Skip to main content

प्रेम नगर, बस्सी अकबरपुर, मलिकपुर गादीयान, ताहरपुर व भरतपुर गांव को अलग पंचायत का दर्जा देने की मांग

पंचायत चुनाव से पहले घरौंडा खंड में ग्राम पंचायतों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। सदरपुर व गढ़ी खजूर ग्राम पंचायत से जुड़े पांच गांवों के ग्रामीण अलग ग्राम पंचायत की मांग कर रहे हैं। नई पंचायतों के गठन के लिए ग्राम पंचायतों ने प्रदेश सरकार को प्रेम नगर, बस्सी अकबरपुर, मलिकपुर गादीयान, ताहरपुर व भरतपुर गांव को अलग पंचायत का दर्जा देने के लिए रेज्युलेशन भेज रखे हैं। मंत्रिमंडल की तरफ से जल्द ही इस बारे में फैसला आने की उम्मीद जताई जा रही है।

घरौंडा ब्लाॅक की सदरपुर ग्राम पंचायत में ताहरपुर, भरतपुर व सदरपुर तीन गांव शामिल है। गांव सदरपुर से भरतपुर की दूरी करीब दो किलोमीटर है, जबकि ताहरपुर तीन किलोमीटर पड़ता है। इसी तरह गढ़ीखजूर ग्राम पंचायत में बस्सी अकबरपुर, प्रेम नगर और मलिकपुर गादीयान गांव जुड़े हुए हैं। गढ़ी खजूर से प्रेम नगर की दूरी दो किलोमीटर है और मलिकपुर करीब एक किलोमीटर है, जबकि बस्सी अकबरपुर दो किलोमीटर की दूरी पर है। ग्राम पंचायत में शामिल गांवों के बीच लंबी दूरी होने के का सीधा असर ग्राम पंचायत के कार्यों पर पड़ता है।

अपने कार्यों के लिए ग्रामीणों को सरपंच से मिलने के लिए दूसरे गांव जाना पड़ता है। पंचायत से जुड़े कार्यों को करवाने में महिलाओं को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए मौजूदा सरपंचों ने पंचायतों के अलग करने की तैयारी कर ली है। सदरपुर व गढ़ीखजूर ग्राम पंचायतों की तरफ से प्रदेश सरकार को सभी पांच गांवों के लिए अलग से पंचायत का गठन किए जाने के लिए प्रस्ताव भेज रखा है।

दो पंचायतों से बंटकर पांच नई पंचायतों को बनाने के रास्ते में पंचायती भूमि का पेंच आड़े आ सकता है। अलग होने की चाह रखने वाले गांवों में पास पंचायती भूमि का अभाव है। ग्राम पंचायत गढ़ीखजूर के पास कुल 18 एकड़ पंचायती भूमि है जिसमें से 12 एकड़ भूमि पर ग्रामीणों के अवैध कब्जे हैं। पंचायत में शामिल मलिकपुर गांव के रकबे में सवा एकड़ और बस्सी अकबरपुर हदबस्त (रकबा) में एक एकड़ भूमि है। गढ़ीखजूर व प्रेम नगर के सांझे हदबस्त में कुल चार एकड़ भूमि बची है जिसमे से दो एकड़ में व्यायामशाला बनाई जानी है। इसी तरह से ग्राम पंचायत सदरपुर के पास 12 एकड़ जमीन है जबकि पंचायत से जुड़े गांव भरतपुर व ताहरपुर में पंचायती भूमि नहीं है।

दो ग्राम पंचायतों में करीब साढ़े सात हजार वोटर
अलग पंचायतों के गठन के लिए सरकार को भेजे गए प्रस्ताव में गांवों की जनसंख्या व गांवों के बीच की दूरी का हवाला दिया गया है। ग्राम पंचायत गढ़ीखजूर में कुल 4700 वोट हैं जिनमें प्रेम नगर करीब 1800, बस्सी अकबरपुर में 900, मलिकपुर 600 और गढ़ी खजूर में लगभग 1200 वोटर हैं। ग्राम पंचायत सदरपुर में कुल 2720 मतदाता है जिनमें भरतपुर के वोटरों की संख्या करीब 450 व ताहरपुर गांव के मतदाताओं की संख्या लगभग 350 हैं।

अलग पंचायत बनाने के लिए प्रस्ताव भेज दिया है

^ग्रामीणों की डिमांड पर अलग पंचायत बनाने के लिए प्रस्ताव भेज दिया है लेकिन 12 एकड़ पंचायती भूमि सदरपुर हदबस्त में है इसलिए अलग होने के बाद भरतपुर व ताहरपुर को पंचायती भूमि से हिस्सा नहीं मिलेगा।
दीवानचंद, सरपंच सदरपुर

^पंचायत में चार गांव शामिल हैं गांवों के बीच दूरी अधिक होने के कारण ग्रामीणों को परेशानी होती है। बस्सी, प्रेम नगर व मलिकपुर के लिए अलग पंचायत बनाने के लिए रेज्युलेशन भेजा गया है।
कमला देवी, सरपंच गढ़ीखजूर

