Skip to main content

तस्कर से खैर की लकड़ी पकड़ी, पर्यावरण कोर्ट में चलेगा केस

वन विभाग और सीआईए पुलिस टीम ने कुंजपुरा रोड पर तेजा फार्म के निकट एक राइस गोदाम पर छापा मारकर खैर की लकड़ी की अवैध तस्करी का भांडाफोड़ किया है। छापे के बाद खैर की लकड़ी का अवैध तस्करी का यह मामला सामने आया है। गोदाम से जो लकड़ी कब्जे में ली गई है वह तकरीबन 25 क्विंटल है, जिसकी अनुमानित कीमत 1.5 लाख रुपए के करीब बनती है। इस मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसे शनिवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा, ताकि अवैध तस्करी के इस खेल का खुलासा हो सके।

खैर की लकड़ी पूरी पैमाइश करके वन विभाग पर्यावरण कोर्ट कुरुक्षेत्र में मामला भेजेगा। पुलिस काे सूचना मिली थी कि वन विभाग की खैर की जो लकड़ी चोरी से काटी जाती है उसे कुंजपुरा रोड पर नेवल क्षेत्र में एक सेलर के गोदाम में रखा जाता है। यहां पर लकड़ी को खरीदा और बेचा जाता है। इसकी सूचना सीआईए की टीम ने वन विभाग के अधिकारियों को दी।

इसके बाद वन विभाग के अधिकारियों व पुलिस ने गोदाम पर छापा मारा । वन विभाग के रेंज ऑफिसर सुभाष चंद्र ने लकड़ी को जांचा तो खैर की मिली। मौके से लगभग 25 क्विंटल खैर की लकड़ी बरामद की। टीम ने इस लकड़ी को अपने कब्जे में ले लिया और मौके से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया।

कत्थे के रूप में होता है खैर की लकड़ी का प्रयोग
खैर की लकड़ी का कत्थे के रूप में प्रयोग करते हैं, जिसे पान में डाला जाता है। यह कत्था दवाइयों में भी प्रयोग होता है। इसलिए इस लड़की की विशेष डिमांड और कीमत है। खैर की लकड़ी का रेट 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल है।

कुंजपुरा रोड पर तेजा फार्म के निकट एक गोदाम से अवैध रूप से वन विभाग की जमीन से तस्करी कर लाई गई खैर की लकड़ी बरामद हुई है। इसकी पैमाइश की जा रही है। अनुमानित यह 25 क्विंटल है। एक क्विंटल लकड़ी की कीमत 6 हजार रुपए है। सोमवार को मामला पर्यावरण कोर्ट कुरुक्षेत्र में भेजा जाएगा। -नरेश रंगा, डीएफओ



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/36bXCPW

Popular posts from this blog

फेसबुक पर दोस्ती कर विधवा से किया गैंगरेप, जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया

किला थाना क्षेत्र में शुक्रवार को फेसबुक पर दोस्ती कर गैंगरेप का मामला सामने आया। पीड़िता के साथ 6 महीने पहले दोस्ती कर आरोपी ने जाल में फंसा लिया। फिर दोस्त कि डेयरी में ले जाकर दोस्त के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। 26 वर्षीय महिला ने बताया कि उसकी 10 साल पहले शादी हुई थी। शादी के दो साल बाद ही पति की मौत हो गई। मौत के बाद वह मायके में आकर रहने लगी। 6 महीने उसकी पहलवान चौक कुटानी रोड के सोनू के साथ फेसबुक पर बातचीत शुरू हुई थी। उसने बातों में फंसा लिया। 25 अगस्त की रात 9 बजे सोनू ने उसे जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया। वह घर से बाहर आई तो वह अपनी एक्टिवा पर बैठाकर पहलवान चौक के पास बनी महालक्ष्मी डेयरी में ले गया। जिसका संचालक विकास है। सोनू उसे अंदर ले गया और को‌ल्ड ड्रिंक पिला दी। इस बीच विकास भी वहां आ गया। वह बेेहोश हो गई। वहीं रात करीब साढ़े 11 बजे होश आया तो उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। महिला का आरोप है कि फेसबुक मित्र सोनू व सोनू ने दोस्त विकास के साथ मिलकर दुष्कर्म किया है। किला पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश जारी है। Download D...

बच्चे पैंगोंग झील के पास बेखौफ घूम रहे, पर्यटकों के लिए भी खुल गया फिंगर-4 के नजदीक का यह गांव, लोग बोले- अब सब नॉर्मल

(मोरुप स्टैनजिन) चीन के साथ जारी तनाव के बीच लद्दाख के आखिरी रहवासी गांव मान-मेराक में अब जिंदगी पहले जैसी हो गई है। सभी प्रकार की पाबंदियां हटा ली गई हैं। संचार व्यवस्था बहाल हो गई है और पर्यटकों के लिए भी अब कोई रोक-टोक नहीं है। 2 महीने पहले यहां दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने थीं। तनाव के गवाह रहे फिंगर-4 इलाके के पास स्थित पैंगोंग झील अब फिर से बच्चों और स्थानीय लोगों से गुलजार है। यहां आसपास के लोगों से बात करो तो कहते हैं- इंडियन आर्मी ने चीनियों को पीछे खदेड़ दिया है। अब डरने जैसी कोई बात नहीं है। 'सर्दियों में लोग पहले की तरह अपने मवेशी फिंगर फोर तक ले जा सकेंगे' एरिया काउंसलर (स्थानीय जनप्रतिनिधि) स्टैनजिन कॉनचॉक के मुताबिक, 15-16 जून गलवान घाटी की घटना के 2 महीने बाद तक यहां के लोगों ने सेना की सख्त पहरेदारी में जिंदगी गुजारी है। लेकिन, अब जीवन सामान्य हो रहा है। सेना और स्थानीय लोग मिलकर सड़क और भवनों के निर्माण में युद्धस्तर पर लगे हुए हैं क्योंकि सर्दियां शुरू होते ही काम करने में दिक्कत आएगी। स्टैनजिन ने बताया, हमने नोटिस किया है कि चीनी पीछे हट रहे हैं। इं...

कच्चे क्वार्टर बाजार के बीच से गुजर रहे हैं बिजली के तार, हादसा आगजनी में 1999 में 48 लोगों की हुई थी मौत

शहर का सबसे व्यस्त व भीड़ वाले बाजार कच्चे क्वार्टर के बीच से बिजली के तार गुजर रहे हैं। केबल न होने से हवा चलने पर यह तार आपस में टकरा जाते हैं। जिससे चिंगारी निकलती है। ऐसे में यहां आगजनी होने का खतरा बना रहता है। व्यापारियों व दुकानदारों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि यहां एक बार बड़ी अनहोनी हो चुकी है। 1999 में आगजनी होने पर 48 लाेगों की हुई थी मौत कच्चे क्वार्टर में नवंबर, 1999 में बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। आगजनी घटना शार्ट-सर्किट के कारण हुई थी। आग में 48 लोगों की जान गई थी। वहीं सौ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक ही दुकान के अंदर दर्जनों लोगों की जान गंवाई थी। कच्चे क्वार्टर बाजार में 1999 के बाद भीड़ करीब 10 गुणों बढ़ गई है। हर दिन यहां हजारों लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां दुकानों के स्टाल पर लटकते तारों से हादसा होने का अंदेशा है। यहां दिन के समय भी पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा इस क्षेत्र में अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जबकि नगर निगम पर इस पर कंट्रोल नहीं है। यहां दिन में पैदल...