Skip to main content

बिलावल और हड़ौदा-हड़ौदी से ताजा सब्जियां लेकर किसानों दिल्ली रवाना

किसान संघर्ष समिति के आह्वान पर गांव बिलावल, हड़ौदा, हड़ौदी से सब्जियों का भरा वाहन सीमा पर चल रहे किसानों के धरने में भागीदारी करने के लिए रवाना किया गया।

किसान नेता सतबीर सिंह की अध्यक्षता में सब्जियों से भरे वाहन को रवाना करते हुए जाट महासभा जिलाध्यक्ष राजकुमार ने कहा कि केन्द्र सरकार ने तीन कानूनों के विरोध में आज पूरा जनसैलाब सड़कों पर आ चुका है लेकिन सरकार अपनी हठधर्मिता पर अड़ी हुई है। इसीलिए अब सीमा पर आंदोलनरत किसानों की तन मन धन से मदद करना ग्रामीण क्षेत्र के किसानों का पूरा दायित्व है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने पूंजीपतियों के दबाव में कृषि क्षेत्र को कारपोरेट बनाने का जो निर्णय लिया है वह देश की कृषि व्यवस्था पर खरा नहीं उतर पा रहा है।

भारत का किसान जिस कृषि सिस्टम के सहारे आजीविका चलाने के अलावा अन्न देता है उसके लिए कृषि क्षेत्र में डा. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट की सिफारिशों को ही लागू करना एकमात्र समाधान है। इस अवसर पर सतबीर, सत्यपाल फौजी, लीला, प्रदीप कुमार, प्रदीप, बल्लू आदि मौजूद थे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Farmers leave for Delhi with fresh vegetables from Bilawal and Harauda-Haraudi


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3nXJHDB

Popular posts from this blog

कच्चे क्वार्टर बाजार के बीच से गुजर रहे हैं बिजली के तार, हादसा आगजनी में 1999 में 48 लोगों की हुई थी मौत

शहर का सबसे व्यस्त व भीड़ वाले बाजार कच्चे क्वार्टर के बीच से बिजली के तार गुजर रहे हैं। केबल न होने से हवा चलने पर यह तार आपस में टकरा जाते हैं। जिससे चिंगारी निकलती है। ऐसे में यहां आगजनी होने का खतरा बना रहता है। व्यापारियों व दुकानदारों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि यहां एक बार बड़ी अनहोनी हो चुकी है। 1999 में आगजनी होने पर 48 लाेगों की हुई थी मौत कच्चे क्वार्टर में नवंबर, 1999 में बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। आगजनी घटना शार्ट-सर्किट के कारण हुई थी। आग में 48 लोगों की जान गई थी। वहीं सौ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक ही दुकान के अंदर दर्जनों लोगों की जान गंवाई थी। कच्चे क्वार्टर बाजार में 1999 के बाद भीड़ करीब 10 गुणों बढ़ गई है। हर दिन यहां हजारों लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां दुकानों के स्टाल पर लटकते तारों से हादसा होने का अंदेशा है। यहां दिन के समय भी पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा इस क्षेत्र में अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जबकि नगर निगम पर इस पर कंट्रोल नहीं है। यहां दिन में पैदल...

2 दिन से एमएसपी पर पीआर धान की नहीं हुई खरीद, सरकारी रिकॉर्ड में 17500 क्विंटल मंडियों में अटका

सरकार और राइस मिलर्स की लड़ाई में किसान पिस रहा है। पीआर धान की सरकारी खरीद कागजों में रविवार से शुरू हो चुकी है लेकिन पूरे जिले में किसी भी मंडी में एक दाने की खरीद अब तक नहीं हुई। मार्केट कमेटी के रिकॉर्ड अनुसार ही 17500 क्विंटल पीआर धान मंडियों में पहुंच चुका है। हालांकि धान इससे कहीं ज्यादा मात्रा में मंडियों में पड़ा है। सोमवार सुबह नई अनाज मंडी में एमएसपी पर धान की खरीद शुरू न होने पर किसानों ने मार्केट कमेटी कार्यालय के बाहर धरना शुरू किया। उसके बाद एसडीएम संजय कुमार किसानों के बीच पहुंचे और उन्हें एमएसपी पर खरीद का आश्वासन दिया। किसानों ने एसडीएम से दो टूक कहा कि वे पहले ही दुखी हैं और अब उन्हें और परेशान नहीं किया जाए। एक दिन का अल्टीमेटम देते हुए किसान बलजीत किच्छाना, गुरनाम सिंह डोहर, फूल सिंह नरड़, संजय ग्योंग, होशियार गिल व राममेहर गिल प्यौदा, तेजिंद्र सिंह अरनौली ने कहा कि अगर सोमवार सायं तक एम एसपी पर खरीद शुरू नहीं हुई तो मंगलवार से किसान कार्यालय के बाहर धरना देंगे और आंदोलन करने को मजबूर होंगे। किसानों को एक-एक क्विंटल धान लाने के मैसेज पर एसडीएम बोले-गलती सुधारी ज...