^सदरपुर व गढीखजूर ग्राम पंचायतों में शामिल पांच गांवों के लिए अलग से पंचायत बनाने की डिमांड सरकार के पास आई है। मंत्री समूह के पास यह डिमांड विचाराधीन हैं, इस मामले में जल्द ही सरकार की तरफ से निर्णय आ सकता है। पंचायतों का गठन व पंचायती भूमि पर फैसला गाइडलाइन के अनुसार किया जाएगा।
हरविंद्र कल्याण, विधायक घरौंडा



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3aTTvuW

Popular posts from this blog

फेसबुक पर दोस्ती कर विधवा से किया गैंगरेप, जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया

किला थाना क्षेत्र में शुक्रवार को फेसबुक पर दोस्ती कर गैंगरेप का मामला सामने आया। पीड़िता के साथ 6 महीने पहले दोस्ती कर आरोपी ने जाल में फंसा लिया। फिर दोस्त कि डेयरी में ले जाकर दोस्त के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। 26 वर्षीय महिला ने बताया कि उसकी 10 साल पहले शादी हुई थी। शादी के दो साल बाद ही पति की मौत हो गई। मौत के बाद वह मायके में आकर रहने लगी। 6 महीने उसकी पहलवान चौक कुटानी रोड के सोनू के साथ फेसबुक पर बातचीत शुरू हुई थी। उसने बातों में फंसा लिया। 25 अगस्त की रात 9 बजे सोनू ने उसे जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया। वह घर से बाहर आई तो वह अपनी एक्टिवा पर बैठाकर पहलवान चौक के पास बनी महालक्ष्मी डेयरी में ले गया। जिसका संचालक विकास है। सोनू उसे अंदर ले गया और को‌ल्ड ड्रिंक पिला दी। इस बीच विकास भी वहां आ गया। वह बेेहोश हो गई। वहीं रात करीब साढ़े 11 बजे होश आया तो उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। महिला का आरोप है कि फेसबुक मित्र सोनू व सोनू ने दोस्त विकास के साथ मिलकर दुष्कर्म किया है। किला पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश जारी है। Download D

कोसली विधायक ने गिनाए एक साल के काम, बोले- नपा भी जल्द बनेगी

कोसली के विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने प्रदेश सरकार के एक साल पूरा करने के उपलक्ष्य में कोसली विधानसभा क्षेत्र में हुए विकास कार्य गिनवाए। विधायक लक्ष्मण यादव मंगलवार को बाईपास स्थित जिला भाजपा कार्यालय पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उनके साथ जिलाध्यक्ष मा. हुकमचंद सहित अन्य पदाधिकारी भी थे। विधायक ने कहा कि कोसली विधानसभा क्षेत्र में एक साल के दौरान 110 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन हुए हैं तथा कुछ का कार्य गतिमान हैं। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल के 8 माह संकट का समय रहा। उस समय परियोजनाओं से ज्यादा जीवन का सवाल था। कहा कि कोरोना संकट के समय कोसली क्षेत्र के लोगों ने 21 लाख रुपए की राशि आपदा कोष में जमा करवाकर सराहनीय कार्य किया। उन्होंने बताया कि कोसली-भाकली के बीच विवाद सुलझा रहे हैं। क्षेत्र में जल्द नगर पालिका बनने की उम्मीद है। बरोदा चुनाव में भाजपा की जीत का दाव किया। विधायक ने कहा कि कृष्णावती नदी की छंटाई लिए टैंडर हो गए हैं। खोल क्षेत्र में भूमिगत जलस्तर काफी नीचे चला गया है। जलस्तर को ऊपर उठाने के लिए कृष्णावती नदी पानी रिचार्ज करने का काम पूरा क

कोरोना काल में आयुर्वेदिक दवाओं की मांग बढ़ी, 4 माह में जिले के लोग पी गए 2 लाख काढ़ा पाउच, 80 हजार खाई गिलोय की गोली

कोरोनाकाल में कोरोना संक्रमण से बचाव व उपचार के लिए लोगों का एलोपैथी दवाओं की बजाय आयुर्वेदिक दवाओं पर ज्यादा भरोसा बढ़ा है। आयुष विभाग में आए काढ़ा पाउच की लगातार डिमांड बढ़ रही है। जून से लेकर अब तक जिले में 2 लाख काढ़ा पाउच को उबालकर लाेग पी चुके हैं। इसी तरह से गुडुची घनवटी (गिलोय की गोली) की भी खपत जो पहले नाममात्र की होती थी अब काफी बढ़ चुकी है। 80 हजार गिलोय गोली को लोग अब तक आयुष विभाग से ले जा चुके हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आयुष विभाग ने इम्युनिटी बूस्टर के तौर पर विभिन्न जड़ी बूटियों से तैयार काढ़ा पाउच तैयार कर जून माह में प्रदेश भर के जिलों में भेजा था। जिस समय काढ़ा पाउच की सप्लाई भेजी गई थी। उस दौरान भीषण गर्मी थी। लेकिन लोगों ने इसकी परवाह न करते हुए कोरोना संक्रमण से बचने के लिए आयुष विभाग से खूब काढ़ा पाउच लेकर गए। इसी तरह से गिलोय गोली भी लोगों द्वारा खूब ली गई। शुरुआत में घर-घर जाकर बांटे गए थे काढ़ा पाउच : जून में जब पहली बार आयुष विभाग का काढ़ा आया तो अधिकारियों व कर्मचारियों ने घर-घर जाकर, दफ्तरों में काढ़ा पाउच लोगों को बांटे। अब बदले मौसम में और बढ़