिहा किया जाए। किसानों पर बनाए गए मुकद्दमे वापस लिए जाए। किसानों के शांतिपूर्ण दिल्ली चलो अभियान को रोकने के लिए सड़कों पर लगाए गए अवरोधों को हटाया जाए। किसानों की संवैधानिक मांग के लिए दिल्ली जंतर-मंतर पर होने वाले प्रदर्शन से ना रोका जाए।

बैठक में खाप फौगाट-19 ने सरकार को चेताया है कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो खाप फौगाट-19 सक्रिय रूप से किसानों के आंदोलन में शामिल होकर किसानों का साथ देगी। खाप फौगाट-19 किसान आंदोलन का पूर्ण रूप से समर्थन करती है। यहां रामसिंह संरक्षक खाप फौगाट, धर्मपाल उप-प्रधान खाप फौगाट, शमशेर प्रवक्ता खाप फौगाट, सुरेश फौगाट सचिव खाप फौगाट, गिरेन्द्र अधिवक्ता कानूनी सलाहकार खाप फौगाट आदि उपस्थित थे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Fougat Khap supported the farmer movement, decided in the meeting


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3lj02AG

Popular posts from this blog

फेसबुक पर दोस्ती कर विधवा से किया गैंगरेप, जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया

किला थाना क्षेत्र में शुक्रवार को फेसबुक पर दोस्ती कर गैंगरेप का मामला सामने आया। पीड़िता के साथ 6 महीने पहले दोस्ती कर आरोपी ने जाल में फंसा लिया। फिर दोस्त कि डेयरी में ले जाकर दोस्त के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। 26 वर्षीय महिला ने बताया कि उसकी 10 साल पहले शादी हुई थी। शादी के दो साल बाद ही पति की मौत हो गई। मौत के बाद वह मायके में आकर रहने लगी। 6 महीने उसकी पहलवान चौक कुटानी रोड के सोनू के साथ फेसबुक पर बातचीत शुरू हुई थी। उसने बातों में फंसा लिया। 25 अगस्त की रात 9 बजे सोनू ने उसे जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया। वह घर से बाहर आई तो वह अपनी एक्टिवा पर बैठाकर पहलवान चौक के पास बनी महालक्ष्मी डेयरी में ले गया। जिसका संचालक विकास है। सोनू उसे अंदर ले गया और को‌ल्ड ड्रिंक पिला दी। इस बीच विकास भी वहां आ गया। वह बेेहोश हो गई। वहीं रात करीब साढ़े 11 बजे होश आया तो उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। महिला का आरोप है कि फेसबुक मित्र सोनू व सोनू ने दोस्त विकास के साथ मिलकर दुष्कर्म किया है। किला पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश जारी है। Download D...

बच्चे पैंगोंग झील के पास बेखौफ घूम रहे, पर्यटकों के लिए भी खुल गया फिंगर-4 के नजदीक का यह गांव, लोग बोले- अब सब नॉर्मल

(मोरुप स्टैनजिन) चीन के साथ जारी तनाव के बीच लद्दाख के आखिरी रहवासी गांव मान-मेराक में अब जिंदगी पहले जैसी हो गई है। सभी प्रकार की पाबंदियां हटा ली गई हैं। संचार व्यवस्था बहाल हो गई है और पर्यटकों के लिए भी अब कोई रोक-टोक नहीं है। 2 महीने पहले यहां दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने थीं। तनाव के गवाह रहे फिंगर-4 इलाके के पास स्थित पैंगोंग झील अब फिर से बच्चों और स्थानीय लोगों से गुलजार है। यहां आसपास के लोगों से बात करो तो कहते हैं- इंडियन आर्मी ने चीनियों को पीछे खदेड़ दिया है। अब डरने जैसी कोई बात नहीं है। 'सर्दियों में लोग पहले की तरह अपने मवेशी फिंगर फोर तक ले जा सकेंगे' एरिया काउंसलर (स्थानीय जनप्रतिनिधि) स्टैनजिन कॉनचॉक के मुताबिक, 15-16 जून गलवान घाटी की घटना के 2 महीने बाद तक यहां के लोगों ने सेना की सख्त पहरेदारी में जिंदगी गुजारी है। लेकिन, अब जीवन सामान्य हो रहा है। सेना और स्थानीय लोग मिलकर सड़क और भवनों के निर्माण में युद्धस्तर पर लगे हुए हैं क्योंकि सर्दियां शुरू होते ही काम करने में दिक्कत आएगी। स्टैनजिन ने बताया, हमने नोटिस किया है कि चीनी पीछे हट रहे हैं। इं...

कच्चे क्वार्टर बाजार के बीच से गुजर रहे हैं बिजली के तार, हादसा आगजनी में 1999 में 48 लोगों की हुई थी मौत

शहर का सबसे व्यस्त व भीड़ वाले बाजार कच्चे क्वार्टर के बीच से बिजली के तार गुजर रहे हैं। केबल न होने से हवा चलने पर यह तार आपस में टकरा जाते हैं। जिससे चिंगारी निकलती है। ऐसे में यहां आगजनी होने का खतरा बना रहता है। व्यापारियों व दुकानदारों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि यहां एक बार बड़ी अनहोनी हो चुकी है। 1999 में आगजनी होने पर 48 लाेगों की हुई थी मौत कच्चे क्वार्टर में नवंबर, 1999 में बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। आगजनी घटना शार्ट-सर्किट के कारण हुई थी। आग में 48 लोगों की जान गई थी। वहीं सौ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक ही दुकान के अंदर दर्जनों लोगों की जान गंवाई थी। कच्चे क्वार्टर बाजार में 1999 के बाद भीड़ करीब 10 गुणों बढ़ गई है। हर दिन यहां हजारों लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां दुकानों के स्टाल पर लटकते तारों से हादसा होने का अंदेशा है। यहां दिन के समय भी पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा इस क्षेत्र में अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जबकि नगर निगम पर इस पर कंट्रोल नहीं है। यहां दिन में पैदल...