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2020 में हत्या के 26%, गैर इरादतन हत्या के 90% केस बढ़े, घरों में चोरी की 62% वारदात अनट्रेस रहीं

साल 2020 में हत्या के 26 प्रतिशत, गैर इरादतन हत्या के 90 प्रतिशत, आईटी एक्ट के 61 प्रतिशत और जिंदा व मृत लावरिस नवजात बच्चे मिलने 37.5 प्रतिशत केस बढ़ गए। वहीं, सबसे ज्यादा अनट्रेस रिपोर्ट चोरी केस में दी गई। यानी घरों-ऑफिस-दुकानों में हुई चोरी की 62 प्रतिशत और वाहन चोरी की 70 प्रतिशत वारदातों में पुलिस अपराधियों को नहीं ढूंढ़ पाई।

हां यह जरूर है कि काेरोना के कारण 3 माह के लॉकडाउन के चलते 2020 में 13.7 प्रतिशत अपराध का ग्राफ गिरा। यानी 2019 मे आईपीसी की विभिन्न धाराओं में दर्ज 6530 केसों के मुकाबले 2020 में 893 एफआईआर कम दर्ज हुई। महिलाओं के विरुद्ध अपराध, हत्या की कोशिश, डकैती, लूट, ठगी, चोरी, अपहरण, गुमशुदगी, जैसी कई वारदात घटी हैं। जबकि हत्या, गैर इरादतन हत्या के अलावा गैंगरेप, स्नेचिंग, मारपीट, दलितों पर अत्याचार आदि के केस बढ़े हैं।

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार 2020 में 5637 केस दर्ज किए गए। 1354 (24 प्रतिशत) केस अनट्रेस रहे। यानी अपराधियों का सुराग नहीं लगने के कारण पुलिस ने केस बंद कर दिया। जबकि 1346 (23.8 प्रतिशत) केस में अपराधियों को जेल पहुंचाया गया। पुलिस जांच में 1026 (18.2 प्रतिशत) केस झूठे निकले। जबकि 1911 केस की अभी जांच चल रही है।

ये अपराध बढ़ गए

  • हत्या: 2019 में हत्या के 61 केस दर्ज हुए। वहीं 2020 में 77 केस रजिस्टर्ड हुए। इसमें से 5 झूठे निकले। जबकि पुलिस ने 40 केसों में अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा। दो केस अनट्रेस रहे। 30 केस की जांच अभी चल रही है।
  • गैर इरादतन हत्या: 2019 में एक केस दर्ज हुआ था। जबकि 2020 में ऐसे 10 केस सामने आए। 4 में अपराधी पकड़े गए। 6 केसों की जांच अभी चल रही है।
  • गैंगरेप: 2019 में 9 केस सामने आए। जबकि 2020 में 11 केस रजिस्टर्ड हुए। इसमें 5 झूठे पाए गए। 3 में आरोपी पकड़े गए, जबकि 3 केसों की जांच अभी चल रही है।
  • जिंदा व मृत लावरिस नवजात बच्चे मिलने के केस: 2019 में 8 केस दर्ज हुए। जबकि 2020 में 11 केस ऐसे दर्ज किए गए। 7 केसों में आरोपी नहीं मिलने के कारण अनट्रेस रिपोर्ट दी गई। जबकि 4 केस की जांच पेडिंग है।

सबसे ज्यादा चोरी केस में नहीं पकड़े गए आरोपी

  • घरों-दुकान-ऑफिस में चोरी: पिछले साल से 30 चोरी के केस घटकर 2020 में 366 केस दर्ज हुए। इसमें 7 झूठे निकले। 61 में चोर पकड़े गए। जबकि 228 केस अनट्रेस रहे। वहीं 70 केस की जांच पेंडिंग हैं।
  • वाहन चोरी: पिछले साल से 160 केस घटकर 2020 में 799 केस रजिस्टर्ड हुए। इसमें 12 झूठे मिले। 58 केस में आरोपी पकड़े गए। जबकि 564 केस अनट्रेस रहे। अभी 165 केस की जांच पेंडिंग है।
  • अपराध डाटा 31 दिसंबर 2020 तक का है।

ये 5 बड़े केस अब तक अनसुलझे

1. जुलाई 2020 में समालखा के बुड़शाम गांव में नवजन्मी बच्ची के मुंह में कपड़ा ठूंसकर उसकी हत्या कर शव को नाली में फेंक दिया। न बच्ची की पहचान हुई और न ही हत्यारे पकड़े गए। यह सबसे निर्मम हत्या थी।
2. मार्च 2020 में सनाैली राेड पर बंटी चप्पल स्टाेर के मालिक रमेश कुमार नारंग की दुकान में घुसकर चाकू मारकर निर्मम हत्या की गई। अब तक आरोपी पकड़े नहीं गए।
3. अक्टूबर 2020 में देसराज कॉलोनी में बाइक सवार दो आरोपी फैक्ट्री से घर लौट रही 35 वर्षीय महिला पर तेजाब डालकर भाग गए। दोनों की फुटेज मिली। एक लाख रुपए का इनाम भी है। पर अब तक आरोपी पकड़े नहीं गए।
4. जून 2020 में समालखा में 7 दिन के अंदर चोर दो एटीएम उखाड़कर ले गए। दाेनाें ताेड़कर 9.21 लाख निकाल लिए थे।
5. अगस्त 2019 में सनौली रोड पर पंजाब एंड सिंध बैंक की छत में छेद करके चोर लाॅकर रूम में घुसे। 6 लॉकर तोड़कर करीब 2.5 करोड़ के गहने चुराकर ले गए।

पुलिस पूरी मेहनत करती है : डीएसपी

यह अच्छी बात है कि पिछले साल के मुकाबले अपराध कम हुआ है। पुलिस की सक्रियता के कारण ज्यादातर गंभीर मामलों में गिरावट आई है। पुलिस हर केस को ट्रेस करने की पूरी कोशिश करती है। 70 प्रतिशत केस ट्रेस-आउट किए हैं। जो केस पेंडिंग हैं, उसमें पूरी मेहनत से काम कर रहे हैं, जल्द ही सफलता मिलेगी। -सतीश वत्स, डीएसपी



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फाइल फोटो।


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