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रिफाइनरी ने बीएस-6 प्राेजेक्ट किया शुरू, पेट्राेल और डीजल में सल्फर की मात्रा 60 पीपीएम से घटकर अब 10 पर पहुंची

वायु प्रदूषण को कम करने के लिए पानीपत रिफाइनरी ने बीएस- 6 प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया है। जीएम (संचार विभाग) एसके त्रिपाठी ने बताया कि इस प्राेजेक्ट के तहत पर्यावरण हितैषी पेट्रोल एवं डीजल की आपूर्ति की जा रही है। इस प्राेजेक्ट के शुरू हाेने से पहले पेट्रोल और डीजल में सल्फर की मात्रा 50 पीपीएम होती थी। अब उसे कम करके 10 पीपीएम तक ला दिया गया है। इस ईंधन से वायु प्रदूषण कम हाेगा।

पानीपत में वायु प्रदूषण की मात्रा काफी अधिक हाे गई थी। इसलिए एयर क्वालिटी इंडेक्स कुछ महीनाें के अलावा मानक से दाे या तीन गुना रहने लगा था। जाे स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदेह हाेता जा रहा था। इसकाे देखते हुए बीएस-6 प्राेजेक्ट काे समय से पहले ही शुरू कर दिया है। इस प्राेजेक्ट के माध्यम से हवा में प्रदूषण की मात्रा में कमी आएगी।

बताया कि रिफाइनरी स्थापना काल से ही पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्पित है और अभी तक 6 लाख से ज्यादा पेड़-पौधे लगाए चुके हैं। यह सिलसिला अभी थमा नहीं है। दाे लाख पाैधे ग्वाला ग्राम पंचायत में लगाए जाने का काम शुरू कर दिया है। इससे हवा ताे शुद्ध हाेगी ही साथ ही ग्राम पंचायत काे आर्थिक लाभ भी हाेगा। बृहद पेड़-पौधा रोपण कार्यक्रम 500 एकड़ पंचायत भूमि पर लगाया जा रहा है।

गांव धर्मगढ़ में 12 हजार पाैधे और लगाए जाएंगे
रिफाइनरी की ओर से गांव धर्मगढ़ में 1001 पौधे लगाए थे। अब 12 हजार पाैधे और लगाए जा रहे हैं। रिफाइनरी 1 लाख पौधे लगाने की योजना बना रही है। ताकि पर्यावरण संरक्षण में और मदद मिल सके। जीएम ने बताया कि रिफाइनरी द्वारा शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 50 लाख रुपए पब्लिक हेल्थ विभाग काे दिए हैं। इससे सिंहपुरा और सिठाना में डीप ट्यूबवेल और पाइप लाइन बिछाने का काम होगा। इसके अलावा राजापुर, कचराैली, बहोली, बाल जाटान आदि गांव में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए ट्यूबवेल लगाए जाएंगे।



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पानीपत. रिफाइनरी ने आसपास गांव में कराए गए विकास कार्याें के बारे में लाेगाें काे दी जानकारी।


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