कोरोना के बावजूद कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज और जिला सिविल अस्पताल की ओपीडी व सर्जरी पटरी पर लौटने लगी है। साल 2019 में दिसंबर में जो ओपीडी हुई थी, उसके मुकाबले इस साल डेढ़ माह में लगभग 60 फीसदी तक ओपीडी रिकवर हो गई है। गायनी की ओपीडी पिछले साल जितनी ही हो रही है।
अस्पताल में सबसे ज्यादा जनरल मेडिसन की ओपीडी पर दबाव देखा जा रहा है। इसके बाद गायनी, बाल रोग विशेषज्ञ व हड्डी रोग की ओपीडी पर मरीजों का सबसे ज्यादा दबाव है। सभी ओपीडी की एवरेज मिलाकर कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज ने कोरोना काल में 60 फीसदी कवर कर लिया है। कोरोना की संक्रमण दर कम होने से जहां मरीज ओपीडी में लौट रहे हैं, वहीं वैक्सीन शुरू होने व मौसम के गर्म होने के बाद ओपीडी में बचा गैप भी पूरा हो जाएगा।
नागरिक अस्पताल में भी हो रही है काफी ओपीडी
जिला नागरिक अस्पताल में भी काफी ओपीडी हो रही है। यहां पर भी कोरोना से पहले नागरिक अस्पताल में 1800 के करीब ओपीडी होती थी, 25 दिसंबर को 1340 ओपीडी हुई। डेंटल में 30, त्वचा विभाग में 190, ईएनटी 92, जनरल मेडिसन में 379 मरीज आए।
मंगलवार को कोरोना के 33 मरीज ठीक होकर घर गए
जिले में मंगलवार को 30 केस पॉजिटिव पाए गए। इनमें पांच केस एंटीजन टेस्ट और 25 केस आरटीपीसीआर से पाए गए हैं। 33 मरीज ठीक होकर घर चले गए। अब तक करनाल में 10769 मामले पॉजिटिव हैं, जिनमें से 146 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है, 250 एक्टिव हैं।
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