भाखड़ा नंगल व हथिनी कुंड बैराज में पानी की कमी के चलते 24 की बजाए अब 28 दिन बाद 4 जनवरी 2021 को नहरी पानी आएगा। जबकि जलघरों के टैंकों में मात्र 5 दिन का पानी बचा है। ऐसे में नहर बंदी के बाकी बचे 10 दिनों की पेयजलापूर्ति मेंटेन करने के लिए पब्लिक हेल्थ विभाग ने रविवार से सप्लाई अवधि में और 15 मिनट की कटौती करते हुए दिन में एक बार ही पीने के पानी की आपूर्ति शुरू करवा दी है।
नहरी बंदी की अवधि बढ़ाने का पत्र सिंचाई विभाग की ओर से पब्लिक हेल्थ विभाग को भेजा गया है। जानकारी होने के बाद पब्लिक हेल्थ विभाग ने वाटर सप्लाई के शेड्यूल में बदलाव किया है। इसमें रविवार से 15 मिनट की कटौती के साथ बूस्टरों से मोहल्लों व कॉलोनियों में पीने के पानी की सप्लाई छोड़ने का क्रम शुरू हुआ।
अतिरिक्त नहरबंदी से बढ़ी परेशानी
सिंचाई विभाग की ओर से प्रदेश की नहरों का 4 की बजाए 5 ग्रुप बनाए जाने के बाद से नहरी बंदी की अवधि बढ़ा दी गई है। पहले एक माह में 16 दिन जेएलएन व इसके तुरंत बाद भालौठ सब ब्रांच नहर में 8 दिन तक पानी चलता था और बाकी के 8 दिन नहर बंद रहती है। इस अवधि में जलघरों की स्टोरेज क्षमता भी 8 दिन नहरी पानी की होने से काम चल जाता था। लेकिन अब अतिरिक्त 4 दिन नहरी बंदी होने से पीने के पानी की आपूर्ति पब्लिक हेल्थ विभाग के लिए चुनौती बन गई है। क्योंकि नहरी पानी जलघरों तक पहुंचने के बाद उसे सप्लाई की स्थिति तक लाने में 24 घंटे का समय लगता है।
शहरवासियों को सहयोग करना होगा
जेएलएन नहर में 4 दिन देरी से नहरी पानी आएगा। इसका असर जलघरों को मिलने वाली नहरी पानी पड़ेगा। अब रविवार से ही 15 मिनट सप्लाई में कटौती के साथ पानी की सप्लाई देनी मजबूरी बन गई। इस स्थिति में शहरवासी भी सहयोग दें। वे हर हालत में पीने के पानी की बर्बादी रोकने में मदद करें। -भानु प्रकाश शर्मा, एक्सईएन, पब्लिक हेल्थ विभाग।
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