Skip to main content

लादेन की तलाश, ओबामा की सुरक्षा में रहे बेल्जयिन मेलिनोइस ब्रीड के डॉग्स चीन बॉर्डर पर होंगे तैनात

ओसामा बिन लादेन की तलाश करने, इंडिया मेंं ओबामा समेत आने वाले अन्य वीवीआईपी की सिक्योरिटी में तैनात रहने वाली बेल्जयिन मेलिनोइस ब्रीड के डॉग्स को बुधवार को आईटीबीपी के पंचकूला स्थित बेसिक ट्रेनिंग सेंटर पर ऑफिशियल कॉप्स में जॉइन कराया गया है। यहां नेशनल ट्रेनिंग सेंटर फॉर डॉग एंड एनिमल सेंटर में इनकी ट्रेनिंग शुरू कर दी गई है।

बेल्जयिन मेलिनोइस ब्रीड के इन 17 डॉग्स की मां पहले ही छत्तीसगढ के नक्सली एरिया में ड्यूटी पर है। इन डॉग्स को 12 महीने की ट्रेनिंग होने के बाद चीन बॉर्डर पर तैनात किया जाएगा। इन्हें 9 हजार से 18 हजार फटी की ऊंचाई पर तैनात किया जाएगा। ये माइनस 50 डिग्री तापमान में काम करेंगे।

बॉर्डर पॉइंट्स के नाम पर रखे डॉग्स के नाम

जवानों को सम्मान देने के लिए हमने इन डॉग्स का नाम बॉर्डर के कुछ पॉइंट्स के नाम पर रखा है, जिसके चलते इनका नाम गलवान घाटी के नाम पर गलवान, एक डॉग का नाम चिप चैप नदी के नाम पर रखा गया है।

इनकी मां इन दिनों छत्तीसगढ़ के नक्सल क्षेत्र में तैनात

इस ब्रीड के ही डॉग्स ने अमेरिकी सेना के लिए ओसामा बिन लादेन की तलाश की थी, जबकि इंडिया में आने वाले वीवीआईपी ओबामा सहित अन्य की सिक्योरिटी में इन्हें तैनात किया जाता है। इन ब्रीड के डॉग्स की दो मां हैं। ओलेशिया, ओलगा, जो पीएम की सिक्योरिटी में रह चुकी है। इन बच्चों को जन्म देने से पहले ये दोनों छत्तीसगढ के नक्सली एरिया में तैनात थीं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
डॉग्स को 12 महीने की कड़ी ट्रेनिंग दी जाएगी ।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3rERQiH

Popular posts from this blog

कच्चे क्वार्टर बाजार के बीच से गुजर रहे हैं बिजली के तार, हादसा आगजनी में 1999 में 48 लोगों की हुई थी मौत

शहर का सबसे व्यस्त व भीड़ वाले बाजार कच्चे क्वार्टर के बीच से बिजली के तार गुजर रहे हैं। केबल न होने से हवा चलने पर यह तार आपस में टकरा जाते हैं। जिससे चिंगारी निकलती है। ऐसे में यहां आगजनी होने का खतरा बना रहता है। व्यापारियों व दुकानदारों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि यहां एक बार बड़ी अनहोनी हो चुकी है। 1999 में आगजनी होने पर 48 लाेगों की हुई थी मौत कच्चे क्वार्टर में नवंबर, 1999 में बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। आगजनी घटना शार्ट-सर्किट के कारण हुई थी। आग में 48 लोगों की जान गई थी। वहीं सौ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक ही दुकान के अंदर दर्जनों लोगों की जान गंवाई थी। कच्चे क्वार्टर बाजार में 1999 के बाद भीड़ करीब 10 गुणों बढ़ गई है। हर दिन यहां हजारों लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां दुकानों के स्टाल पर लटकते तारों से हादसा होने का अंदेशा है। यहां दिन के समय भी पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा इस क्षेत्र में अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जबकि नगर निगम पर इस पर कंट्रोल नहीं है। यहां दिन में पैदल...

2 दिन से एमएसपी पर पीआर धान की नहीं हुई खरीद, सरकारी रिकॉर्ड में 17500 क्विंटल मंडियों में अटका

सरकार और राइस मिलर्स की लड़ाई में किसान पिस रहा है। पीआर धान की सरकारी खरीद कागजों में रविवार से शुरू हो चुकी है लेकिन पूरे जिले में किसी भी मंडी में एक दाने की खरीद अब तक नहीं हुई। मार्केट कमेटी के रिकॉर्ड अनुसार ही 17500 क्विंटल पीआर धान मंडियों में पहुंच चुका है। हालांकि धान इससे कहीं ज्यादा मात्रा में मंडियों में पड़ा है। सोमवार सुबह नई अनाज मंडी में एमएसपी पर धान की खरीद शुरू न होने पर किसानों ने मार्केट कमेटी कार्यालय के बाहर धरना शुरू किया। उसके बाद एसडीएम संजय कुमार किसानों के बीच पहुंचे और उन्हें एमएसपी पर खरीद का आश्वासन दिया। किसानों ने एसडीएम से दो टूक कहा कि वे पहले ही दुखी हैं और अब उन्हें और परेशान नहीं किया जाए। एक दिन का अल्टीमेटम देते हुए किसान बलजीत किच्छाना, गुरनाम सिंह डोहर, फूल सिंह नरड़, संजय ग्योंग, होशियार गिल व राममेहर गिल प्यौदा, तेजिंद्र सिंह अरनौली ने कहा कि अगर सोमवार सायं तक एम एसपी पर खरीद शुरू नहीं हुई तो मंगलवार से किसान कार्यालय के बाहर धरना देंगे और आंदोलन करने को मजबूर होंगे। किसानों को एक-एक क्विंटल धान लाने के मैसेज पर एसडीएम बोले-गलती सुधारी ज...