
विवेक मिश्र, काेराेना से बचाव के लिए सरकार की ओर से जारी की गाइडलाइंस का पालन न करने पर काेराेना काल के 10 माह में जिले में 12,160 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए। हालांकि इनमें से 11,933 मरीज रिकवर कर चुके हैं। लेकिन कोरोना की पहली और दूसरी लहर में गांव से ज्यादा शहर में 127 जो गंभीर रूप से संक्रमित मरीज थे, इलाज के दौरान फेफड़ों में संक्रमण अधिक बढ़ जाने की वजह से उनकी मौत हो गई।
इनमें 50 साल से अधिक उम्र के 103 बुजुर्ग शामिल हैं। 149 डेथ केस में 11 माह की बच्ची भी शामिल है, जो इलाज के दौरान कोरोना संक्रमित हुई और उसकी कोविड से मौत हो गई। सिविल सर्जन कार्यालय के अधिकारी का दावा है कि कोरोना से बचाव के लिए सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइंस का लोगों ने गंभीरता से पालन नहीं किया।
फेस्टिव सीजन में लोग बिना मास्क लगाए बाजारों में निकले। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया। रिजल्ट यह रहा है कि कोरोना संक्रमण का कम्यूनिटी ट्रांसमिशन होता रहा है और संक्रमित मरीजों के केस बढ़ने के साथ मौत होने के केस भी बढ़े। 50 व 50 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोग हाइपरटेंशन, डायबिटीज, हार्ट, लीवर, कैंसर, फेफड़े रोग से ग्रस्त होने के बाद कोरोना संक्रमण की चपेट में आए। देर से अस्पताल में पहुंचने पर रिकवरी में काफी मुश्किल हुई।
डेथ केस बढ़ने की ये रहीं चार वजह
मरीज में लक्षण दिखने पर भी परिजन देर से टेस्ट कराने पहुंचे
पॉजिटिव आने पर संक्रमण छाती में फैल चुका था
पहले बीपी, शुगर, हार्ट, सांस लेने में दिक्कत के रोगी को रिकवर नहीं कर सके
शहर में रहने वालाें ने कोरोना से बचाव के लिए नियमों का पालन नहीं किया
जिले में सबसे कम कोराेना के दो नए केस मिले, रिकवरी रेट 98.13 फीसदी पर आया
जिले में कोरोना काल में सबसे कम दो कोरोना केस शुक्रवार को मिले। नए केस में पीजीआई हास्टल का छात्र चिकित्सक, नांदल गांव में छात्र शामिल है। जिले में कोविड रिकवरी रेट बढ़कर 98.13 फीसदी और कोविड पॉजिटिवटी दर 4.83 फीसदी दर्ज किया गया है। जिले में अब कोरोना के 78 एक्टिव केस रह गए हैं।
इनमें से 66 मरीज होम आइसोलेशन में और 12 मरीज पीजीआई में उपचाराधीन हैं। जिले में अब तक 12,160 लोग संक्रमित मिले हैं और इनमें से 11,933 मरीज संक्रमण को हरा चुके हैं। जिला कोविड 19 टीम देर शाम तक 477 लोगों की सैंपल रिपोर्ट आने का इंतजार करती रही।
पॉजिटिव केस - 12,160
स्वस्थ हुए - 11,933
मृत्यु - 149
गांव के लोग जागरूक रहे
कोरोना काल में गांव के लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता बरती। ग्रामीणों ने आपस में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया। शहरियों ने गाइडलाइंस का पालन नहीं किया। रिजल्ट यह रहा कि शहर में डेथ केस बढ़े। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शहर व गांवों के कोने कोने में जाकर जागरूकता अभियान चलाया। जिले में 2,51,489 लोगों की सैंपलिंग कराकर कोरोना पॉजिटिव मरीज चिह्नित करने का अभियान चलाया गया। परिणामत: समय पर केस चिह्नित होने से उन्हें आइसोलेट कर कान्टेक्ट्स हिस्ट्री तैयार की गई। इससे कोरोना चेन तोड़ने में सफलता मिलाी। जनता से अपील है कि अभी भी कोरोना का खतरा टला नहीं है बल्कि बचाव करने की जरूरत है। लोगाें को अभी भी कोविड-19 गाइलाइन का सख्ती से पालन करना चाहिए।
-डॉ. अनिल बिरला, सिविल सर्जन, रोहतक।
माह डेथ
मार्च 00
अप्रैल 00
मई 00
जून 12
जुलाई 23
अगस्त 24
सितंबर 63
अक्टूबर 79
नवंबर 129
दिसंबर 148
जनवरी 2021 - 1
आयु डेथ पुरुष महिला शहर ग्रामीण
0-19 1 0 1 1 0
20-49 28 21 7 23 5
50-100 120 74 46 103 17
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