Skip to main content

5 वर्षों से कस्बे में मिनी सचिवालय व न्यायालय भवन बनाने की मांग सिरे चढ़ते आ रही है नजर

कनीना कस्बे में बनने वाले लघु सचिवालय व न्यायिक परिसर भवन के लिए रविवार को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के इंस्पेक्टिंग जज हरिपाल वर्मा ने जगह का निरीक्षण किया। उसके बाद नगरपालिका के नए भवन में बने कॉन्फ्रेंस हॉल में उच्चाधिकारियों एवं नेताओं से गुफ्तगू की। रविवार को नगरपालिका के नए भवन के पास तकरीबन 28 कनाल जगह का निरीक्षण किया। जिसमें पशु अस्पताल के पीछे वाली जगह पूरी तरह आ गई है। इसके बाद उन्होंने फुटबॉल के खेल के मैदान की जगह का निरीक्षण किया।

उसके पश्चात पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के इंस्पेक्टिंग जज हरिपाल वर्मा कनीना कोर्ट प्रांगण में पहुंचे जहां पर पुलिस टुकड़ी ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। उसके पश्चात हरिपाल वर्मा कनीना कोर्ट के बार एसोसिएशन रूम में पहुंचे। वहां पर कनीना बार प्रधान कुलदीप रामबास ने बुके देकर हरिपाल वर्मा का स्वागत किया। बार एसोसिएशन ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के इंस्पेक्टिंग जज हरिपाल वर्मा के सामने मांग रखते हुए कहा कि सचिवालय, न्यायिक परिसर, आवासीय परिसर, वकीलों के लिए चेंबर का निर्माण जल्द से जल्द करवाया जाए। इन सभी को एक जगह करवाया जाए जिससे आम आदमी व अधिकारियों वकीलों को कोई दिक्कत का सामना ना करना पड़े।

बार प्रधान कुलदीप रामबास ने मांग रखते हुए कहा कि 2016 से स्थापित कोर्ट परिसर में टीन शेड के नीचे अधिवक्ता बैठे रहते हैं। गर्मियों में 45 डिग्री तापमान में भी टीन शेड के नीचे बैठकर कार्य करते हैं। वहीं सर्दियों में अधिक ठंड होने पर भी इन्हीं टीन शेड में बैठकर काम करते हैं। जिस तरह महेंद्रगढ़ कोर्ट बना हुआ है। उसी तरह की सुंदर भवन कनीना में भी बनकर तैयार हो जाए तो आमजन को सुविधा होगी। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के इंस्पेक्टिंग जज हरिपाल वर्मा ने वकीलों को आश्वासन दिया कि अच्छी तरह जगह का निरीक्षण करके सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर ही तीनों को बनाया जाएगा।

बता दे कि खंड में बनने वाले लघु सचिवालय व उपमंडल स्तरीय न्यायालय भवन को कनीना कस्बे में बनाने की मांग करीब पिछले पांच वर्षों से चली आ रही है। जो इस बार सिरे चढ़ती नजर आ रही है।
कनीना कस्बे में लघु सचिवालय व न्यायिक परिसर भवन बनाने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने वर्ष 2015 में महाविद्यालय में आयोजित अपनी रैली में घोषणा की थी। जिसके बाद से ही कस्बे में लघु सचिवालय व न्यायिक परिसर भवन के निर्माण को लेकर दर्जनों से भी अधिक बार अधिकारियों के द्वारा जगह का निरीक्षण किया जा चुका है। भवन के लिए उन्हाणी स्थित एक जगह को फाइनल करने पर कस्बावासियों के द्वारा करीब 65 दिनों तक उपमंडल कार्यालय में धरना भी दिया गया था। जिसे केन्द्र मंत्री राव इंद्रजीत के आश्वासन पर खोला गया था।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
For 5 years, the demand for building a mini secretariat and a court building in the town has been growing.


