
भावना चौक पर बजाज मोबाइल एंड साइबर जोन के नाम से संचालित ग्राहक सेवा केंद्र में हुई 9.70 लाख रुपए की लूट का सीआईए-1 ने 18 दिन बाद ही खुलासा कर दिया। शनिवार को निजामपुर गांव के चौक से मास्टरमाइंड समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे वारदात में इस्तेमाल 315 बोर के दो देसी पिस्तौल, 10 जिंदा कारतूस व एक बाइक बरामद की। वारदात के समय उनकी फुटेज मिली थी।
जो पुलिस ने अपने मुखबिरों के पास भेजी तो आरोपियों की पहचान हो गई थी। तब से पुलिस उनके पीछे लगी थी। दोनों फिर से वारदात की फिराक में घूम रहे थे। तभी सूचना पर सीआईए टीम ने छापेमारी कर दोनों को अरेस्ट कर रविवार को कोर्ट में पेश किया। दोनों 15 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर है। मास्टरमाइंड ने 3 अन्य वारदात भी कबूली हैं। उसके 3 साथी अभी फरार है। सीआईए उनकी तलाश में छापेमारी कर रही है।
सीआईए-वन के इंचार्ज राजपाल सिंह ने बताया कि लूट केस में मास्टरमाइंड बुआना लाखू निवासी अशोक उर्फ शौक्की पुत्र हरिसिंह और उसके साथी सोनीपत के मदीना निवासी दीपक पुत्र सतबीर को गिरफ्तार किया है। आरोपी अशोक पानीपत में राजनगर में भी किराए पर रहा है। अशोक व उसके साथी करीब डेढ़ माह से ग्राहक सेवा केंद्र में रैकी कर रहे थे। अशोक ने 150 रुपए देकर अपना पैन कार्ड भी बनवाया था। उसे पता था कि ग्राहक सेवा केंद्र में संचालक तहसील कैंप के दुष्यंत नगर निवासी महेश बजाज सुबह के समय अकेला होता है और उसके पास मोटी रकम रहती है। इसी के मुताबिक दिल्ली में साजिश बनाई गई।
22 दिसंबर की सुबह दो बाइकों पर थे 4 आरोपी
दीपक दिल्ली के मंगलपुरी में रहता है और सब्जी बेचने का काम करता है। उसका भाई कीड़ू और अशोक की जेल में मुलाकात हुई थी। जब अशोक जेल से छूटा तो वह दिल्ली में दीपक के पास उठने-बैठने लगा। रैकी के बाद मास्टरमाइंड अशोक ने दीपक, उसके गांव के अमित उर्फ मिता, गन्नौर निवासी राजवा पुत्र कृष्णलाल और कलनोर गांव निवासी निखिल के साथ मिलकर दिल्ली में लूट की साजिश बनाई।
दो बाइक पर अशोक, अमित, निखिल और राजवा पानीपत पहुंचे और 22 दिसंबर की सुबह ग्राहक सेवा केंद्र में घुसकर गन पॉइंट पर संचालक महेश बजाज से 9.70 लाख रुपए लूटे। वारदात के बाद सभी दिल्ली गए और जश्न मनाया। सबने अपने हिस्सा बांटा। षड्यंत्र में दीपक शामिल था, इसलिए उसे हिस्सा मिला था। अभी अमित, निखिल व राजवा फरार हैं।
अशोक पर दर्ज हैं 25 केस
27 वर्षीय अशोक पर रोहतक, सोनीपत, गोहाना, गन्नौर, पानीपत, कैथल, समालखा में लूट व चोरी के करीब 25 केस दर्ज हैं। सितंबर 2020 में ही वह जमानत पर बाहर आया था। वहीं, दीपक पर बरोदा थाना में मारपीट का केस दर्ज है। वह 6 माह पहले जमानत पर आया था।
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