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मीटिंग शुरू होते ही पार्षदों व अधिकारियों ने प्रधान के बेटे के निधन पर जताया शोक, अगले ही पल प्रधान ने मीटिंग की रद्द

डीआरडीए हाल में शुक्रवार को जिला परिषद का दूसरे दिन का सत्र शुरू हुआ। सत्र की शुरुआत जिला परिषद चेयरपर्सन के पुत्र के निधन पर जिला पार्षद अमित निडानी ने शोक प्रस्ताव रखा। सभी पार्षदों व अधिकारियों ने दो मिनट का मौन रखकर शोक जताया। इसके बाद जिला परिषद चेयरपर्सन ने बैठक रद्द करने की बात मंच से कही। चेयरपर्सन प्रवीण घनघस ने कहा कि जब तक विकास कार्यों पर लगी रोक नहीं हटाई जाएगी, तब तक ऐेसे सत्र का कोई फायदा नहीं है। जब हमारे एरिया के विकास कार्य ही नहीं होंगे तो हम जनता को क्या जवाब देंगे।

इसलिए यह सत्र रद्द किया जाएगा। इसके बाद एक-एक करके सभी अधिकारी व पार्षद बैठक से बाहर आ गए। शुक्रवार को हुए सत्र में केवल आधे पार्षद ही पहुंच सके थे। बैठक की अध्यक्षता चेयरपर्सन प्रवीण घनघस ने की। बैठक में जिला परिषद के सीईओ दलबीर सिंह भी मौजूद रहे। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए चेयरपर्सन प्रवीण घनघस ने कहा कि बैठक रद्द करने का मुख्य कारण जिले में विकास कार्यों पर लगी रोक है। जो रोक लगी हुई है, वह हटाई जाए। तभी सत्र बुलाने का फायदा होगा।

उन्होंने उप मुख्यमंत्री से मांग की कि इस रोक को हटाया जाए ताकि विकास के काम हो सके। उन्होंने कहा कि ग्रांट का वितरण हो चुका है। उसके बावजूद विकास कार्य पर रोक लगाई हुई है, जो गलत है। उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही रोक नहीं हटी तो सभी 26 पार्षद सख्त निर्णय लेने को मजबूर होंगे।

दवाई के भी 2 लाख की ग्रांट अब तक नहीं मिली

चेयरपर्सन ने बताया कि कोरोना काल के दौरान पूरे जिले को सेनिटाइज करवाया गया। इस पर लगभग 2 लाख रुपए की राशि खर्च हुई है, लेकिन वह राशि आज तक नहीं मिली है। ऐसे में काम कैसे होंगे। आगे भी पेमेंट की जानी है।

मीटिंग रद्द होने से पार्षद अधिकारियों ने नहीं कर पाए सवाल-जवाब

गुरुवार को मीटिंग में पार्षदों ने अधिकारियों के न आने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। इस पर सीईओ ने शुक्रवार को सभी अधिकारियों को आने के निर्देश दिए थे। निर्देश मिलने के बाद सभी विभागों के अधिकारी मीटिंग में पहुंचे, लेकिन मीटिंग शुरू होते ही प्रधान द्वारा रद्द कर दी गई, जिस कारण पार्षद अधिकारियों से सवाल-जवाब नहीं कर पाए। इस पर भी कई पार्षदों में रोष देखा गया।



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Councilors and officials mourn the death of Pradhan's son as soon as the meeting started, the next moment Pradhan canceled the meeting


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