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/39rY3HS

Popular posts from this blog

फेसबुक पर दोस्ती कर विधवा से किया गैंगरेप, जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया

किला थाना क्षेत्र में शुक्रवार को फेसबुक पर दोस्ती कर गैंगरेप का मामला सामने आया। पीड़िता के साथ 6 महीने पहले दोस्ती कर आरोपी ने जाल में फंसा लिया। फिर दोस्त कि डेयरी में ले जाकर दोस्त के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। 26 वर्षीय महिला ने बताया कि उसकी 10 साल पहले शादी हुई थी। शादी के दो साल बाद ही पति की मौत हो गई। मौत के बाद वह मायके में आकर रहने लगी। 6 महीने उसकी पहलवान चौक कुटानी रोड के सोनू के साथ फेसबुक पर बातचीत शुरू हुई थी। उसने बातों में फंसा लिया। 25 अगस्त की रात 9 बजे सोनू ने उसे जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया। वह घर से बाहर आई तो वह अपनी एक्टिवा पर बैठाकर पहलवान चौक के पास बनी महालक्ष्मी डेयरी में ले गया। जिसका संचालक विकास है। सोनू उसे अंदर ले गया और को‌ल्ड ड्रिंक पिला दी। इस बीच विकास भी वहां आ गया। वह बेेहोश हो गई। वहीं रात करीब साढ़े 11 बजे होश आया तो उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। महिला का आरोप है कि फेसबुक मित्र सोनू व सोनू ने दोस्त विकास के साथ मिलकर दुष्कर्म किया है। किला पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश जारी है। Download D...

बच्चे पैंगोंग झील के पास बेखौफ घूम रहे, पर्यटकों के लिए भी खुल गया फिंगर-4 के नजदीक का यह गांव, लोग बोले- अब सब नॉर्मल

(मोरुप स्टैनजिन) चीन के साथ जारी तनाव के बीच लद्दाख के आखिरी रहवासी गांव मान-मेराक में अब जिंदगी पहले जैसी हो गई है। सभी प्रकार की पाबंदियां हटा ली गई हैं। संचार व्यवस्था बहाल हो गई है और पर्यटकों के लिए भी अब कोई रोक-टोक नहीं है। 2 महीने पहले यहां दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने थीं। तनाव के गवाह रहे फिंगर-4 इलाके के पास स्थित पैंगोंग झील अब फिर से बच्चों और स्थानीय लोगों से गुलजार है। यहां आसपास के लोगों से बात करो तो कहते हैं- इंडियन आर्मी ने चीनियों को पीछे खदेड़ दिया है। अब डरने जैसी कोई बात नहीं है। 'सर्दियों में लोग पहले की तरह अपने मवेशी फिंगर फोर तक ले जा सकेंगे' एरिया काउंसलर (स्थानीय जनप्रतिनिधि) स्टैनजिन कॉनचॉक के मुताबिक, 15-16 जून गलवान घाटी की घटना के 2 महीने बाद तक यहां के लोगों ने सेना की सख्त पहरेदारी में जिंदगी गुजारी है। लेकिन, अब जीवन सामान्य हो रहा है। सेना और स्थानीय लोग मिलकर सड़क और भवनों के निर्माण में युद्धस्तर पर लगे हुए हैं क्योंकि सर्दियां शुरू होते ही काम करने में दिक्कत आएगी। स्टैनजिन ने बताया, हमने नोटिस किया है कि चीनी पीछे हट रहे हैं। इं...

कच्चे क्वार्टर बाजार के बीच से गुजर रहे हैं बिजली के तार, हादसा आगजनी में 1999 में 48 लोगों की हुई थी मौत

शहर का सबसे व्यस्त व भीड़ वाले बाजार कच्चे क्वार्टर के बीच से बिजली के तार गुजर रहे हैं। केबल न होने से हवा चलने पर यह तार आपस में टकरा जाते हैं। जिससे चिंगारी निकलती है। ऐसे में यहां आगजनी होने का खतरा बना रहता है। व्यापारियों व दुकानदारों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि यहां एक बार बड़ी अनहोनी हो चुकी है। 1999 में आगजनी होने पर 48 लाेगों की हुई थी मौत कच्चे क्वार्टर में नवंबर, 1999 में बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। आगजनी घटना शार्ट-सर्किट के कारण हुई थी। आग में 48 लोगों की जान गई थी। वहीं सौ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक ही दुकान के अंदर दर्जनों लोगों की जान गंवाई थी। कच्चे क्वार्टर बाजार में 1999 के बाद भीड़ करीब 10 गुणों बढ़ गई है। हर दिन यहां हजारों लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां दुकानों के स्टाल पर लटकते तारों से हादसा होने का अंदेशा है। यहां दिन के समय भी पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा इस क्षेत्र में अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जबकि नगर निगम पर इस पर कंट्रोल नहीं है। यहां दिन में पैदल...