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केएमपी पर 3 घंटे किसानों ने दौड़ाए ट्रैक्टर, नहीं लांघा दिल्ली बॉर्डर

टिकरी बाॅर्डर पर 44 दिनों से किसान केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ सीमा पर अडिग हैं। वहीं सरकार भी कदम पीछे नहीं करना चाहती। ऐसे में विरोध में किसानों का हल्लाबोल जारी हो गया है। सरकार के साथ किसानों की आठवें दौर की वार्ता 8 जनवरी होनी है।

उसे देखते हुए ही किसानों ने अपने आंदोलन को तेज कर आज सरकार को अपनी ताकत का अहसास करवाया है। गुरुवार को सुबह से ही बहादुरगढ़ से ट्रैक्टर यात्रा शुरू हो गई थी जो शाम पांच बजे वापस टिकरी बाॅर्डर पर पहुंची। इस तरह से केएमपी पर 135 किमी लंबे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर गणतंत्र दिवस के लिए अपने ट्रैक्टर मार्च से पहले की तैयारी दिखाई। इसके कारण एनएच 9 सहित दो नेशनल हाईवे से गुजरने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि किसानों ने गुरुवार को कहीं से भी दिल्ली में एंट्री करने का प्रयास भी नहीं किया। इधर, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर ट्रैक्टरों की अनुमति नहीं है पर वे कर कुछ नहीं सके। इसी तरह से बहादुरगढ़ पुलिस भी मूकदर्शक बनी खड़ी रही।

पुलिस ट्विटर से वाहन चालकाें काे देती रही जानकारी
टिकरी बाॅर्डर की सीमा पर किसानों के आने के बाद से दिल्ली यातायात पुलिस अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शहर में सड़कों के बंद होने के बारे में लोगों को लगातार सूचनाएं दे रही है। इसके साथ-साथ हरियाणा से दिल्ली आने वाले किसान परेशान हुए। किसान ट्रैक्टर रैली से बाधित रहा पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे। लोगों को आवाजाही में हुई परेशानी, अंदरूनी सड़कों पर लगा जाम रहा इसकी पहले से ही जानकारी दे दी गई थी जिससे लोग केएमपी पर जाने से बचे।



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केएमपी पर ट्रैक्टर रैली


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