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बाइक खड़ी कर व्यक्ति ने लगाई नहर में छलांग

पक्के पुल के पास आवर्धन नहर के किनारे अपनी मोटरसाइकिल खड़ी कर एक व्यक्ति ने नहर में छलांग लगा दी। राहगीरों ने घटना की सूचना तुरंत मधुबन पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और गोताखोरों की सहायता से व्यक्ति की तलाश शुरू कर दी, लेकिन व्यक्ति का कोई सुराग नहीं लग पाया।

मंगलवार को एक शख्स ने अचानक आवर्धन नहर में छलांग लगा दी। पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, करीब चार बजे एक व्यक्ति पक्के पुल के नजदीक आवर्धन नहर पर पहुंचा। बताया जा रहा है कि इस व्यक्ति का नाम किरण पाल पुत्र प्रेम सिंह है, जो कि लगभग 50 साल का है और यह उचाना गांव का रहने वाला है। इस व्यक्ति ने पहले अपनी बाइक को नहर की पटरी पर खड़ा किया और उसके बाद नहर में छलांग लगा दी। राहगीरों ने तुरंत इसकी सूचना मधुबन पुलिस को दी। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई।

पुलिस ने तुरंत गोताखोरों को मौके पर बुलाया और सर्च अभियान शुरू किया। गोताखोरों ने कई किलोमीटर तक नहर का चप्पा-चप्पा खंगाला, लेकिन किरण पाल का कोई सुराग नहीं लग पाया। पुलिस तलाश में जुटी हुई है। थाना प्रभारी सिद्धांत जैन ने बताया कि आवर्धन नहर में किरण पाल ने छलांग लगाई है। गोताखोरों द्वारा सर्च अभियान चलाया हुआ है। लेकिन कोई सुराग नहीं लग पाया है। व्यक्ति ने छलांग क्यों लगाई, इसके कारणों का अभी खुलासा नहीं हो पाया है। परिजनों से इस संबंध में बातचीत की जाएगी।



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The person jumped on the canal by standing the bike


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आपसी संबंधों में आई खटास मिटाने को श्रीमद्भगवद गीता के दिखाए मार्ग पर चलें

गीता जयंती मनाने का अर्थ है मानव को मानव बनाने का अभियान। सही मायनों में इसे तभी सार्थक माना जाएगा, जब आपसी प्रेम, सद्भावना और हर घर में खुशी होगी। ये उद्गार प. रामचंद्र पाण्डेय ने व्यक्त किए। वह आध्यात्मिक गीता-ज्ञान प्रचारिणी सभा के तत्वावधान में रामपुरा माेहल्ला स्थित श्रीगीता भवन में श्रद्धालुओं काे संबाेधित कर रहे थे। रामचंद्र ने कहा कि मानव के हाथों से बनाई गई मूर्ति की हम पूजा करते हैं और भगवान के हाथों से बनाए गए जीव आपस में लड़ते हैं। आपसी सम्बंधों में आई खटास को मिटाने के लिए गीता द्वारा दिखाए मार्ग पर चलें। हर समस्या का समाधान स्वयं हो जाएगा। भगवान के चरणों में शरणागति का उपदेश गीता है। पं. पतंजलि पांडेय ने भी गीता पर चर्चा करते हुए अनेक प्रसंग सुनाए। इससे पूर्व त्रिभुवन बक्शी, प्रेमलता, सुमित मित्तल, जितेश राखा ने भजनों की वर्षा की। प्रधान ऊषा बख्शी ने कहा कि गीता महाेत्सव पूरे साेशल डिस्टेसिंग के तहत मनाया गया। इस अवसर पर दयानंद बंसल, विनोद गोयल, गुलशन महाजन, कुलदीप चोपड़ा, कृष्णलाल मेहता, अत्तर चंद भुटानी, साहिल राजपाल, शांतिस्वरुप तनेजा, हरिप्रकाश सिंगल, यशपाल मुंडेजा

फेसबुक पर दोस्ती कर विधवा से किया गैंगरेप, जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया

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