छात्र युवा किसान मंच अलखपुरा की टीम ने अपने गांव में संदीप प्रदीप अमित की अगुवाई में किसान आंदोलन में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद गांव में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन जोरदार नारों के साथ किया।
प्रदर्शन में गांव के किसान और नौजवान भारी संख्या में शामिल थे सभी का एक ही मत था कि यह जो तीनों कानून है यह खेती को खत्म कर देंगे और अगर खेती नहीं बचेगी तो किसान नहीं बचेगा और किसान नहीं बचेगा तो देश नहीं बचेगा इसलिए इन किसान विरोधी कानूनों का पुरजोर विरोध हम शुरू से करते आ रहे हैं। गांव में हुई आम
सभा को संबोधित करते हुए क्रांति ने बताया कि छात्र युवा किसान मंच तोशाम क्षेत्र के हर गांव में जाकर किसान विरोधी कानूनों का पुरजोर विरोध ग्रामीणों के साथ मिलकर दर्ज करवाएगी और जब तक यह कानून वापस नहीं हो जाते तब तक संघर्ष जारी रहेगा। प्रदीप दलाल ने समझो संबोधित करते हुए कहा कि हमारे गांव के किसानों और नौजवानों ने किसान आंदोलन में पहले भी भाग लिया है और आगे भी हम दिल्ली पहुंच कर भाग लेते रहेंगे और गांव से हर संभव मदद किसान आंदोलन में पहुंचाते रहेंगे।
अमित ने अपने संबोधन में किसी कानूनों पर विस्तार से बातचीत रखें और युवा और ग्रामीणों को कृषि कानूनों का नुकसान बताएं। प्रवीण ने संबोधित करते हुए कहा कि तोशाम क्षेत्र के हर गांव में विरोध करने के बाद एक बड़ा विरोध प्रदर्शन हम तोशाम में करें। विरोध प्रदर्शन में अलखपुरा छात्र युवा किसान मंच की टीम की तरफ से मुख्य रूप से जंगबीर, कुलदीप, जसबीर, प्रमोद, क्रांति, प्रदीप, काला पहलवान, संदीप, अंकित, अमीत, मनीत, सोमबीर, सुरेंद्र, सोनू , रवि, कृष्ण, मुकेश, ईशांत, दीपू आदि मौजूद थे।
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