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नगर निगम में प्रॉपर्टी टैक्स में छूट के महज दो दिन बचे, लेकिन निगम का न लक्ष्य पूरा न ही डिफाॅल्टर पर कोई बड़ी कार्रवाई

राज्य सरकार की ओर से प्रॉपटी टैक्स भरवाने को लेकर छूट बढ़ाने के बावजूद अधिकांश लोग अभी भी प्रॉपर्टी टैक्स भरने से दूर है। अब जबकि टैक्स भरने पर छूट की अवधि खत्म होने में महज दो ही दिन शेष है, ऐसे में अब तक 51 हजार 158 ही लोगों ने नौ करोड़ 87 लाख 80 हजार 828 रुपए जमा करवाए हैं जबकि निगम में कुल एक लाख 48 हजार प्रॉपर्टी आईडी है।

नए साल से होगी सख्ती

नए साल से सख्ती की तैयारी है। डिफाल्टर से राशि वसूलने के लिए तीन टीमें बनाई गई है। जिसके तहत नोटिस भेजने के साथ ही राशि वसूलने के लिए तथा फिर राशि नहीं जमा होने पर प्रॉपर्टी सील की कार्रवाई शामिल है।

लाल डोरे वाली जमीन के लिए 50% टैक्स माफ

लाल डोरे वाली जमीन पर टैक्स जमा कराने वालों को 50 फीसदी टैक्स माफी का लाभ मिलेगा। वहीं, आटो डेबिट से टैक्स जमा कराने वालों को पांच फीसद टैक्स माफी का फायदा होगा। अधिकारियों का यह भी कहना है कि गुड टैक्स पेयर यानी प्रत्येक वित्तीय वर्ष में सही समय पर टैक्स जमा कराने वालों को अगले वित्तीय वर्ष में लाभ दिए जाने की योजना है। 2011 से 2016-2017 तक के बकाया बिल पर 25 फीसदी और लाल डोरा पर 50 फीसद की राहत मिलेगी। 31 दिसंबर के बाद उन सभी उपभोक्ताओं को चिह्नित किया जाएगा, जिन्होंने टैक्स जमा नहीं कराया है।

31 दिसंबर तक टैक्स जमा कराने पर मिलेगी छूट

फिलहाल प्रॉपर्टी टैक्स जमा कराने पर बड़ी राहत मिलेगी। शहरी स्थानीय निकाय विभाग की तरफ से तय छूट का फायदा सभी उपभोक्ताओं को मिलेगा। हालांकि योजना का लाभ पूरी रकम ब्याज सहित जमा कराने पर ही लाभ मिलेगा। 31 दिसंबर तक टैक्स जमा कराने पर मौजूदा वित्तीय वर्ष यानी 2020-2021 पर 10 फीसद टैक्स माफी मिलेगी। जबकि 2010-2011 से 2019-2020 तक टैक्स जमा कराने वालों को सौ फीसद ब्याज माफी का लाभ मिलेगा।

31 दिसंबर तक टैक्स जमा नहीं करवाने पर ब्याज सहित वसूली

नगर निगम को 31 मार्च तक 15 करोड़ का टैक्स जुटाने का लक्ष्य है। अभी तक करीब नौ करोड़ 87 लाख 80 हजार 828 रुपए जमा करवाए रुपए का राजस्व मिला है। शहरी क्षेत्र में करीब 1.48 लाख उपभोक्ता हैं। 31 तक टैक्स जमा न कराने पर उपभोक्ताओं को 18 फीसद सालाना ब्याज के साथ पूरा टैक्स जमा कराना होगा।

निगम क्षेत्र के लोग तय समय अवधि में प्रॉपर्टी टैक्स का भुगतान करें। इसके लिए निगम की वेबसाइट पर जाकर भी जानकारी ले सकते हैं। जहां उपभोक्ता बिल की कापी निकालने के साथ ही ऑनलाइन बिल भी जमा करा सकेंगे। निर्धारित अवधि के बाद बकाएदारों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। निजी, व्यावसायिक और अन्य सभी श्रेणी के सभी बकाएदारों का ब्योरा तैयार किया जा रहा है। सुभाष चन्द्र, सहआयुक्त, नगर निगम, सोनीपत।



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